Thursday, January 16, 2025
- Advertisement -

लोक निर्माण विभाग के गले की फांस बना राज्य मार्ग 147

  • अधिकारियों के आदेश के बाद भी प्रयोग हो रही घटिया निर्माण सामग्री

जनवाणी संवाददाता |

हस्तिनापुर: राज्य मार्ग 147 पर हस्तिनपुर चांदपुर के 100 गांव को जोड़ने वाली सड़क लोक निर्माण विभाग के लिये गले की फांस बन गया है। हालांकि विभागीय अधिकारी इसे मामूली बताते हो, लेकिन निर्माण कार्य में बहुत बड़ी अपारदर्शिता तो है। लगातार निम्न और घटिया गुणवत्ता के कार्यों के कारण सड़क का निर्माण कार्य हमेशा सवालों के घेरे में रहा है और अधिकारी है कि हादसों का सबब लेने को तैयार नहीं है।

लगभग एक सप्ताह पूर्व राज्य मार्ग पर गंगा पुल को जोड़ने के लिए बनाई गई एप्रोच रोड धराशायी हो गई। अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण किया और राज्य मार्ग को आज सुचारू करने के निर्देश दिये थे, लेकिन सरकार और अधिकारियों के आदेश विभाग के आगे बौने हो जाते हैं।

06 3

घटिया निर्माण सामग्री के प्रयोग का नतीजा बुधवार को देखने को मिला। मार्ग सुचारू करने के लिए जो कार्य किया गया। वह गंगा के थोड़े से बहाव में बर्बाद हो गया। मामले पर स्थानीय निवासी विभाग पर लगातार गंभीर आरोप लगा रहे हैं, लेकिन विभाग के लिये यह सड़क गले की फांस बनकर रह गया है।

बसपा सरकार ने महाभारत कालीन तीर्थ नगरी हस्तिनापुर के चहुमुखी विकास के साथ मेरठ-बिजनौर मुरादाबाद जिलों की सीमा से जुड़े सैकड़ों गांव की दूरी कम करने के लिए 2007 में करोड़ों रुपये खर्च कर गंगा पुल का निर्माण शुरू किया, जो लगभग दो साल पहले पूर्ण हो गया। पुल पर आवागमन शुरू करने के लिए पुल के दोनों ओर एप्रोच रोड का निर्माण भी शुरू किया गया।

लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की माने तो एप्रोच रोड का 97 फीसदी कार्य पूर्ण हो गया, लेकिन धरातल पर आज भी एप्रोच रोड का कार्य अधूरा है। गंगा के जलस्तर में थोड़ी-सी वृद्धि हुई तो शनिवार को एप्रोच रोड का एक बड़ा हिस्सा धराशायी होने से आवागमन बाधित हो गया। हजारों लोगों गंगा के बीच फंस गये। डीएम दीपक मीणा ने मौके का निरीक्षण किया और तत्काल मार्ग को सुचारू करने के निर्देश दिये।

07 3

रविवार सुबह लोक निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर राजीव यादव ने एप्रोच रोड का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू करने किये जाने के साथ आज आवागमन सुचारू करने की बात कही। साथ ही एप्रोच रोड शुरू करने के लिए बनाई जा रही ठोकर में मिट्टी की जगह पत्थर की रोड़ी का प्रयोग करने की बात की, लेकिन उनके जाते ही उनके आदेश भी हवा हवाई हो गये। निर्माण कार्य में मिट्टी को प्रयोग होता रहा। जिसके चलते तमाम कार्य मंगलवार को एक बार फिर धराशायी हो गया।

86 से बढ़कर 129 करोड़ हुआ बजट

लोक निर्माण विभाग के लिए राज्य मार्ग 147 किस कदर गले की फांस बन रहा है। इसका अंदाजा महज इस बात से ही लगाया जा सकता है। जिस कार्य को विभाग ने 86 करोड़ का बनाकर भेजा था। समय के साथ कार्य की लागत बढ़कर 129 करोड़ हो गया। शासन द्वारा 129 करोड़ का बजट स्वीकृत न होने के कारण कार्य अभी तक अधर में लटका है। विभाग की इस लापरवाही का नतीजा लोगों को अपनी जान से हाथ धोकर चुकाना पड़ रहा है। अप्रोच रोड का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद भी पूरा न होने के कारण पूर्व वर्ष में पुल के समीप दो लोगों की जान चली गई थी।

महज एक दिन बाकी कैसे होगा कार्य पूर्ण?

हस्तिनापुर-चांदपुर की दूरी कम करने के लिए गंगा पर बनाये जा रहे पुल की धराशायी हुई एप्रोच रोड की निरीक्षण के लिए रविवार को मौके का निरीक्षण करने पहुंचे चीफ इंजीनियर राजीव यादव ने निर्माणाधीन एजेंसी और आलाधिकारियों को आज राज्य मार्ग 147 दुरुस्त कर यातायात सुचारू करने के दिशा निर्देश दिये थे, लेकिन गंगा में हो रहे कटान और कार्य की कछुआ गति को देखकर लगता है कि राज्य मार्ग महीनों तक भी सुचारू नहीं हो पायेगा।

कार्य पूरा नहीं करना चाहते अधिकारी

निर्माणाधीन एजेंसी से मिलीभगत के चलते विभागीय अधिकारी शासन से बजट स्वीकृत होने तक चांदपुर की ओर जाने वाले मार्ग का कार्य पूर्ण नहीं दिखाना चाहते हैं। गोपनीय सूत्रों की माने तो जिस निर्माणाधीन एजेंसी ने पुल से चांदपुर की ओर जाने वाले एप्रोच रोड का निर्माण किया। वहीं, एजेंसी गाइड बांध का निर्माण करें। एप्रोच रोड का कार्य तीन फीसदी लटका है। तीन फीसदी हिस्से में यह हादसा भी हुआ। लोक निर्माण विभाग ने कार्य दुरुस्त करने की जिम्मेदारी उसी निर्माणाधीन एजेंसी के कधों पर सौंप दी और कार्य एक बार फिर अधर में लटक गया।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
2
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
spot_imgspot_img

Subscribe

Related articles

आधुनिक जीवनशैली की देन है मधुमेह

अनूप मिश्रा आमतौर पर देखा गया है कि मधुमेह एक...

Latest Job: रेलवे में निकली बंपर भर्ती,ये उम्मीदवार कर सकते हैं आवेदन, जानें पूरी डिटेल्स

नमस्कार,दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और...

सत्कर्म

एक संत जन्म से अंधे थे। उनका नित्य का...
spot_imgspot_img