Tuesday, June 17, 2025
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Tag: ईश्वर

भक्ति के लिए वक्त

कबीरदास जी के यहां सत्संग में एक किसान प्राय: आया करता था। कबीरदास जी अक्सर उससे कुछ समय ईश्वर का ध्यान करने को कहते...

ईश्वर और भक्ति

एक भक्त ने ईश्वर का नाम जपते हुए जीवन बिता दिया, पर कभी कुछ नहीं मांगा। एक दिन वे भक्त ईश्वर के मंदिर गए।...

फल का स्वाद

श्री कृष्ण और सुदामा की मित्रता को कौन नहीं जानता ? दोनों के बीच प्रेम बहुत गहरा था। प्रेम भी इतना कि कृष्ण ,सुदामा...

कर्मों का फल

महाभारत के युद्ध समाप्त होने पर सभी मृतकों को श्रद्धांजलि देने के बाद पांडवों सहित श्रीकृष्ण, पितामह भीष्म से आशीर्वाद लेने पहुंचे। तब श्रीकृष्ण...

मुक्ति और दान

अहं का त्याग करके प्रसन्नतापूर्वक निस्वार्थ भाव से किया जाने वाला सहयोग ही दान है। सनातन धर्म में दान को सबसे पुण्य का कार्य...

ईश्वर के हाथ

गुरु और शिष्य रेगिस्तान से गुजर रहे थे। गुरु यात्रा में हर क्षण शिष्य में आस्था जागृत करने के लिए ज्ञान देते रहे थे।...
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