Tuesday, March 19, 2024
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डेंगू बुखार से अब तक जिले में हो चुकी कई लोगों की मौत

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जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: डेंगू बुखार के प्रकोप ने जिलेभर में तहलका मचा रखा है। डेंगू के डंक ने लोगों पर बुरी तरह कहर बरपा रखा है। डेंगू से अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है। डेंगू बुखार शहर से लेकर गांव-देहात तक फैल चुका है। हालात ये है कि मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में पर्चा काउंटर, दवा काउंटर व ओपीडी के बाहर लंबी लाइनें लगी हैं।

डेंगू बुखार के मरीजों की संख्या में दिन प्रतिदिन तेजी से इजाफा हो रहा है। डेंगू के मरीजों के बढ़ने से प्लेटलेट्स की मांग भी बढ़ गई है। अब तो डेंगू की चपेट में बच्चे और किशोर भी आ रहे हैं। जिलें में डेंगू का स्तर खतरनाक हो चुका है। पिछले दिनों की तुलना में डेंगू के आंकड़ों में कई गुना वृद्धि हुई है।

इस तरह डेंगू ने पिछले कई वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। जानलेवा बुखार डेंगू से हो रही लगातार मौतों ने जिले के लोगों की नींद उड़ा दी है। सप्ताह भर में हुई कई लोगों की जान जाने से लोगों में काफी दहशत पैदा हो गई है। जिले में डेंगू और वायरल बुखार से हो रही मौतों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है।

इस कारण स्वास्थ्य विभाग में भी खलबली मची हुई है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डेंगू और वायरल बुखार से प्रभावित इलाकों मे डेरा डाल दिया है। वहीं, शुक्रवार को डेंगू के नए 33 मरीज सामने आए। डेंगू के सक्रिय मरीजों की संख्या 271 है। वहीं, घर पर इलाज करने वाले डेंगू मरीजों की संख्या 175 है।

अस्पताल में भर्ती मरीजों की कुल संख्या 96 है और 743 मरीज रिकवर हो चुके हैं। उधर, निजी और सरकारी अस्पतालों में डेंगू वार्ड में सभी बेड फुल हो चुके हैं। वहीं, डॉक्टरों का कहना है कि जिन लोगों को पहले कोविड हो चुका है, उन्हें डेंगू के गंभीर लक्षण दिखाई दे रहे हैं और उन्हें ठीक होने में ज्यादा समय लग रहा है।

कोरोना के बाद भले ही आॅफिस और स्कूल खुल गए हों, लेकिन अब डेंगू वायरस खतरनाक रूप दिखा रहा है। कोरोना का विकराल रूप देक चुके लोगों को डेंगू से भी सावधान रहने की जरूरत है। साफ पानी में पनपने वाले मच्छरों से होने वाला डेंगू बच्चों और युवाओं को भी अपनी चपेट में ले रहा है। डेंगू मच्छर लोगों को गंभीर रूप से बीमार कर रहा है, जिससे लोगों की जान जा रही है।

प्लेटलेट्स की बढ़ी मांग

अचानक डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ने से सरकारी और प्राइवेट बैंकों में प्लेटलेट्स की कमी हो गई है। जिले में प्लेटलेटॅस की मांग तेजी से बढ़ गई है। चिंता की बात यह है कि महामारी के कारण ब्लड डोनेशन पहले से ही कम हो रहा है। ब्लड बैंकों में प्लेटलेट्स लेने के लिए कतार लग रही है।

जिसको देखते हुए ब्लड बैंकों में बड़ी मात्रा में प्लेटलेट्स तैयार की जा रही है। सरकारी अस्पताल में रोजाना जांच में डेंगू के मरीजों की पुष्टि हो रही है। साथ ही वायरल और अन्य मौसमी बीमारियों का संक्रमण भी तेजी से बढ़ रहा है। यही कारण है कि गांवों से लेकर शहर तक सरकारी व निजी अस्पतालों में हर तरफ डेंगू के मरीजों की लंबी लाइनें लगी हुई हैं।

डेंगू पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ने से प्लेटलेट्स की मांग भी दिनों दिन बढ़ती जा रही है। निजी ब्लड बैंकों में प्लेटलेट्स के लिए प्रतिदिन आठ से दस घंटे की वेटिंग चल रही है। सरकारी व निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों के परिजन सुबह से ही प्लेटलेट्स का इंतजाम करने में जुट जाते हैं। ब्लड संचालकों के अनुसार इन दिनों आठ से 10 घंटे बाद मरीजों को प्लेटलेट्स मिल पा रही है।

ऐसे समय मे डेंगू के मामले बहुत ज्यादा होने से अस्पतालों में ओवरलोड हो रहा है। वहीं, स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में डेढ़ से 4.5 लाख तक प्लेटलेट्स होते हैं। प्लेटलेट्स गिरकर 20 हजार तक या उससे नीचे हो तो प्लेटलेट्स चढ़ाने पड़ते हैं। एक यूनिट एसडीपी (सिंगल डोनर प्लेटलेट्स) मरीज को चढ़ाने पर उससे प्लेटलेट्स काउंट की मात्रा 50-60 हजार तक बढ़ जाती है।


देहात में बेकाबू हो रही डेंगू की बीमारी

दौराला: देहात में डेंगू का प्रकोप लगातार पनप रहा है। हालांकि इसकी रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे है। लेकिन यह प्रयास पूरी तरह विफल साबित नजर आ रहे है। क्योंकि लगातार यह रोग बढ़ता ही जा रहा है। इसकी रोकथाम के लिए अभी देहात क्षेत्र में विभाग द्वारा आवश्यक कदम उठाने जरूर पड़ेंगे। क्योकि अगर विभाग द्वारा समय रहते रोग की रोकथाम के लिए कोई सख्त कदम नहीं उठाए तो यह बीमारी भी कोरोना महामारी की तरह जानलेवा बन सकती है।

दौराला, सकौती और लावड़ क्षेत्र में डेंगू की बीमारी बेकाबू हो रही है। दौराला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा देहात क्षेत्र में शिविर भी लगाए जा रहे है। लेकिन फिलहाल इन शिविरों में डेंगू के मरीजों की तादाद लगातार बढ़ रही है। बुखार का प्रकोप तो गांव-गांव में फैल रहा है। लोगों की हालात बेकाबू होती जा रही है। जिसके चलते लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। देहात क्षेत्र के लोगों ने डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से गांव-गांव में शिविर लगाने और दवाईयां उपलब्ध कराने की मांग की है।

क्या कहना है इनका

गांव-गांव में जांच के लिए शिविर लगाए जा रहे है। दवाइयों का भी मरीजों का वितरण किया जा रहा है। जिन गांवों में हालात ज्यादा खराब है। उन गांवों में विशेष रूप से शिविर लगाया जा रहा है।
-डा. विपुल प्रभारी दौराला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र।

सरधना में डेंगू से किशोरी की मौत, मचा हड़कंप

डेंगू लोगों पर मौत बनकर बरस रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। अटेरना गांव में डेंगू की चपेट में आकर एक किशोरी की मौत हो गई। किशोरी को कई दिन से बुखार था। जांच होने पर पता चला कि उसे डेंगू है। शुक्रवार को गमगीन माहौल में शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

कोतवाली क्षेत्र के अटेरना गांव निवासी राजकुमार ने बताया कि उसकी 14 वर्षीय पुत्री कीर्ति को करीब एक सप्ताह पूर्व बुखार आया था। उन्होंने स्थानी चिकित्सक से उसे दवाई दिलाई। मगर तबियत में कोई सुधार नहीं हुआ। जांच कराने पर पता चला कि किशोरी में डेंगू के लक्षण हैं।

गुरुवार की रात हालत बिगड़ने पर परिजन पहले उसे आनंद अस्पताल लेकर गए। इसके बाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। जहां उपचार के दौरान किशोरी की मौत हो गई। किशोरी की मौत से उसके परिजनों में कोहराम मच गया। परिजन शव को लेकर गांव पहुंचे। शुक्रवार को गमगीन माहौल में शव को अंतिम संस्कार कर दिया गया। वहीं, डेंगू से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। इस संबंध में सीएचसी प्रभारी डा. अमित त्यागी का कहना है कि मामला जानकारी में नहीं है।

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