- पिंकी की हत्या के मामले में 302 के तहत होगी विवेचना
ज्ञान प्रकाश |
मेरठ: बेटे ने अपने पिता के कर्मों के कारण फांसी लगाकर जान दी और उसका खामियाजा भुगतना पड़ा छह माह की मासूम बच्ची की मां पिंकी को। जालिम ससुर ने बेटे के सुसाइड को देखकर पहले बहू के साथ गाली गलौज की और बाद में मरने के लिये उकसाने के बाद गला दबा दिया। ससुर को जब इस पर भरोसा नहीं हुआ तो पेपर कटर से कई वार पिंकी की गर्दन में कर दिये जो आखिर में उसकी दर्दनाक मौत का कारण बने। नोयडा से पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आरोपी ससुर के खिलाफ हत्या की धारा 302 जोड़ दी गई है।
शास्त्रीनगर निवासी राम किशन बंसल इस वक्त अपनी बहू पिंकी बंसल की हत्या के आरोप में चौधरी चरण सिंह कारागार में बंद है। उनके बेटे ने अपने कार्यालय में फांसी लगाकर जान दे दी थी। इस सुसाइड और उसके बाद के घटनाक्रम का वीडियो वायरल हुआ तो समाज को पता लगा कि कोई ससुर किस हद तक निर्दयी हो सकता है। सीसी कैमरे की वीडियो फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि कमरे में सास और ससुर एक साथ घुसते है।
बेटे की मौत को देखकर ससुर ने गालियां देनी शुरु कर दी। उस वक्त पिंकी खुद को फांसी लगाकर जान देने की तैयारी कर रही थी। फांसी लगाने में नाकाम होने पर पिंकी ने ससुर की गालियों का जबाव देते हुए कहा कि वो खुद मरने जा रही है। इतना कह कर उसने पेपर कटर से अपनी हाथ की नस काटी और गले पर कटर से वार कर दिया। पल भर में कमरे में खून दिखने लगा। ससुर ने गालियां देते हुए कहा कि तुम्हारे कारण मेरा बेटा मर गया है और अब तुझे भी जिंदा नहीं रहना चाहिये।
अत्यधिक खून निकलने के कारण पिंकी तड़प रही थी तभी ससुर ने पहले पिंकी की पीठ पर लात मारी फिर गला दबाने लगा। बाद में पेपर कटर से दो तीन वार कर दिये। खून की बौछार फिर से निकलने लगी। तीन दिन बाद नोएडा के जे पी अस्पताल में मौत हो गई थी। करीब दस दिन बाद नौचंदी पुलिस को पिंकी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिली।
इसमें कहा गया है कि गले में गहरा कट होने के कारण अत्यधिक खून निकलने से ब्रेन शॉक्ड हो गया। इंस्पेक्टर नौचंदी जितेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि सीसी कैमरे की वीडियो में ससुर की गालियां साफ सुनाई दे रही है। वहीं बहू पिंकी और ससुर के बीच बहस साफ सुनी जा सकती है। ससुर के खिलाफ सख्ती से विवेचना की जा रही है।