- कोविड-19 के बीच आनलाइन कक्षाओं के संचालन से सुधार रहे विद्यार्थियों का भविष्य
- कोविड-19 में भी आनलाइन माध्यम से निरंतर अध्ययन प्रक्रियाओं को जारी रखा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कोविड-19 संक्रमण के बीच में भले ही शिक्षा संस्थानों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ा हो, लेकिन शिक्षकों ने परेशानी में भी अवसर को तलाशते हुए छात्र-छात्राओं के भविष्य को संवारने में कोई कसर नहीं छोड़ी हैं।
जी हां! कुछ इसी तरह विपरीत परिस्थिति को अवसर में बदलने का कार्य कैंट स्थित मूकबधिर विद्यालय में किया गया। जिसमें शिक्षकों द्वारा बच्चों को आॅनलाइन कक्षाओं व अन्य माध्यम से प्रतिदिन बेहतर शिक्षा उपलब्ध करायी जा रही हैं।
शिक्षा के साथ रोजगार भी उपलब्ध करा रहा विद्यालय
वर्तमान समय में रोजगार की एक बड़ी समस्या सभी युवाओं के सामने रहती है, लेकिन मूकबधिर विद्यालय में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को स्कूल प्रशासन की तरफ से प्लेसमेंट की सुविधा भी उपलब्ध करायी जाती हैं। बता दें कि सभी मूकबधिर छात्र-छात्राओं को कोविड-19 में भी आॅनलाइन माध्यम से निरंतर अध्ययन प्रक्रियाओं को जारी रखा। 12वीं पास होने पश्चात ही 50 से ज्यादा छात्र-छात्राओं को रोजगार भी उपलब्ध करा दिया गया हैं। यहीं नहीं अन्य छात्र-छात्राओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए रूपरेखा तैयार की जा रही हैं।
शूटिंग के साथ-साथ अन्य कार्य में दिखाते हैं प्रतिभा
मूकबधिर छात्र-छात्राएं शिक्षा के साथ-साथ विभिन्न खेलों में भी बेहतर प्रदर्शन करते हैं। जिसमें विद्यालय परिसर स्थित शूटिंग रेज में प्रतिदिन छात्र-छात्राएं अभ्यास करते थे, लेकिन कोविड-19 के कारण अभी वह अभ्यास शुरू नहीं हो पाया है, लेकिन जल्द ही वह भी शुरू होगी।
विद्यालय की प्रिसिंपल डा. अमीता कौशिक ने बताया कि बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ रोजगार भी उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। जिसकी पूरी रूपरेखा तैयार की जाती हैं। शासन के अनुरूप भौतिक कक्षाओं के सत्यापन से पूर्व अभिभावकों से स्वीकृति ली जा रही हैं।
शिक्षिका राखी गहलौत ने कहा कि विषम परिस्थितियों में भी छात्र-छात्राएं अपने विवेक का प्रयोग करते हुए आॅनलाइन कक्षाओं में शत-प्रतिशत देकर पठन-पाठन में भाग लेते हैं। समय-समय पर छात्र-छात्राओं का फीडबैंक लेकर समस्याओं का निवारण भी किया जाता हैं।
शिक्षिका मोनिका साहनी ने कहा कि वर्तमान समय में सोशल मीडिया का सभी उपयोग करते हैं, लेकिन कोविड-19 काल में सोशल मीडिया का सार्थक उपयोग करते हुए शिक्षा व्यवस्था को सुचारु रखने में काफी लाभ मिला।
शिक्षक आयुष शर्मा ने कहा कि आॅनलाइन कक्षाओं के माध्यम से मूकबधिर बच्चों को पढ़ाने का एक नया प्रयोग था, लेकिन नए अवसर में भी छात्र-छात्राएं बेहतर तरह से शिक्षा की सभी गतिविधियों का अध्ययन कर रहे हैं। छात्र-छात्राओं का फीडबैंक लेकर समस्याओं का निवारण भी किया जाता हैं।