नमस्कार,दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंद है। जुलाई 2025 खगोलीय घटनाओं के लिहाज से एक गंभीर और प्रभावशाली महीना साबित होने वाला है। इस महीने शनि, बुध और नेपच्यून जैसे तीन बड़े ग्रह एक साथ वक्री चाल (retrograde motion) में प्रवेश करेंगे। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों की वक्री स्थिति जीवन में आत्ममंथन, संघर्ष और पुराने विषयों के दोबारा उभरने का संकेत देती है। जब एक साथ तीन ग्रह उल्टी चाल चलते हैं, तो इसका प्रभाव कई राशियों पर गहरा पड़ सकता है।
वक्री ग्रहों का अर्थ क्या होता है?
वक्री चाल का मतलब होता है ग्रह का अपनी सामान्य दिशा से उल्टी दिशा में चलना (धरती से देखने पर)। यह दिशा परिवर्तन भ्रमात्मक होता है, लेकिन इसका मनोवैज्ञानिक और ज्योतिषीय प्रभाव गहरा माना जाता है।
इन राशियों को रहना होगा विशेष सतर्क
- सिंह (Leo): करियर में अस्थिरता और पारिवारिक तनाव
बुध की वक्री चाल के प्रभाव से सिंह राशि के जातकों को करियर में बाधाओं और गलतफहमियों का सामना करना पड़ सकता है।
कार्यस्थल पर छोटी सी गलती भी बड़ी छवि को नुकसान पहुंचा सकती है।
पारिवारिक रिश्तों में खटास और साथी से विवाद की आशंका।
सुझाव: हर निर्णय सोच-समझकर लें, पारदर्शिता रखें।
- तुला (Libra): कानूनी उलझनों और स्वास्थ्य को लेकर सावधानी जरूरी
शनि और बुध दोनों की वक्री चाल तुला राशि के लिए दबावपूर्ण परिस्थितियों को जन्म दे सकती है।
कोर्ट-कचहरी, झगड़े या विवाद की संभावना बढ़ सकती है।
स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं गहराने की आशंका।
सुझाव: कानूनी मामलों में विशेषज्ञ सलाह लें, सेहत को नजरअंदाज न करें।
- कुंभ (Aquarius): विरोधियों से सतर्क रहें, गलत संगत से दूरी बनाएं
वक्री ग्रहों की स्थिति से कुंभ राशि के जातकों के लिए शत्रु सक्रिय हो सकते हैं।
निर्णय क्षमता प्रभावित हो सकती है, जिससे धन और समय की हानि संभव है।
सुझाव: संयम और आत्मनियंत्रण से काम लें, नकारात्मक संगत से दूर रहें।
- मीन (Pisces): दांपत्य जीवन और आर्थिक मोर्चे पर चुनौती
शनि और बुध की उल्टी चाल मीन राशि के जातकों के लिए रिश्तों में तनाव और आर्थिक समस्याओं की ओर इशारा कर रही है।
दांपत्य जीवन में गलतफहमियां और मानसिक अस्थिरता बढ़ सकती है।
सुझाव: खर्चों पर नियंत्रण रखें, निवेश या कर्ज लेने से फिलहाल बचें।
बता दें कि, जुलाई 2025 का महीना आत्मनिरीक्षण, धैर्य और सतर्कता की मांग कर रहा है। ग्रहों की चाल भले ही उल्टी हो, लेकिन सही दृष्टिकोण और सावधानी से जीवन में नवीन दिशा और संतुलन पाया जा सकता है। विशेषकर सिंह, तुला, कुंभ और मीन राशि के लोगों को इस दौरान अपने विचारों, निर्णयों और संबंधों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। “ग्रह वक्री हों या मार्गी, समझदारी और आत्मज्ञान से ही जीवन में स्थिरता आती है।”