जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: आयुक्त सभागार में मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा की अध्यक्षता में 15 जनपदों के जिलाधिकारी व जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्वाचक नामावली पुनरीक्षण, निर्वाचन प्रक्रिया के तहत नियम-कानूनों को लेकर प्रशिक्षण प्रदान किया। लखनऊ से आए मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में वोटर लिस्ट की त्रुटियों को सही करने, बीएलओ को ट्रेनिंग देने के बारे में विस्तार से बताया। किसी भी पोलिंग स्टेशन पर 1200 से अधिक वोटर नहीं रहेंगे। इस प्रकार पूरे उत्तर प्रदेश में लगभग 12 प्रतिशत तथा कुछ जनपदों में इससे अधिक पोलिंग स्टेशन बढ़ सकते हैं। इसका फायदा यह होगा कि मतदाताओं को लंबी लाइन में नहीं खड़ा होना पडेगा। उन्होंने बताया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में 15 जिला निर्वाचन अधिकारियों का प्रशिक्षण दिया गया है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि ऐसा पहली बार हो रहा कि इलेक्शन पीरियड के अलावा वोटर लिस्ट को लेकर इतना सघन एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सभी पोलिंग स्टेशन पर मूलभूत सुविधाएं पीने का पानी, महिला व पुरुष का अलग शौचालय, प्रकाश व्यवस्था, साइनेज, दिव्यांगों के लिए रैम्प आदि की सुनिश्चितता करने के निर्देश दिये गये है। जिला निर्वाचन अधिकारियों को बीएलओ ऐप कैसे कार्य करता है इसके बारे में भी जानकारी उपलब्ध कराई गई है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से निश्चित ही वोटर लिस्ट की फीडेलिटी, शुद्धता बहुत अच्छी होगी। प्रशिक्षण कार्यक्रम में निर्वाचन नामावली के शुद्धिकरण की प्रक्रिया के अंतर्गत नाम जुड़वाने, नाम हटाने तथा संशोधन के लिए निर्धारित फार्म-6, 7 एवं 8 के उपयोग की विधि एवं उनसे संबंधित प्रक्रियाओं को विस्तारपूर्वक समझाया। निर्वाचक नामावली का प्रत्येक कार्य पूर्ण पारदर्शिता एवं त्रुटिरहित रूप से संपादित किया जाए। बीएलओ की नियुक्ति, उनके कार्य, दायित्व एवं प्रशिक्षण की प्रक्रिया की भी विस्तार से जानकारी दी गई। अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि अच्छे कर्मचारियों को सुपरवाइजर एवं बीएलओ बनाया जाए तथा प्रशिक्षित किया जाए। बीएलओ का कार्य बहुत ही महत्वपूर्ण होता है निर्वाचक नामावली के शुद्धिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका होती है इसलिए इस पर प्रॉपर मॉनिटरिंग के साथ कार्रवाई की जाए।
वोटर पंजीकरण पोर्टल ऐप का हो प्रचार
वोटर पंजीकरण, शिकायत आदि से संबंधित पोर्टल एवं ऐप का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाये। निर्वाचक नामावली शुद्धिकरण प्रक्रिया में वोटर को जागरूक करते हुये सहभागी बनाया जाए। निर्वाचक नामावली पुनरीक्षण के समस्त कार्यों की जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा नियमित मॉनिटरिंग की जाये। मतदेय क्षेत्रों व मतदेय स्थलों के युक्तिसंगत संभाजन, आवश्यकता अनुसार शिफ्टिंग तथा उन स्थलों पर मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाए। वेयरहाउस का प्रत्येक माह निरीक्षण कर वहां की सुरक्षा व्यवस्था का गहन परीक्षण किया जाए, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न करने के स्पष्ट निर्देश दिए गए। इस अवसर पर उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी अमित सिंह, आयुक्त मेरठ मंडल मेरठ हृषिकेश भास्कर यशोद, 15 जिलों के जिला निर्वाचन अधिकारी उपस्थित रहे।