जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: वरिष्ठ कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया है। इसके साथ ही सबसे पुरानी पार्टी के साथ उनके परिवार का 55 साल का रिश्ता खत्म हो गया। बताया जा रहा है कि दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट को लेकर उन्होंने पार्टी का साथ छोड़ा है। अब अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह आज ही एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, इन खबरों पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का कहना है कि अगर देवड़ा शिवसेना में शामिल होने का फैसला करेंगे तो पार्टी उनका स्वागत करेगी। वहीं, उद्धव ठाकरे वाली शिवसेना ने कह दिया है कि दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट पर कोई समझौता नहीं होगा।
शिंदे ने पत्रकारों से कहा, ‘मैंने उनके इस कदम के बारे में सुना है। अगर वह पार्टी में शामिल हो रहे हैं तो मैं उनका स्वागत करूंगा।’
गौरतलब है, देवड़ा ने रविवार सुबह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस बात का एलान किया था कि वह कांग्रेस का साथ छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘आज मेरी राजनीतिक यात्रा के एक महत्वपूर्ण अध्याय का समापन हुआ। कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से मैंने अपना त्यागपत्र दे दिया है। पार्टी के साथ मेरे परिवार का 55 साल पुराना रिश्ता खत्म। मैं वर्षों से उनके अटूट समर्थन के लिए सभी नेताओं, सहकर्मियों और कार्यकर्ताओं का आभारी हूं।
पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक गलियारों में अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल हो सकते हैं।
शिवसेना (यूबीटी ) नेता संजय राउत ने रविवार को कहा कि दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट पर कोई समझौता नहीं होगा। बता दें, शिवसेना के अरविंद सावंत, जो अब ठाकरे गुट के साथ हैं, ने 2014 और 2019 के आम चुनावों में देवड़ा को निर्वाचन क्षेत्र से हराया था।
संजय राउत ने कहा, ‘सावंत दो बार के सांसद हैं। उनके दोबारा चुनाव लड़ने में क्या गलत है? इस पर कोई समझौता नहीं होगा।’
देवड़ा के कांग्रेस छोड़ने के बारे में पूछे जाने पर राउत ने कहा, ‘हम मुरली देवड़ा को बहुत अच्छी तरह से जानते हैं और पार्टी के लिए काम करने और बलिदान देने के बारे में जानते हैं। अगर लोग चुनाव लड़ने के लिए निष्ठा बदलते हैं तो यह दिखाता है कि राज्य में एक नया चलन शुरू हो गया है।’
शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा, ‘सब सत्ता की राजनीति है। खोखे की राजनीति है और कुछ नहीं। हम कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुरली देवड़ा को जानते थे। वह एक महान नेता थे। वह कांग्रेस से बहुत जुड़े हुए और वफादार थे।’
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम का कहना है, ‘हम हर देशभक्त, हर राष्ट्रवादी का स्वागत करेंगे जो राष्ट्र निर्माण में योगदान देना चाहते हैं। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत निर्माण चल रहा है। लोग अपनी पार्टियों में काम कर रहे हैं, लेकिन भारत माता का कोई भी बेटा जो वंशवाद को पीछे छोड़ना चाहता है और हमारे साथ जुड़ना चाहता है, उसका स्वागत है।’
मिलिंद देवड़ा का जन्म चार दिसंबर 1976 को मुंबई में हुआ। मिलिंद के पिता मुरली देवड़ा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा हैं। पिता की राह पर चलते हुए मिलिंद भी राजनीति में आए और कांग्रेस पार्टी से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। मिलिंद देवड़ा ने अमेरिका की बोस्टन यूनिवर्सिटी से प्रबंधन में स्नातक किया है। राजनीति में आने से पहले मिलिंद देवड़ा ने अमेरिका और भारत में कॉरपोरेट सेक्टर में विभिन्न पदों पर काम किया।
साल 2008 में उन्होंने फिल्म निर्माता मनमोहन शेट्टी की बेटी पूजा शेट्टी से शादी की थी। मिलिंद देवड़ा की पत्नी पूजा शेट्टी एक फिल्म निर्माण कंपनी में मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर हैं। मिलिंद देवड़ा ने साल 2004 में दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे और उनका नाम देश के सबसे युवा सांसदों में भी शुमार है। इसके बाद वह 2009 के लोकसभा चुनाव में भी दक्षिण मुंबई सीट से जीत दर्ज करने में सफल रहे।