- दिन ढलते ही शुरू हो जाता है मिट्टी खनन और रातभर धडल्ले से चलता है
- खनन के प्रति पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने पूरी तरह से आंख बंद कर रखी है
जनवाणी संवाददाता |
दाहा: दोघट थाना क्षेत्र में मिटृटी का खनन धड्ल्ले के साथ चल रहा है। जिस पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की कोई नजर नहीं है। जिसका खनन करने वाले खूब लाभ उठा रहे है। रात के अंधेरे में जेसीबी से धड्ल्ले से खनन किया जाता है और रात्रि में भराव आदि कर दिया जाता है। हैरान करने वाली बात है कि इतने बड़े स्तर पर चल रहे मिट्टी खनन की पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को भनक नहीं है या जानबूझकर नजरअंदाज किया जा रहा है।
बता दे कि दोघट थाना क्षेत्र में मिट्टी का खनन धडल्ले के साथ चल रहा है। खनन करने वालों ने भराव आदि का ठेका लिया हुआ है। खनन करने के बाद मकान, दुकान, स्कूल आदि का भराव करते है। यह सभी काम रात के अंधेरे में होते है। जानकारी के अनुसार दिन ढलते ही जैसे-जैसे अंधेरा होना शुरू हो जाता है तो खनन का कार्य तेजी के साथ चलना शुरू हो जाता है।
रातभर जेसीबी से खनन किया जाता है और आननफानन में ट्रालियों में मिट्टी लादी जाती है। एक के बाद एक ट्राली भरने के लिए जेसीबी के पास खड़ी रहती है। बताया कि यह खनन क्षेत्र में पिछले करीब एक सप्ताह से चल रहा है। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी इस खनन से पूरी तरह से अनजान बने हुए है।
हैरान करने वाली बात है कि जब क्षेत्र में इतने बड़े स्तर पर मिट्टी खनन चल रहा है और पुलिस व प्राशासनिक अधिकारी इससे अंजान बने हुए है, यह बात गले नहीं उतर रही है। अधिकारी कहीं जानबूझकर इसे नजरअंदाज तो नहीं कर रहे है । यह बड़ा हैरान व परेशान करने वाला सवाल है।
लोगों का कहना था कि जब खनन एक नंबर का है तो दिन में क्यों नहीं किया जाता है। रात के अंधेरे में करने का क्या मतलब है ? खनन करने के बाद मिट्टी को ट्रैक्टर-ट्राली के माध्यम से बड़ौत-बुढ़ाना मार्ग पर पुसार गांव के पास एक नवनिर्मित स्कूल में का भराव भी यहीं से किया जा रहा है। खनन के संबंध में लोगों ने डीएम से मिलने का निर्णय लिया है। अब देखना है कि जांच पड़ताल के बाद क्या सामने आता है।
इस संबंध में एसओ दोघट दिनेश कुमार चिकारा का कहना है कि मिटृटी खनन करने वालों के पास खनन करने की प्रमीशन है। बिना किसी प्रमिशन के खनन नहीं किया जा रहा है।