- शहर की नर्सरी हुई गुलजार
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शहर में पेड़ पौधों के शौकीनों का अपना एक अलग तबका है। बढ़ते प्रदूषण, हीटवेव और मिलावट के दौर में आजकल ज्यादातर लोग घरों में ही बागबानी और छोटी खेती करना पसंद कर रहे हैं। बढ़ते स्ट्रेस और व्यस्त जीवनशली में लोग खाली समय में हरियाली के समीप रहना पसंद कर रहे हैं। इसके लिये छोटे टेरेस, मिनिएचर गार्डन, बालकॉनी आदि का निर्माण प्रचलन में है। लोग तरह-तरह के फूल और पौधों की खरीदारी कर रहे हैं।
बता दे कि इन दिनों सबसे ज्यादा औषधीय पौधों की मांग है। जिनमें अर्जुन की छाल, जोकि कैंसर और गले की खराश जैसी बीमारियों से लड़ने में कारगर है। कड़ी पत्ता, जोकि आॅस्टियोपोरोसिस से बचाव करता है, आमला बालों व आंखों के लिये फायदेमंद है तो तुलसी एंटीबैक्टीरियल गुण के साथ खून को साफ करने का काम करती है, नीम चेचक में और अदरक गले के रोगों से बचाव के लिये लोग घरों में खूब इस्तेमाल कर रहे हैं। व्यस्त जीवन शैली में खुद को तरोताजा, एनर्जेटिक और स्ट्रेस रिलीव करने के लिए लोग गार्डनिंग का विकल्प चुन रहे हैं।
लोग न सिर्फ खुद बागबानी करते हैं बल्कि फ्री समय में इसका लुत्फ भी उठाते हैं। दुकानदार अमित बताते हैं कि लोग सजावट के लिये केरी का पाम, सीनेट और मुरंटा पसंद कर रहे हैं। ये सीजनल फूल लोगों को खूब भा रहे हैं। साथ ही बाजार की हाइब्रिड फल सब्जियों से बचने के लिये लोग घर में आर्गेनिक फल सब्जी ऊगा रहे हैं। बागबानी के शौकीन सिर्फ फूल ही नहीं बल्कि सब्जी भी खूब लगा रहे हैं। इसमें नीम्बू, आम, अनार, टमाटर, करोंदा डिमांड में है। एक नर्सरी के मालिक अनुज बताते हैं कि वो ग्राहकों को तुलसी का पौधा नि:शुल्क देते हैं।