जनवाणी ब्यूरो |
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में राहुल गांधी के नेतृत्व में चलने वाली तीन दिवसीय भारत जोड़ो यात्रा कल उत्तर प्रदेश के जनपद शामली से होते हुए हरियाणा में प्रवेश कर गई। इस दौरान यात्रा में किसान, नौजवान, बच्चे, बूढ़े, महिलायें, फीस वृद्धि से परेशान छात्र, गलत जीएसटी की एवं नोटबंदी की मार से अपना उद्योग धंधा बंद कर चुके व्यापारी, एनजीओ, फिल्मी कलाकार, अर्थशास्त्री, समाजशास्त्री, समाज के अलग-अलग हिस्सों का प्रतिनिधित्व करने वाले शामिल हुए।
उन सभी लोगों एवं क्षेत्रीय दलों और संगठनों का जिनका कांग्रेस पार्टी से सीधा वास्ता नहीं है, मगर कांग्रेस की विचारधारा, सत्य, डरो मत, महंगाई, बेरोजगारी, घटती किसान आय और बिकते सरकारी उपक्रमों जहां नौजवानों को सरकारी रोजगार मिलता था, जैसे मुद्दों पर राहुल गांधी के अडिग रहने और भारत में भाईचारे का संदेश देने वाली भारत जोड़ो यात्रा से प्रभावित होकर इस यात्रा को अपना समर्थन ही नहीं दिया बल्कि यात्रा में शामिल भी हुए। ऐसे सभी लोगों का कांग्रेस पार्टी ह्रदय से धन्यवाद करती है और आभार प्रकट करती है।
दुबे ने आगे बताया कि नेहा सिंह राठौर, ऋतु शिवपुरी, काम्या पंजाबी, जैसी ख्याति प्राप्त महिला कलाकारों का भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होना महिला सशक्तिकरण एवं राहुल गांधी डरो मत के नारे का परिणाम है। यह निडरता देश में बदलाव का बड़ा संकेत है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रांतीय अध्यक्ष पूर्व मंत्री नकुल दुबे ने कहा कि खास तौर से राष्ट्रीय लोकदल को कांग्रेस पार्टी ह्रदय से आभार प्रकट करती है। बिना किसी भय के राहुल गांधी जी की यात्रा को अपना भरपूर समर्थन प्रदान किया। फलस्वरूप पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाट समुदायों से जुड़े नौजवानों और किसानों ने यात्रा में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। किसानों ने घटती आय और आवारा पशुओं की समस्याओं से राहुल को अवगत कराया और नौजवानों ने अग्निपथ योजना की खामियां बताई और बेरोजगारी की वजह से होने वाली पारिवारिक समस्याओं से अवगत कराया।
प्रांतीय अध्यक्ष नकुल दुबे ने के माध्यम से सरकार से सवाल किया है कि सरकार बताए कि पिछले 5 सालों में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले जो तीन इन्वेस्टर सम्मिट हुए थे, उस पर जनता की गाढ़ी कमाई का कितना पैसा खर्च हुआ ? जनता को बताया गया था कि उन तीन इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से लगभग 5 लाख करोड़ का इन्वेस्टमेंट आया, वह इन्वेस्टमेंट कहां लगा है ? और उन 5 लाख करोड़ के इन्वेस्टमेंट के बाद आज तक कितने नौजवानों को रोजगार मिला ? बताया जा रहा है इस बार भी पांच लाख करोड़ का इन्वेस्टमेंट आने वाला है, कहीं पूर्व की तरह जुमला तो नहीं निकलेगा ? जब नौजवानों को रोजगार नहीं मिलेगा, इन्वेस्टमेंट से जनता को लाभ नहीं मिलेगा तो फिर इन्वेस्टर सम्मिट सिर्फ चुनावी इवेंट ही साबित होगा और मंत्रियों के लिए विदेश भ्रमण का एक मौका बनकर रह जाएगा।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग के संयोजक/प्रवक्ताा अशोक सिंह ने कहा कि सरकार पिछले 5 साल से लगातार पूंजी निवेश के दावे कर रही है ।सरकार श्वेत पत्र जारी करके बताए कि उत्तर प्रदेश में कितना पूंजी निवेश हुआ है और जो हाल ही में मंत्रियों के देश व विदेश दौरे हुए, उसमें कितना खर्च हुआ ? सरकार ने किस-किस मद में और कहां-कहां निवेश किया, यह प्रदेश की जनता के सामने लाए योगी सरकार।