जनवाणी संवाददाता |
रामपुर मनिहारान: मौलाना उसामा नानौतवी ने कहा कि इल्म से बढ़कर कोई दूसरी दौलत नहीं है।अपने बच्चों को दीन के साथ साथ दुनियावी तालीम दिलाना भी ज़रूरी है।
कस्बे के मोहल्ला पीपलतला में स्थित मस्जिद मौलाना अब्दुस्समी में चल रही दारुल क़ुरआन एकेडमी में एक बच्चे द्वारा मात्र 17 माह में कुरान हिफ़्ज़ किए जाने पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मौलाना उसामा सिद्दीक़ी नानोतवी,कारी सैय्यद इरशाद,मौलाना साबिर नदवी, मौलाना असद मियां ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।
ख़िताब करते हुए हज़रत मौलाना उसामा सिद्दीक़ी ने कहा कि क़ुरआन अल्लाह की पाकीज़ा किताब है और क़ाबिले फ़ख़्र हैं वो लोग जो हाफ़िज़ ए क़ुरआन हैं।कहा कि मुसलमानों को बच्चों को दीनी तालीम के साथ दुनियावी तालीम भी दिलानी चाहिए।
कारी सैय्यद इरशाद, मौलाना साबिर नदवी व मौलाना असद मिया ने कहा कि तालीम से बढ़कर कोई दौलत नहीं है।क़ुरआन पाक सब इन्सानों के लिए हिदायत की किताब है। चाहे आधी रोटी खाओ लेकिन बच्चो को ज़रूर पढ़ाओ।
हज़रत मुफ़्ती रय्यान नदवी ने कहा कि इल्म सीखना हर मुसलमान का फर्ज है। सबसे अच्छा मुसलमान वह है जिस से मखलूक को फ़ायदा पहुँचता हो ।पूरी इंसानियत अल्लाह का परिवार है। इसलिये सबके साथ अच्छा सुलूक करना चाहिए। कहा कि तमाम बुराइयों को छोड़ कर अल्लाह और उसके रसूल के बताए रास्ते पर ज़िंदगी गुज़ारनी चाहिए।कार्यक्रम समाप्ति पर अपने मुल्क सहित पूरी दुनिया में अमनो अमान की दुआ कराई गई। इस दौरान मौलाना हिदायत नदवी, मौलाना नसीम अजहरी, हाफिज वजीउद्दीन, कारी बाबर, हाफिज आसिफ, कारी तजम्मुल, मुंशी नदीम, हाजी सफीर, हाजी तनवीर, नदीम अहमद, आसिफ मज़हर, आज़ाद, तारिक़, ज़मूरत आदि सहित काफी संख्या में मौजूद रहे।