Friday, June 27, 2025
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बचा लो तालाब, वरना आएगा सूखे का सैलाब

  • सरधना में खतरे में तालाबों का अस्तित्व, कार्रवाई के नाम पर भरा जा रहा फाइलों का पेट
  • सरकारी रिकॉर्ड में 14 तालाब, धरातल पर एक नहीं
  • तालाबों पर बनी हैं पक्की इमारतें, आज तक एक भी तालाब नहीं हो सका कब्जामुक्त

जनवाणी संवाददाता |

सरधना: सुप्रीम कोर्ट से लेकर सरकार तक तालाबों को बचाने के लिए सख्त आदेश जारी कर रही है। सामाजिक संगठन तक चिल्लाते-चिल्लाते थक गए हैं कि तालाबों-जलाशयों को बचा लो। वरना भविष्य भयानक होने वाला है। मगर सरकारी मशीनरी पूरी तरह आंखों पर पट्टी बांधे बैठी है। जनता के टैक्स से भार भरकम वेतन लेने वाले अधिकारी एसी वाले दफ्तरों में बैठकर तालाब कब्जा मुक्त कराने के नाम पर फाइलों का पेट भर रहे हैं।

सरधना नगर की ही बात करें तो पालिका रिकॉर्ड के अनुसार यहां कुल 14 तालाब हैं। जो अपने अस्तित्व को बचाने के लिए तड़प रहे हैं। समय के साथ इन तालाबों का वजूद खत्म होता जा रहा है। फाइलों में नजर आने वाले 14 तालाब जमीन पर कहीं नहीं दिखते। क्योंकि इन तालाबों पर कब्जे कर लिए गए हैं। प्रशासन द्वारा कार्रवाई तो की जाती है, लेकिन सिर्फ कागजों में।

आज तक प्रशासन की कार्रवाई पैमाइश से आगे नहीं बढ़ पाई है। जिसका नतीजा यह है कि तालाब लुप्त होने की कगार पर हैं। भले ही इसका परिणाम अभी नजर नहीं आ रहा हो, लेकिन भविष्य में आने वाली पीढ़ी हमें इस बात के लिए जरूर कोसेगी कि हमने अपने स्वार्थ के लिए भविष्य को सूली पर चढ़ा दिया था।

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तालाबों और अन्य जलाशयों के घटते अस्तित्व को लेकर सुप्रीम कोर्ट लगातार चिंता जताता रहा है। कोर्ट और केंद्र के साथ राज्य सरकार के सख्त आदेश हैं कि किसी भी रूप में जलाशयों को जीवित किया जाए। इसके लिए तमाम सामाजिक संस्थाएं भी आवाज उठा रही हैं। मगर अफसोस सभी आदेश के जवाब में सरकारी सिस्टम फाइलों का पेट भरने में लगा हुआ है।

इस बात का सवाल ही नहीं उठता है कि किसी तालाब पर कब्जा हो और हल्का लेखपाल से लेकर तहसील स्तर तक किसी को पता न चले। मगर सेटिंग का खेल ऐसा चलता है कि सबकी आंख बंद हो जाती हैं। सरधना नगर की बात करें तो पालिका रिकॉर्ड के अनुसार यहां 14 तालाब हैं। मगर वर्तमान में सभी तालाब अपना अस्तित्व खो चुके हैं। तालाब की भूमि पर कब्जे हो गए हैं। यहां तक की पक्की इमारतें खड़ी कर दी गई हैं। मगर प्रशासन की कार्रवाई पैमाइश से आगे नहीं बढ़ती है।

वर्तमान में यह तालाब अपना अस्तित्व बचाने के लिए तड़प रहे हैं। एक-दो तालाब आंशिक रूप से बचे भी हुए हैं। मगर उनका वजूद भी खत्म होता नजर आ रहा है। इसका कारण है कि प्रशासन इस ओर गंभीर नहीं है। तालाब के नाम पर चंद मीटर जमीन के टुकड़े नजर आते हैं। मगर अधिकारी इस ओर से पूरी तरह आंखें बंद किए बैठे हैं। यही हाल रहा तो भविष्य में आने वाली पीढ़ी पानी के लिए जरूरत तरस जाएंगी और उस दिन के लिए हमें कोसेंगी।

पता सबको है, करता कोई कुछ नहीं

तहसील से लेकर पालिका स्तर तक अधिकारियों को तालाब की संख्या और उनकी हालत बखूबी पता है। मगर इस ओर कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं होता है। शासन स्तर से सख्ती की जाती है तो पैमाइश का ढोंग करके कागजों का पेट भर देते हैं। इसके बाद फाइल ठंडे बस्ते में चली जाती है।

कई मोटे पेट वाले कब्जे में शामिल

तालाब की भूमि पर कब्जे करने वालों में सभी तरह के लोग शामिल हैं। सफेद पोश से लेकर गणमान्य और रईसजादे भी कब्जे के खेल में सने हुए हैं। कार्रवाई शुरू होती है तो यह लोग अपनी ऊंची पहुंच का फायदा उठाकर रुकवा देते हैं। क्योंकि फाइल की पूर्ति करनी है तो गरीबों की झोपड़ी और दीवारें गिराकर पल्ला झाड़ लेते हैं। बाकी तालाबों पर बने विवाह मंडल से लेकर फैक्ट्री और बड़ी इमारत को छुआ तक नहीं जाता।

सरधना में ये है 14 तालाबों की हालत

  1. नंबर-1-खसरा संख्या-1905-हेक्टेयर वर्ग मीटर 0,6960-उक्त तालाब संत चार्ल्स इंटर कॉलेज की चारदीवारी के अंदर मौजूद है। जो कृषि के लिए इस्तेमाल हो रहा है।
  2. नंबर-2-खसरा संख्या-2547-हेक्टेयर वर्ग मीटर-0,1520/3,3690 यह तालाब भी संत चार्ल्स इंटर कॉलेज की चारदीवारी के अंदर है।
  3. नंबर-3-खसरा संख्या-2163-हेक्टेयर वर्ग मीटर 0,2150-इस तालाब की भूमि पर पावरलूम फैक्ट्री व भवन बने हैं।
  4. नंबर-4-खसरा संख्या-2012-हेक्टेयर वर्ग मीटर-0,1110-यह तालाब भी अवैध कब्जे का शिकार है।
  5. नंबर-5-खसरा संख्या-2468-हेक्टेयर वर्ग मीटर 0,1070 तहसील रोड पर स्थित इस तालाब पर आंशिक कब्जा है। चंद मीटर भूमि खाली पड़ी है।
  6. नंबर-6-खसरा संख्या-2351-हेक्टेयर वर्ग मीटर 0,0510,यह तालाब पांडुशिला रोड पर स्थित है। जो आंशिक रूप से खाली है।
  7. नंबर-7-खसरा संख्या-2482-हेक्टेयर वर्ग मीटर, 0,5060-यह तालाब आंशिक रूप से कब्जे में है।
  8. नंबर-8-खसरा संख्या-2488-हेक्टेयर वर्ग मीटर 1,4550-तालाब दर्जनों इमारत खड़ी हैं।
  9. नंबर-9-खसरा संख्या-2484-हेक्टयेर वर्ग मीटर-0,0760-इस तालाब पर भी आबादी बस चुकी है।
  10. नंबर-10-खसरा संख्या-1877-हेक्टेयर वर्ग मीटर-0,2770 कालंद चुंगी पर स्थित यह तालाब कूडेÞ से अटा पड़ा है। कुछ भी अतिक्रमण कर लिया गया है।
  11. नंबर-11-खसरा संख्या-2325-हेक्टेयर वर्ग मीटर-0,1900-इस तालाब की भूमि पर इमारत खड़ी है।
  12. नंबर-12-खसरा संख्या-2273-हेक्टेयर वर्ग मीटर-0,1010- कुछ पर खेती हो रही है तो कुछ खाली पड़ी है।
  13. नंबर-13-खसरा संख्या-2367-हेक्टेयर वर्ग मीटर-0,2280-इस तालाब पर भी आबादी बस चुकी है।
  14. नंबर-14-खसरा संख्या-2461-1,1020/1,8980-तहसील रोड स्थित तालाब की अधिकांश भूमि पर कब्जा है।

तालाबों से जुड़ी फाइल को गंभीरता से लिया जाएगा। फाइल देखने के बाद सभी तालाबों की पैमाइश कराई जाएगी। तालाबों पर कब्जा नहीं होने दिया जाएगा। -महेश प्रसाद, कार्यवाहक ईओ सरधना

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