- एसएसपी से शिकायत, सीओ के इशारे पर हुआ खेल, पीड़ित ने एसएसपी को दिखाईं घटना की वीडियो फुटेज
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: किठौर थाना क्षेत्र में छेड़खानी के जिस आरोपी को सलाखों के पीछे होना चाहिए वो ना केवल गांव में थाने की जीप दौड़ा रहा है, बल्कि रील बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर रहा है। पीड़ित परिवार को धमकियां दे रहा है। आरोपी के खिलाफ शिकायत करने के लिए पीड़ित परिवार मंगलवार को एसएसपी से गुहार लगाने को पुलिस कार्यालय पहुंचा। कायस्थ बड्ढा की एक घटना में पुलिस पर सेटिंग से तहरीर बदलने, सीओ के इशारे पर संगीन मामले को सिर्फ जानलेवा हमले में दर्ज करने और आरोपी से पुलिस की गाड़ी चलवाने का मामला संज्ञान में आया है।
किठौर थाने का वाहन चलाकर नाबालिग से छेड़छाड़ और परिवार पर जानलेवा हमले के केस में आरोपी रौब गालिब कर रहा है। रील बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर रहा है। मंगलवार को एसएसपी आॅफिस पहुंचे नाबालिग पीड़िता के परिजनों ने थाना पुलिस पर उनकी तहरीर बदलवाने व आरोपियों की गिरफ्तारी न करने का आरोप लगाया। किठौर थाना क्षेत्र के एक गांव का रहने वाला परिवार मंगलवार को एसएसपी दफ्तर पहुंचा। एसपी देहात को बताया कि 13 अक्तूबर को गांव के ही कुछ आरोपियों ने उनकी 15 वर्षीय बेटी से रास्ते में छेड़छाड़ की और घर में खींच लिया।
विरोध करने पर लाठी-डंडों से घर पर हमला किया। पीड़िता और उसके ताऊ को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। घटना की सीसीटीवी फुटेज एसपी देहात को सौंपते हुए पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि थाना पुलिस ने उनके द्वारा दी गई तहरीर को बदलकर मारपीट आदि की हल्की धाराओं में कार्रवाई की है। अब तक किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है। पुलिस ने आरोपियों से सांठगांठ कर ली है। आरोपी अलीम थाने का वाहन कस्बे में चलाकर रील बनाकर वायरल कर रहा है। एसपी देहात डा. राकेश मिश्रा का कहना है कि जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
एमबीबीएस का छात्र पुलिस के फर्जी कार्ड के साथ दबोचा
परतापुर: सुभारती डेंटल कालेज में एमबीबीएस कर रहा छात्र रिश्तेदार पुलिस का कार्ड इस्तेमाल कर रोजाना दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे स्थित काशी टोल प्लाजा पर टोल दिए बगैर निकल रहा था। बीतीरात टोल मैनेजर को शक हुआ तो उन्होंने कार्ड को चेक कराया। जिसमें कार्ड तो सही था, लेकिन कार्ड की वैलेडिटी बढ़ा रखी थी। इंस्पेक्टर जितेंद्र सिंह का कहना है कि उनके पास अभी कोई तहरीर नहीं आई है। अगर तहरीर आती है तो कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। एमबीबीएस स्टूडेंट संकित चौधरी निवासी गाजियाबाद रोजाना उक्त कार्ड दिखाकर टोल देने से बच रहा था।