- मकान मालिकों के खातों में ट्रांसफर नहीं हुआ मुआवजा
- विरोध के चलते हाइवे की टीम को वापस लौटना पड़ा
जनवाणी संवाददाता |
झिंझाना: मेरठ-करनाल हाईवे के चौड़ीकरण करण को लेकर हाईवे की जद में आए मकानों को ध्वस्त करने के लिए गांव टपराना में पहुंची टीम को मकान मालिकों के विरोध का सामना करना पड़ा। मकान मालिकों का आरोप है कि सरकार द्वारा जो मुआवजा निर्धारित किया था, वह अभी तक उनके खातों में ट्रांसफर नहीं हुआ है, जब तक मुआवजा नहीं मिलता तब तक मकान नहीं तोड़ने देंगे। विरोध के चलते टीम वापस लौट गई।
सोमवार की सुबह मेरठ-करनाल हाईवे पर स्थित गांव टपराना मे हाईवे चौड़ीकरण की जद में आए मकानों को हटाने के लिए एनएचएआई की टीम के अजय सिंह चरान, कैराना तहसील के नायब तहसीलदार सचिन वर्मा पुलिस फोर्स को लेकर गांव टपराना पहुंचे। टीम ने हाईवे की जद में आए मेहरबान व रामकली के मकान को जेसीबी मशीन से ध्वस्त कर दिया। जिसके बाद ग्रामीण और अन्य मकान मालिक एकत्रित हो गए। उन सभी ने टीम का विरोध किया। ग्रामीणों ने बताया कि अभी तक सरकार ने जो मुआवजा मकानों का निश्चित किया है, वह उनके बैंक खातों में ट्रांसफर नहीं हुआ है। जब तक मुआवजा नहीं मिलेगा, तब तक मकान नहीं हटाएंगे। इस पर नायब तहसीलदार ने उच्च अधिकारियों से बात कर ग्रामीणों को एक सप्ताह का समय देकर टीम को लेकर वापस लौट गए।
विरोध करने वालों में मुस्तफा खान, राशिद खान, इसरार, प्रमोद, अय्याज, जफरयाब, मोमिन, तोहिद आदि ग्रामीण मौजूद थे।