भैयादूज के त्योहार के कारण यात्रियों की भीड़ उमड़ी तो उपलब्ध साधन भी नाकाफी नजर आये। रोडवेज बसों की कमी के चलते यात्री ‘बेबस’ दिखाई दिये, वहीं रेलवे स्टेशन पर भी पीने के पानी और शौचालय जैसी सुविधाएं भी यात्रियों को नहीं मिली। एनएच-58 से लेकर शहर की सड़कों पर भी वाहनों की भीड़ रही। खड़ौली बाइपास पर हाइवे जाम की चपेट में रहा। इसकी वजह रही बाइकर्स के हाइवे को बीच में क्रास करना, जिसके चलते हाइवे पर वाहन धीरे-धीरे रेंगने लगे। लोकल रूटों पर बसों की कमी खली। लोगों की भारी भीड़ मवाना, सरधना व अन्य कस्बों में रही, जहां पर बसों की खासी कमी रही। लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा। तमाम उपलब्ध सुविधाएं नाकाफी रही।
- छोटे मार्गों पर जाने वालों को बसें उपलब्ध नहीं करा सके अधिकारी, जमकर नोकझोंक
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: भैयादूज के मौके पर रोडवेज अधिकारियों की ओर से किए गए यात्रियों को असुविधा न होने देने के दावे बौने साबित होकर रह गए। यात्रियों की भारी भीड़ गंतव्य तक जाने के लिए भैंसाली बस स्टैंड पर इधर से उधर भटकते रहे। नोएडा की ओर जाने वाले सभी यात्रियों को नोएडा डिपो के भरोसे छोड़ दिए जाने से इस ओर जाने वाले यात्रियों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं मोदीनगर, मुरादनगर की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए रोडवेज की ओर से बसों की कोई व्यवस्था नहीं की गई।
22 से 31 अक्टूबर तक मेरठ के तीनों डिपो की सभी बसों को रोड पर उतार देने और डिमांड के अनुसार बसों की व्यवस्था करने के दावे कई दिन से अधिकारी कर रहे थे। इस बीच दीपावली और इसके दो दिन बाद तक स्थिति नियंत्रण में नजर आती रही, जिसको देख अधिकारी अपनी पीठ थपथपाते रहे, लेकिन गुरुवार को भैयादूज के अवसर पर भैंसाली बस स्टैंड पहुंचे यात्रियों को बसों के लिए इधर-उधर भटकना पड़ा।
बताया गया कि सुबह से ही भैंसाली से दिल्ली, आनन्द विहार, गाजियाबाद, नोएडा, हरिद्वार आदि मार्गों पर जाने वाले यात्रियों की संख्या सबसे अधिक रही। सुबह 10 बजे के बाद स्थिति यह होने लगी, कि नोएडा की ओर जाने वाले यात्रियों को बसों के लिए काफी देर तक इंतजार करना पड़ा। इसका कारण यह बताया गया कि नोएडा की ओर आने-जाने वाले यात्रियों के लिए मेरठ या भैंसाली डिपो की ओर से कोई बस ही नहीं लगाई गई।
इसके बजाय नोएडा को लाने-ले जाने का काम नोएडा डिपो की बसों के संचालन पर निर्भर रहा। इस मार्ग पर यात्रियों की संख्या अधिक होने की जानकारी के बावजूद नोएडा डिपो ने भी बसों के फेरे बढ़ाने की ओर कोई ध्यान नहीं दिया। जिसका नतीजा यह रहा कि काफी देर के इंतजार के बाद नोएडा की बस आती, तो उसमें चढ़ने के लिए यात्रियों में होड़ मच जाती। शाम तक इस रूट पर यही स्थिति देखने को मिलती रही।
नोएडा के साथ साथ मोदीनगर और मुरादनगर होकर मोहननगर आनन्द विहार जाने वालों का संचालन भी बहुत कम होता नजर आया। जिसके चलते इस दिशा में जाने वाले यात्रियों को बसों के इंतजार में घंटों तक भटकना पड़ा। भैंसाली बस स्टैंड पर मिले यात्रियों ने बताया कि वे बार-बार जाकर पूछताछ कक्ष में जानकारी लेने का प्रयास करते रहे, लेकिन वहां उनके सवाल का जवाब देने की स्थिति में कोई नहीं था।
यह स्थिति तब रही, जबकि मेरठ डिपो के एआरएम जगदीश सिंह और भैंसाली डिपो के एआरएम अरविन्द यादव मौके पर मौजूद रहकर स्थिति को नियंत्रित करने और बसों की व्यवस्था कराने का दावा करते रहे। दोनों अधिकारियों का कहना था कि सभी मार्गों के लिए बसें सहजता के साथ उपलब्ध रही हैं।
अरविन्द यादव ने बताया कि अनुबंधित बसों के आपरेटरों को बुलाकर मोदीनगर-मुरादनगर मार्ग पर बसों को भेजने की व्यवस्था कराई गई है। दूसरी ओर सोहराब गेट डिपो के वरिष्ठ प्रभारी संजय राणा ने बताया कि केवल बुलन्दशहर मार्ग पर यात्रियों की संख्या अधिक रही है। शेष मार्गों पर सामान्य रूप से बसों का संचालन किया गया है।
जब यात्रियों से उलझ गया परिचालक
शाम करीब साढ़े चार बजे जनवाणी टीम ने भैंसाली बस स्टैंड का जायजा लिया, तो पाया कि नोएडा, गाजियाबाद के साथ-साथ मोहननगर, मुरादनगर, मोदीनगर और मवाना की ओर जाने वाले यात्री बसों के लिए इधर-उधर भटक रहे थे। इसी दौरान अनुबंधित बसों का संचालन कराने वाले एक चालक से यात्रियों ने अपने-अपने गंतव्यों के लिए बसों की उपलब्धता के बारे में पूछ लिया।
इस पर वह यात्रियों से ही भिड़ गया, जिसको लेकर काफी देर तक हंगामा होता रहा। बस स्टैंड पर तैनात पुलिसकर्मियों को आकर बीचबचाव करना पड़ा। यात्रियों का कहना था कि बसों का संचालन कर रहा यह चालक किसी को सीधे तौर जवाब देकर संतुष्ट नहीं कर रहा है। इस बारे में पूछने पर चालक ने खुद के बस स्टाफ होने से ही इन्कार कर दिया। जबकि उसके साथियों ने उसका नाम और निवास तक बता दिया।
छठ के लिए दिल्ली भेज दीं 45 बसें
दिल्ली से छठ के लिए विभिन्न स्थानों पर जाने वाले यात्रियों के लिए मेरठ डिपो से 20 और सोहराब गेट डिपो से 25 बसों को आनन्द विहार भेज दिया गया। दो दिनों से आनन्द विहार में रहकर डिपो के एक अधिकारी उनका संचालन कर रहे हैं।
एक साथ 45 बसों के बाहर जाने के चलते भैंसाली डिपो से संबंधित मार्गों पर भैयादूज के लिए निकलने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि अधिकारी इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं हुए, कि 45 बसों को दिल्ली भेजे जाने से संकट बना है।