- गड्ढों से लोग परेशान, उद्घाटन के 20 दिन बाद भी कार्य शुरू नहीं, एक-दूसरे के पाले में गेंद डाल रहे अधिकारी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना गांधी आश्रम से लेकर तेजगढ़ी चौराहे तक ग्रीन रोड यानी स्मार्ट रोड के रूप में विकसित करने से नगर निगम के अधिकारियों ने मुंह मोड़ लिया है। उद्घाटन के बीस दिन बाद भी अभी तक कोई कार्य शुरू नहीं किया गया। मुख्यमंत्री ग्रीन रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट स्कीम के तहत प्रदेश के 17 नगर निगमों में प्रदेश की पहली मेरठ की गांधी आश्रम चौराहे से तेजगढ़ी चौराहे की सड़क को शामिल किया गया।
करीब 47 करोड़ की लागत से इस योजना के तहत उक्त सड़क पर कोई बिजली का खंभा और ट्रांसफार्मर नजर नहीं आएगा। नाले दिखाई नहीं देंगे। बिजली के तारों के साथ साथ टेलीफोन या अन्य किसी भी तरह के तार नजर नहीं आएंगे। नालों को पूरी तरह पाटकर ढका जाएगा। सभी तरह के तारों को अंडरग्राउंड किया जाएगा। ट्रांसफार्मरों को सड़क से हटाकर गलियों व अन्य रास्ता पर शिफ़्ट किया जाएगा। सड़क का चौड़ीकरण किया जाएगा। पैदल चलने वालों के फुटपाथ का निर्माण किया जाएगा। डिवाइडरों को चौड़ा करके उनमें पौधे लगाए जाएंगे, ताकि सड़क सुंदर नजर आए।
सड़क से कुछ पेड़ों को भी हटाया जाएगा। सड़क बनने के बाद कोई भी विभाग रोड कटिंग यानी सड़क में तोड़फोड़ नहीं कर पाएगा। सड़क निर्माण का ठेका जीत कंट्रक्शन कंपनी को दिया गया। ठेकेदार को 15 माह में कार्य निपटने का समय दिया गया है। सड़क बेहद मजबूत बनाई जाएगी। इस सड़क निर्माण का शुभारंभ 11 सितंबर को उर्जा राज्यमंत्री डा. सोमेन्द्र तोमर के हाथों किया गया था।
21 दिन बीतने के बाद भी कोई भी कार्य शुरू नहीं किया गया। सड़क निर्माण की वजह से करीब दो वर्षांे से तेजगढ़ी चौराहे से लेकर हापुड़ अड्डा चौराहे तक सड़क गड्ढों से छलनी हो रही है। ऐसे में लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नगर निगम के अधिकारी इस सड़क के निर्माण कार्य का शुभारंभ कराने के बाद लंबी नींद सो गए। इस योजना की फाइल पर धूल चढ़नी शुरू हो गई।
शीघ्र शुरू किया जाएगा सड़क निर्माण: देवेन्द्र
नगर निगम के निर्माण अनुभाग के मुख्य अभियंता देवेन्द्र कुमार का कहना है कि गांधी आश्रम से लेकर तेजगढ़ी चौराहे तक की सड़क का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू किया जाएगा। सबसे पहले बिजली तारों को अंडरग्राउंड और ट्रांसफार्मरों को शिफ्ट किया जाएगा।