- टोल पर आए दिन लगने वाला जाम हुआ बेकाबू
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: फास्टैग सुविधा लागू होने के बाद भी लोगों को सिवाया टोल प्लाजा पर जाम से निजात नहीं मिल रही है। दिनभर वाहन चालक यहां जाम से जूझते रहते हैं। टोलकर्मी मशक्कत के बाद जाम खुलवा पा रहे हैं। दरअसल देशभर के सभी टोल प्लाजा पर फास्टैग अनिवार्य कर दिया गया है। इसके तहत वाहन को टोल पर रुकना नहीं पड़ेगा और फास्टैग वॉलेट से स्वत: ही टोल शुल्क कट जाएगा। सिवाया टोल प्लाजा पर व्यवस्था पूरी तरह पटरी पर नहीं आ पाई है। ऐसे में यातायात व्यवस्था बिगड़ जाती है। कई बार तो वाहन चालकों से टोलकर्मियों की नोकझोंक भी हो जाती है।
एनएच-58 स्थित सिवाया टोल प्लाजा पर जाम लगने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस टोल से गुजरने वाले लोगों को परेशानी से जूझना पड़ रहा है। इस जाम में फंसे लोगों को लाखों रुपये का तेल फूंकने के कारण लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है, लेकिन देश का यह ऐसा पहला टोल है जहां वीआईपी लाइन नहीं बनी हुई है। एंबुलेंस निकलने के लिए भी कोई भी लाइन निर्धारित आजतक नहीं की गई है। टोल शुल्क तो वसूला जा रहा है, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
शनिवार एवं रविवार को इस टोल प्लाजा पर भयंकर जाम लगा रहता है। हालांकि अब तो हालात ये हो गए हैं कि आए दिन ही टोल पर जाम लगने लगा है। जिसके चलते लोगों को घंटों तक टोल प्लाजा पर वाहनों को लेकर खड़े रहना पड़ता है। जाम को खुलवाने के लिए भी कोई बंदोबस्त आज तक नहीं किए गए हैं। टोलवे प्रबंधन टोल शुल्क वसूलने में तो लगा हुआ है, लेकिन जाम खुलवाने के लिए कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। जिसके चलते लोगों में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है।
दावे तमाम, सुविधा नदारद
टोल प्लाजा पर प्रत्येक प्रकार की सुविधा के दावे तो किए जाते हैं, लेकिन यह दावे सिर्फ कागजों में ही है। धरातल पर हवा हवाई है, क्योंकि टोल पर प्रबंध सिर्फ और सिर्फ शुल्क वसूलने में लगा हुआ है। यात्रियों को सुविधा देने के नाम पर सिर्फ और सिर्फ खानापूर्ति है। इन्हीं समस्याओं का एक कारण आए दिन जाम लगना भी है इस समस्या का आज तक भी छुटकारा नहीं हो सका है।
यात्री सुविधाओं का भी टोटा
सिवाया टोल प्लाजा पर यात्री सुविधाओं का टोटा है। यात्रियों के लिए पानी, शौचालय और एंबुलेंस तक की व्यवस्था नहीं है। सुरक्षा मानकों का खुले आम उल्लंघन हो रहा है। वाहन स्वामियों से आए दिन तकरार होती है। टोल प्लाजा के मैनेजमेंट द्वारा फास्टैग लगवाने के लिए प्रेरित किया जाता है। विवाद का कारण जागरूकता की कमी बताया गया है।
परिवहन मंत्रालय में करेंगे शिकायत
आसपास के लोग अब परिवहन मंत्रालय ने इस टोल की समस्या को लेकर शिकायत करने के मूड में आ गए हैं। क्योंकि एनएचएआई से भी तमाम शिकायतों के बाद आज तक जाम की समस्या से कोई छुटकारा नहीं मिल पाया है। इसलिए अब स्थानीय लोग परिवहन मंत्रालय में शिकायत करेंगे।