Saturday, April 20, 2024
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शिक्षकों का वेतन रोका, बीएसए से मांगा स्पष्टीकरण

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  • एडी बेसिक को औचक निरीक्षण में मिली अनियमिताएं
  • योगराज सिंह ने किया ऊन ब्लॉक के स्कूलों का निरीक्षण

जनवाणी संवाददाता |

ऊन: सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक योगराज सिंह को ब्लाक ऊन क्षेत्र के स्कूलों में औचक निरीक्षण के दौरान जहां अध्यापक अनुपस्थित मिली, वहीं स्कूलों में भारी अनियमितताएं भी पाई गई हैं। कंपोजिट ग्रांट भी आज तक खर्च नहीं की गई। जिस पर एडी बेसिक ने अध्यापकों का वेतन रोकने के आदेश देते हुए बीएसए से भी स्पष्टीकरण मांगा है।

शुक्रवार को सहारनपुर मंडल के सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी निदेशक बेसिक योगराज सिंह ने ब्लाक ऊन के परिषदीय विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। प्राथमिक विद्यालय सिरसागढ़ में अध्यापिका मोनिका चौधरी, शिक्षामित्र जुल्फिकार अनुपस्थित मिले। एकमात्र अध्यापक संदीप कुमार व गांव निवासी मलखान सिंह ब्रह्मपाल ने बताया कि मोनिका चौधरी 13 फरवरी से वह जुल्फकार फरवरी में स्कूल में नहीं आये है तथा कभी कभार ही स्कूल में आते हैं विद्यालय की कंपोजिट ग्रांट भी अभी तक नहीं निकाली है।

मिड डे मील का पैसा भी बच्चों के खाते में ट्रांसफर नहीं हो पाया है। प्राथमिक विद्यालय लल्ला दाऊ दपुर में अध्यापक रवि कुमार 3 दिन से अनुपस्थित है। इंचार्ज अध्यापक शालिनी ने बताया कि कंपोजिट ग्रांट अभी तक खर्च नहीं की गई है। विद्यालय का कार्य असंतोषजनक पाया गया जिसमें विभागीय कार्रवाई व वेतन रोकने की भी आदेश दिए गए हैं।

गांव रेडा माजरा में प्राथमिक विद्यालय का कार्य संतोषजनक पाया अध्यापक भी उपस्थित मिले। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में अवस्थापना मद की जांच की गई तथा अभिलेख अपने कब्जे में लिए जिसमें खाद्य सामग्री की आपूर्ति निविदा शर्तों के अनुकूल नहीं पाई गई। इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। खंड शिक्षा कार्यालय में निष्ठा ट्रेनिंग के लिए मंगाई गई। सामग्री के बिल वाउचर लिए गए जिनकी जांच की जाएगी।

सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक योगराज सिंह ने बताया कि परिषदीय विद्यालयों की जांच की गई है। जांच में अध्यापक अनुपस्थित मिले तथा विद्यालयों में कार्य भी संतोषजनक नहीं पाया है। अनुपस्थित अध्यापकों के वेतन रोकने के आदेश दिए गए हैं, वहीं कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में खाद्य सामग्री की आपूर्ति निविदा शर्तों के अनुसार न पाए जाने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से भी स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए हैं।

सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक योगराज सिंह गांव लव्वा दाउदपुर के जूनियर हाई स्कूल में पहुंचे तो वह स्कूल को देखकर दंग रह गए ज्ञात हो कि स्कूल 2007 में बना था लेकिन अभी तक स्कूल में भवन पर प्लास्टर, फर्श का कार्य नहीं हो पाया है। जंगलों पर खिड़कियां नहीं है। स्कूल में शौचालय की स्थिति खराब है पीने का पानी की सुविधा नहीं है स्कूल में एकमात्र अध्यापक संदीप मलिक तैनात है जो उपस्थित मिले।

स्कूल की हालत देखकर खंड शिक्षा अधिकारी संजय डबराल को खूब खरी-खोटी सुनाई। उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारी से पूरी पत्रावली तलब की तथा निर्माण के समय सभी अधिकारियों की सूची तथा कितना धन आया कितना खर्च हुआ जानकारी मांगी है। उन्होंने यह भी पूछा कि विद्यालय अनुदान का पैसा कहां गया जिस पर खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा कोई पैसा न आने के बारे में बताया। जिसके बाद शिक्षा निदेशक द्वारा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिए।

एडी बेसिक योगराज सिंह ने बताया कि विद्यालय के निर्माण से अब तक के सभी पत्रावली तलब की गई है जो भी दोषी अधिकारी पाया जाएगा उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इससे पूर्व मिशन प्रेरणा शिक्षक संघ की मीटिंग भी ली। निरक्षण के दौरान मंडलीय समन्वय नीरज प्रसाद भी मौजूद रहे।

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