- पूर्व में हाजिरी को लेकर हो रही धांधलेबाजी पर लगेगी रोक
- विवि ने शासन से आदेश जारी होने के बाद सभी कॉलेजों में भी जारी किए निर्देश
जनवाणी संवाददादाता |
मेरठ: चौधरी चरण सिंह विवि में अब बायोमेट्रिक हाजिरी अनिवार्य रूप से लगवाई जाएगी। जिसकों लेकर अब वेतन भुगतान की व्यवस्था भी इससे जोड़ दी गई है। वहीं राजभवन की ओर से भी इसको लेकर सभी राज्य विवि को महत्वूपर्ण दिया निर्देश जारी किए गए है। जिसमें कहा गया है कि 30 मई तक यह व्यवस्था कर जून से वेतन भुगतान बायोमेट्रिक हाजिरी के हिसाब से किया जाए।
बता दें कि प्रदेश के सभी राज्य विवि में कार्यरत कर्मचारियों की उपस्थिति पर नजर रखने के लिए शासन की ओर से एक नया आदेश जारी किया गया है। जिसमें सभी राज्य विवि के अपने सभी विभागों व कॉलेजों में बायोमेट्रिक हाजिरी सिस्टम लगवाने होंगे। ताकि विवि व उससे संबंधित कॉलेजों के स्टाफ की हाजिरी का रिकार्ड रखा जा सकें। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल द्वारा जारी किए गए पत्र में कहा गया है कि कुछ स्टाफ निर्धारित काम के घंटों के दौरान मौजूद नहीं होते हैं और अपने कर्तव्यों का निर्वहन सही से नहीं करते हैं।
उन्होंने यह भी कहा है कि वेतन को बायोमेट्रिक उपस्थिति से जोड़ा जाएगा तो इस तरह की धांधलेबाजी पर रोक लग जाएगी। विवि में बायोमेट्रिक हाजिरी को लेकर मंगलवार को मंथन किया गया। जिसमें विवि कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने कहा कि बायोमेट्रिक हाजिरी विवि के सभी विभागों में लगाई जाएगी। जिसको लेकर विवि की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है।
साथ ही कॉलेजों को भी इस संबंध में जानकारी दी गई है। आदेश के तहत कहा गया है कि सभी विवि सभी प्रकार के शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक कार्मिकों की उपस्थिति बायोमेट्रिक प्रणाली से ही लगवाएंगे। जिसके लिए सभी विवि में पर्याप्त संख्या में बायोमेट्रिक उपकरण स्थापित किए जाए। विवि में ऐसी व्यवस्था बनाने की तैयारी है। जिससे सबकी उपस्थिति एक सेंट्रल सर्वर पर उपलब्ध हो जाए।