- कुर्सी पर बैठकर अधिकारी करते हैं खानापूर्ति
- खुद लग्जरी जीवन जी रहे है और उपभोक्ता परेशान
- घंटे में चार बार बनती है बिजली कटौती के विरोध में बिजली घर का आए दिन पढ़ाई करते हैं ग्रामीण
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: बागपत रोड स्थित विश्वकर्मा बिजली घर पर तैनात जेई और एसडीओ उपभोक्ताओं की समस्या के प्रति कतई भी गंभीर नहीं है। अधिकारी कुर्सी पर बैठकर कार्य की खानापूर्ति करते रहते हैं और अपना जीवन लग्जरी जी रहे हैं। जबकि इस बिजलीघर क्षेत्र में पड़ने वाले उपभोक्ता काफी परेशान हैं। शिकायत करने पर यहां कोई सुनवाई नहीं होती।
अधिकारी सुबह से शाम तक कुर्सी तोड़ते रहते हैं और लोगों की समस्याओं के प्रति बिल्कुल उदासीन हैं। ग्रामीण यहां पर बार-बार लिखित शिकायत देते हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं होती।
हर घंटे पर चार बार बिजली भागना यहां पर कोई बड़ी बात नहीं है। दो दिन पहले ही पांचली के ग्रामीणों ने इस बिजलीघर पर हंगामा बोला था। अधिकारियों की घेराबंदी कर घंटे में चार बार बिजली काटने का कारण पूछा लेकिन अधिकारी कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दे सके।
बागपत रोड पर विश्वकर्मा बिजली घर पर इंडस्ट्रियल एरिया पड़ता है। इस बिजली घर पर जेई शुभम चौधरी और एसडीओ कुलदीप तोमर हैं। दोनों अधिकारी लोगों की समस्याओं के प्रति घने लापरवाह है। समस्या का समाधान करने के बजाय दोनों अधिकारी सुबह से शाम तक बिजली घर में रहकर आराम फरमाते हैं।
जबकि इस बिजलीघर के अंतर्गत काफी हिस्सा ग्रामीण क्षेत्र का भी आता है। ग्रामीण क्षेत्र की यह दुर्दशा हो गई है कि एक घंटे में चार बार बिजली आपूर्ति बाधित होती है और कभी-कभी 24 घंटे भी बिजली गायब हो जाती है। पांचली के प्रधान धर्मेंद्र का कहना है कि दोनों अधिकारी ग्रामीणों की समस्याओं के प्रति उदासीन है।
दो दिन पूर्व ही बार-बार बिजली भागने को लेकर ग्रामीणों ने रात को 10 बजे बिजली घर का घेराव किया था। जिसमें काफी हंगामा हुआ था। ग्रामीण जानना चाह रहे थे कि आखिर दो घंटे भी बिजली आपूर्ति सही तरीके से क्यों नहीं हो पा रही। तो इस पर जेई और एसडीओ ने अटपटा जवाब दिया।
उनका कहना था कि ग्रामीण बिजली का बिल जमा नहीं कर रहे। इस पर ग्रामीणों और आक्रोशित हो गए और जमकर हंगामा किया। इसके अलावा अधिकारियों ने फीडर से काफी दूरी होना भी समस्या का कारण बताया।
तब ग्रामीणों का कहना था इस फीडर बदलने के लिए कई बार लिखित शिकायत दे चुके, लेकिन अभी तक कोई डर नहीं बदला गया। प्रधान का कहना है कि दोनों अधिकारियों के खिलाफ उच्च अधिकारियों से शिकायत की जाएगी।
पूरे दिन बिजलीघर पर रहे अधिकारी
सोमवार को अधिकारियों के बारे में टीम ने जब पड़ताल की तो पता चला अधिकारी करीब 11 बजे आकर बिजलीघर पर बैठ गए थे। जेई शुभम चौधरी के बारे में जब पता किया गया तो पता चला की सुबह 11 बजे से और शाम तक बिजली घर अपने कमरे में आराम फरमाते रहे। क्षेत्र में जाना उन्होंने उचित नहीं समझा।