- पार्षदों को दिलाये गये पैसे, फिर भी नहीं बांटी वोटें
- सपा अध्यक्ष ने जताई नाराजगी, जवाब किया तलब
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: चुनाव निपटने के बाद अब जैसे-जैसे खेल की पोल खुल रही है, उससे बड़े नेताओं की पेशानी पर बल पड़ रहे हैं। वोट दिलाने के लिए सपा-बसपा में बड़े पैमाने पर खेल हुआ। पार्षदों ने पहले सपा संगठन से लेन-देन किया और उसके बाद बसपा के खेमे में भी लेन-देन के लिए सेंधमारी कर ली। पार्षदों ने सबसे बड़ा खेल यह किया कि उन्होंने दोनों हाथों में लड्डू थामते हुए पैसे भी लिये।
इसके बाद भी न तो वोटों का वितरण किया और न ही मतदाताओं को बूथ स्थल तक पहुंचाने में प्रयास किये। इसकी बाकायदा आॅडियो और वीडियो भी वायरल हो रही है। उधर, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तक यह मामला पहुंच चुका है। नाराजगी जताते हुए जिलाध्यक्ष व अन्य नेताओं से जवाब तलब किया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाराजगी जताते से सपा संगठन में हड़कम्प मचा हुआ है।
समाजवादी पार्टी में इन दिनों गुटबाजी चरम पर है। दिखावे के तौर पर तो यह जताने की कोशिश की जाती है कि सभी एक हैं, लेकिन वास्तव में गुटबाजी चरम पर हो रही है। पार्टी में नये-नये नेताओं को तो तरजीह दी जा रही है। जबकि नेताजी के समय से पार्टी में मेहनत करने वाले नेताओं को या तो घर बैठा दिया गया है। या फिर उनको उपेक्षित कर दिया गया है। चुनाव के मौके पर जहां सभी पार्टियां अपने-अपने छोटे से लेकर बड़े नेताओं को एकजुट करने का प्रयास करते हैं, वहीं समाजवादी पार्टी में इसके ठीक उलट है।
समाजवादी पार्टी में पुराने कर्मठ कार्यकर्ताओं से सलाह मश्वरा लेना तो दूर, उनको कार्यक्रम या आयोजन की सूचना तक नहीं दी जाती है। नेताजी के समय पार्टी को अपनी मेहनत से इस मुकाम तक पहुंचाने वाले समाजवादी पार्टी के यह पुराने नेता पहले तो इसलिए खामोशी अख्तियार किये बैठे रहे कि उनको पूछा जायेगा, लेकिन चुनाव का मौका आने पर भी इन पुराने सपा नेताओं को उपेक्षित किये जाने से वह मर्माहत हैं।
सपा ने पार्षदों व सभासदों की मदद की
बताया जाता है कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय एवं प्रदेश नेतृत्व द्वारा दूसरे चरण के चुनाव में मेरठ शहर, मेरठ दक्षिण, मेरठ कैंट, किठौर तथा सरधना विधानसभा के सभी अध्यक्षों को आर्थिक मदद की धनराशि पार्टी कार्यकर्ताओं पर खर्च करने एवं पार्टी के गरीब कार्यकर्ताओं को चुनाव में खर्च करने को दी। धनराशि इन सभी विधान सभा अध्यक्षों को नगर निगम क्षेत्र में पार्षदों तथा नगर पालिका परिषद क्षेत्रों में सभासदों को बांटने के लिए दी गई। ताकि यह पार्षद आम मतदाताओं के घरों तक पहले तो वोट पर्ची पहुंचाने में मदद करें तथा फिर इन मतदाताओं को पोलिंग बूथ तक पहुंचने में प्रेरित करें। समाजवादी पार्टी में मेरठ नगर निगम में 11 वर्तमान पार्षदों को अलग-अलग धनराशि दी गई। इसी तरह नगर पालिका किठौर तथा सरधना के सभासदों को अलग-अलग धनराशि दी गई।
बसपा को वोट दिलाने का किया वायदा
समाजवादी पार्टी से लेन-देन करने के बाद नगर निगम के इन पार्षदों ने बसपा में भी लेन-देन किया तथा वहां बसपा के प्रत्याशी के पक्ष में वोट डलवाने के लिए अलग से धनराशि ले ली। दोनों ही पार्टियों से लेन-देन करने के बाद यह पार्षद चुप्पी साधकर अपने-अपने घरों पर बैठ गये। इन पार्षदों ने न तो मतदाताओं तक पर्ची पहुंचाई और न ही मतदान वाले दिन इन पार्षदों को पोलिंग बूथ तक पहुंचने के लिए प्रेरित किया।
सपा जिलाध्यक्ष भेजेंगे अध्यक्ष को पूरी रिपोर्ट
उधर, समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी इस बात से इंकार करते हैं कि केन्द्रीय नेतृत्व ने कार्यकर्ताओं में वितरण के लिए कोई धनराशि दी गई है। उनका कहना है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष को अलग से रिपोर्ट भेजी जायेगी। इसमें मतदान के दिन की पूरी विस्तृत रिपोर्ट बनाकर भेजी जायेगी।