जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: पंजाब में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले मंत्रियों के नामों की घोषणा के बाद शपथ ग्रहण आज होने वाला है।
चुने गए मंत्री शाम साढ़े चार बजे शपथ लेंगे। शनिवार को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित से मिलकर शपथ ग्रहण का समय मांगा था।
जानकारी के अनुसार, नई दिल्ली में राहुल गांधी के आवास पर शुक्रवार रात 10 बजे से चार घंटे तक चली बैठक में मंत्रियों की जिस सूची को हरी झंडी दी गई है, उनमें 7 नए चेहरों के शामिल करने के साथ ही कैप्टन मंत्रिमंडल के 5 मंत्रियों को हटा दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार, मंत्रियों की फाइनल सूची में ब्रह्म मोहिंदरा, राणा गुरजीत, मनप्रीत बादल, तृप्त राजिंदर बाजवा, सुखबिंदर सिंह सरकारिया, अरुणा चौधरी, रजिया सुल्ताना, डॉ. राज कुमार वेरका, भारत भूषण आशु, विजय इंदर सिंगला, गुरकीरत कोटली, राजा वड़िंग, संगत सिंह गिलजियां, काका रणदीप सिंह, परगट सिंह, कुलजीत सिंह नागरा के नाम शामिल हैं।
वहीं, कैप्टन मंत्रिमंडल में शामिल रहे बलबीर सिद्धू, राणा गुरमीत सोढी, गुरप्रीत सिंह कांगड़, साधु सिंह धर्मसोत और सुंदर शाम अरोड़ा को चन्नी के मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया गया है।
बता दें कि मुख्यमंत्री चन्नी ने अपने मंत्रिमंडल को अंतिम रूप देने के लिए बीते दो दिन के दौरान नई दिल्ली में पार्टी आलाकमान के साथ दो बार बैठक की है।
वीरवार को रात 10 बजे से करीब 2 बजे तक राहुल गांधी के साथ चली मैराथन बैठक के बाद चन्नी शुक्रवार सुबह चंडीगढ़ लौटे थे। उनके साथ नवजोत सिंह सिद्धू और दोनों डिप्टी सीएम भी थे।
लेकिन शुक्रवार शाम को राहुल गांधी ने उन्हें फिर दिल्ली बुला लिया और वे शाम को फिर से दिल्ली पहुंच गए। इसके बाद रात को राहुल गांधी के निवास पर फिर से मैराथन बैठक हुई और चन्नी समेत चारों नेता शनिवार को सुबह चंडीगढ़ लौटे।
इन दो बैठकों को लेकर कयास लगाए जा रहे थे कि मंत्रिमंडल को लेकर अंतिम फैसला नहीं हो पा रहा।
लेकिन शनिवार सुबह मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से मिलने का समय मांगा तो साफ हो गया कि मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण का कार्यक्रम तय करने के लिए राज्यपाल से मिलने जा रहे हैं।
चन्नी मंत्रिमंडल में नए चेहरे
- डॉ. राजकुमार वेरका – अनुसूचित जाति के कद्दावर नेता। कैप्टन के करीबी नेता थे, लेकिन मंत्री नहीं बनाया था।
- संगत सिंह गिलजियां- साल 2007 में कैप्टन ने टिकट काट दी थी। कैप्टन के विरोधी गुट के नेता।
- अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग- राहुल गांधी के करीबी। यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। सिद्धू के करीबी।
- परगट सिंह- हॉकी टीम के पूर्व कप्तान। अकाली छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए। कैप्टन के धुरविरोधी। सिद्धू के करीबी।
- कुलजीत सिंह नागरा- शुरू से ही कैप्टन के विरोधी रहे हैं। सिद्धू के अध्यक्ष बनते ही पंजाब कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए।
- गुरकीरत सिंह कोटली- पूर्व सीएम बेअंत सिंह परिवार से हैं। कैप्टन की अनदेखी से सिद्धू के करीब पहुंच गए।
- राणा गुरजीत सिंह- साल 2017 में कैबिनेट मंत्री थे। रेत बजरी के आरोप लगने पर कैप्टन ने मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया था।
इन मंत्रियों को फिर मिला मौका
- चरणजीत सिंह चन्नी – मुख्यमंत्री
- सुखजिंदर सिंह रंधावा – उपमुख्यमंत्री
- ओपी सोनी – उपमुख्यमंत्री
- ब्रह्म मोहिंदरा
- तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा
- मनप्रीत सिंह बादल
विजय इंद
(कैप्टन कैबिनेट के जिन मंत्रियों को नए मंत्रिमंडल में भी मौका मिल रहा है, उनके लिए अंतिम फैसला हाईकमान द्वारा लिया गया है।
यह लगभग सभी मंत्री पंजाब कांग्रेस के सीनियर नेताओं में शुमार हैं और पार्टी चुनावी सीजन में ऐसे अनुभवी नेताओं को नजरअंदाज करने का जोखिम नहीं उठा सकती।)
नए मंत्रिमंडल में इन्हें जगह नहींराणा गुरमीत सिंह सोढी
- सुंदर श्याम अरोड़ा
- बलबीर सिंह सिद्धू
- गुरप्रीत सिंह कांगड़
- साधू सिंह धर्मसोत
(कैप्टन-सिद्धू विवाद के बीते पांच माह के दौरान कैप्टन सरकार के वह मंत्री जो विरोधी खेमे के खिलाफ सबसे ज्यादा मुखर रहे, लेकिन हाईकमान में उतनी मजबूत पैठ न होने के कारण चन्नी और सिद्धू की जोड़ी द्वारा आसानी से बाहर कर दिए गए हैं)
कैप्टन का आशीर्वाद लेने जाएंगे : चन्नी
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने शनिवार को कहा कि वह रविवार को मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों के शपथ ग्रहण करने के बाद, जल्दी ही पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मिलने जाएंगे और उनका आशीर्वाद प्राप्त करेंगे।
उन्होंने कहा कि वह स्वयं और उनकी कैबिनेट के सभी मंत्री कैप्टन से मिलेंगे।
सभी मंत्रियों को मिलेंगी नई इनोवा गाड़ियां
चन्नी मंत्रिमंडल के सभी मंत्रियों के लिए जहां सरकारी बंगलों के अलॉटमेंट की तैयारी शुरू हो गई है, वहीं राज्य सरकार ने सभी मंत्रियों को नई इनोवा गाड़ियां देने का फैसला किया है।
पता चला है कि सरकार ने इस मद में सवा चार करोड़ रुपये का बजट जारी कर दिया है। यानी शपथ ग्रहण के बाद अगले हफ्ते सभी मंत्री नई गाड़ियों में नजर आएं तो हैरान होने की जरूरत नहीं है।