- आग से तीनों मकानों में भारी नुकसान, फायर ब्रिगेड की सात गाड़ियों ने पाया आग पर काबू
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मेडिकल थाना क्षेत्र के मयूर विहार स्थित ज्ञान लोक कॉलोनी के तीन मकानों में आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि तीन मकानों में एक साथ आग लगने से आसपास में अफरा-तफरी मच गई और अन्य मकानों के लोग भी अपने घरों से बाहर निकल आए, लेकिन गनीमत यह रही कि आग से किसी तरह की अनहोनी नहीं हुई।
वहीं आग लगने का कारण मकानों के पीछे खाली पड़े प्लाट में कूड़े के ढेर से निकली चिंगारी को बताया जा रहा है। दमकल की सात गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर बामुश्किल आग पर काबू पाया। वहीं एसओ मेडिकल के देरी से पहुंचने पर लोगों ने रोष जताया।
ज्ञान लोक कॉलोनी के मकान नंबर एक में सुकेश जैन, दो नंबर में संजय सिंह व तीन नंबर में बीना अग्रवाल अपने परिवार के साथ रहती है। सुकेश जैन लोहा व्यापारी है और संजय सिंह सर्विस सेंटर चलाते हैं तो बीना अग्रवाल का व्यापार है। आसपास के लोगों का कहना था कि उनके मकानों के पीछे खाली प्लाट है।
जिनमें कूड़े का ढेÞर लगा हुआ है और किसी ने कुछ दिनों पहले वहां पर फाइबर भी लाकर डाल दिया था। गुरुवार को किसी तरह फाइबर की सीट में आग लग गई जो धीरे-धीरे वहां पड़े पूरे कूड़े में फेल गई। लोगों ने बताया कि दिनभर चली तेज हवा के कारण आग की चिंगारी उड़कर उक्त मकानों में आकर गिर गई।
जिस कारण इन तीनों मकानों में आग लग गई। हालांकि तीनों परिवारों के लोग अपने घरों के अंदर ही थे। जब वह लोग कुछ समझ पाते आग ने तीनों मकानों को पूरी तरह अपनी चपेट में ले लिया था। इसके बाद तीनों परिवारों ने किसी तरह घर से भागकर अपनी जान बचाई और थाना पुलिस समेत अग्निशमन विभाग को आग की जानकारी दी।
वहीं आग की सूचना मिलने पर आसपास के लोगों ने खुद भी आग पर काबू पाने का प्रयास किया। लेकिन आग का रौद्र रूप देख आसपास के लोगों में अफरा-तफरी का माहौल रहा। वहीं अग्निशमन की एक-एक कर सात गाड़ियों समेत गेल गैस की गाड़ी भी मौके पर पहुंची और घंटों की मशक्कत कर आग पर काबू पाया।
हालांकि लोगों का कहना था कि आग लगने के तुरंत बाद मेडिकल पुलिस को सूचना दे दी गई थी, लेकिन इसके बाद भी वह देरी से पहुंचे। जिस पर लोगों ने मेडिकल एसओ के खिलाफ नाराजगी जताई।
मकान नंबर दो में हुआ भारी नुकसान
मकान नंबर दो में रहने वाली संजय सिंह का कहना था कि आग ने उनके पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया था। आग से उनके घर में रखी दो अलमारियों में आग लग गई। जिससे अलमारी में रखे कीमती कपड़े, जरूरी कागजात, ज्वैलरी व नगदी भी जल गई।
इसी के साथ घर में रखा फ्रीज, वाशिंग मशीन, टीवी, पर्दे, बिस्तरें व अन्य सभी कीमती सामान जल गया। वहीं मकान नंबर एक व तीन में भी भारी नुकसान हुआ है। हालांकि गनीमत यह रही कि आग से जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ है।
पीड़ितों के घर पहुंचे विधायक सोमेंद्र तोमर
मयूर विहार स्थित ज्ञान लोक कॉलोनी में गुरुवार को तीन मकानों में भीषण आग लग गई थी। आग की सूचना मिलने पर मेरठ दक्षिण विधायक डा. सोमेंद्र तोमर गुरुवार शाम को पीड़ितों के घर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। बताया गया कि पीछे खाली प्लाट में किसी ने आग लगा दी और फिर हवा से घरों के अंदर आग फैल गई। इस दौरान मंडल अध्यक्ष प्रदीप कपूर, मुकुल शर्मा, राजीव मदान, हरीश राघव व निशांत समेत अन्य मौजूद रहे।
देवप्रिया पेपर मिल में लगी भीषण आग
इंचौली: गुरुवार को सैनी गांव स्थित देवप्रिया पेपर मिल में किन्हीं कारणों से एक गोदाम में रखी रद्दी में भीषण आग लग गई। आग ने थोड़ी ही देर में भयंकर रूप धारण कर दिया। यह देख कर्मचारियों में भगदड़ मच गई। सूचना के बाद मौके पर पहुंची दमकल की पांच गाड़ियों ने किसी तरह आग पर काबू पाया। कर्मचारियों ने बताया कि आग से लगभग लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।
विवाह मंडप में आग, हो सकता था बड़ा हादसा
सदर बाजार थाना के वेस्ट एंड रोड जैन विवाह मंडप में गुरुवार को अचानक आग लग गयी। मौके पर पहुंची दमकल कर्मियों ने प्रयास कर आग पर काबू पा लिया। यदि आग भड़क जाती तो यहां बड़ा हादसा हो सकता था। आग उस वक्तलगी जब विवाह मंडप में एक साइड में रखा कबाड़ सरीखा सामान हटवाया जा रहा था।
वहीं, दूसरी ओर आए दिन होने वाले आग हादसे खासतौर से जहां आबादी के बीच बनाए गए अवैध गोदामों से पुलिस प्रशासन तथा अन्य विभागों के अफसर सबक लेने को तैयार नहीं। आबादी के बीच चल रहे अवैध गोदामों को लेकर लगता है कि सिस्टम को किसी बडे हादसे का इंतजार है। वेस्ट एंड रोड बाला जी मंदिर के समीप जैन विवाह मंडप अवैध है। इसको लेकर पहले से कई मामले चल रहे हैं।
हैरानी की बात तो यह है कि इस पर कठोर कार्रवाई के बजाय इस विवाह मंडप के परिसर में बनाए गए अवैध गोदामों पर भी अफसर चुपी साधे हैं। गुरुवार को जैन विवाह मंडप में लगी आग यदि यहां बनाए गए पेंट व प्लाइवुड के गोदाम और गैराज तक यदि पहुंच गयी होती तो आसपास की बड़ी आबादी के चपेट में आने के साथ साथ बडेÞ आग हादसे की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
पेंट की यदि बात की जाए तो तमाम रंग रोगन बेहद ज्वलनशील होते हैं। यही स्थिति प्लाइवुड की भी होती है। इनमें आग पकड़ने में एक पल की भी देरी नहीं लगती। कमोवेश यही स्थिति विवाह मंडप के परिसर में बने गैराज की भी है। यदि आग की लपटें गैराज तक पहुंच गयी होतीं और जन धन की हानि का कितना बड़ा नुकसान होता इसका आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है। अच्छी बात तो यह रही कि आग पर शीघ्र ही दमकल कर्मियों ने काबू पा लिया। हालांकि जिस साइड में आग लगी थी वहां से पेंट व प्लाइवुड की दुकान की दूरी ज्यादा नहीं थी।