- सभाएं कर किसानों से रैली में चलने का आह्वान
जनवाणी ब्यूरो |
शामली: समाजवादी पार्टी ने नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग को लेकर मुहिम तेज कर दी है। इसलिए आगामी 16 जनवरी को कलक्ट्रेट पर प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली को सफल बनाने के लिए गांव-गांव सभाएं कर किसानों से अधिक से अधिक संख्या में कलक्ट्रेट पहुंचने का आह्वान किया जा रहा है।
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रोफेसर सुधीर पंवार ने कृषि बिलों की वापसी एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को वैधानिक दर्जा देने के लिए चल रहे किसान आंदोलन के लिए समर्थन जुटाने की मुहिम में नौनांगली, मालैंडी एवं बंतीखेडा में जनसम्पर्क किया।
इस दौरान राज्य योजना आयोग के पूर्व सदस्य प्रोफेसर सुधीर पंवार ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि कानूनों के लागू होने से जहां एक ओर किसान अपने खेत में मजदूर बनकर कॉरपोरेट के मुनाफे के लिए खेती करने को मजबूर होंगे, वहीं दूसरी ओर गरीबों को खाने-पीने की वस्तुओं की महंगाई का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार कारपोरेट के दवाब में किसानों की बात नहीं सुन रही है। साथ ही, सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई कमेटी से भी किसानों को कोई उम्मीद नहीं है क्योंकि उसके सभी सदस्य कॉरपोरेट खेती के समर्थक रहे है।
सपा नेता ने कहा कि खेती के भविष्य को बचाने के लिए आज सभी किसानों को राजनीतिक मतभेद भुलाकर किसान आंदोलन का समर्थन करना चाहिए क्योंकि यह मुद्दा किसानो के भविष्य से जुड़ा है। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे प्रत्येक गांव से दिल्ली जाने वाले ट्रैक्टर की लिस्ट बनाना प्रारंभ कर दें तथा दिल्ली में आंदोलन कर रहे किसानों का सहयोग करने के लिए दिल्ली भेजें।
भाकियू का ट्रैक्टर मार्च कल
भाकियू की बैठक जिलाध्यक्ष कपिल घाटियान की अध्यक्षता में हुई। बैठक में सर्वसम्मति से आगामी 16 जनवरी को किसान कानूनों के विरोध में राष्ट्रीय आह्वान पर ट्रैक्टर मार्च निकाले जाने का निर्णय लिया गया। भाकियू कार्यकर्ता बिड़ौली से ट्रैक्टर-ट्राली मार्च प्रारंभ कर कलक्ट्रेट पर पहुंचेंगे।
जिलाध्यक्ष ने अपील की कि सभी किसान अपना अस्तित्व बचाने के लिए अपने-अपने ट्रैक्टर लेकर मार्च में शामिल होकरआंदोलन को सफल बनाए। इस अवसर पर भाकियू जिलाध्यक्ष कपिल खाटियान, प्रदेश प्रवक्ता कुलदीप पंवार, योगेंद्र पंवार, संजीव राठी, दीपक शर्मा, गय्यूर हसन, राजेश प्रधान, अजीत निर्वाल, आमिर राव, तालिब चौधरी मौजूद रहे।