- मशीनों की सर्विस तक नहीं, कैसे चले मशीन?
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: केंद्र सरकार ने लाखों खर्च कर सिटी स्टेशन पर लोगों की सहुलियत के लिए तीन टिकट वेंडिंग मशीने लगाई है। जो लॉकडाउन के बाद से ही बंद पड़ी है। लेकिन लॉकडाउन के एक वर्ष बीत जाने के बाद भी मशीनों को दोबारा शुरु नहीं किया गया है। मशीनों को मरम्मत की जरूरत है, लेकिन इस और अधिकारियों का ध्यान नहीं जा रहा है।
मशीनों को लगे हुए करीब चार वर्ष हो चुके है लेकिन माह मशीनों के चलने के कारण लोग इसका लाभ लंबे समय तक नहीं उठा पाये है। लोगों को टिकट खरीदने के लिए लंबी लाइनों में लगना पड़ता है। वहीं, अधिकारी बोले जनरल टिकट की डिमांड बढ़ने पर ही मशीनों की मरम्मत कर उनकों शुरु किया जाएगा।
रेलवे सिटी स्टेशन पर लोगों की बड़ी परेशानी टिकट खरीदने को लेकर होती है। टिकट लेने के लिए काउंटर पर यात्रियों को लंबी लाइनों में लगकर टिकट मिलता है। समय पर टिकट न मिल पाने के कारण कई बार लोगों की ट्रेन तक छूट जाती है और फिर लोगों को घंटों तक इंतजार कर दूसरी ट्रेन आने तक इंतजार करना पड़ता है।
इस तरह लोगों को बड़ी परेशानी होती है। कई बार अभ्यर्थियों को परीक्षा देने को सिटी स्टेशन पर टिकट काउंटर पर लंबी लाइन में लगना पड़ता है और समय से टिकट न मिलने के कारण उनकी ट्रेन छूट जाती है। जिसके बाद उन्हें निराश होकर घर लौटना पड़ता है।
वहीं, यात्रियों की सहुलियत के लिए सरकार ने सिटी स्टेशन पर तीन टिकट वेंडिंग मशीनों को लगवाया था। जिसकों कई वर्ष बीत चुके है, लेकिन बीच में बढ़ते कोरोना के कारण लॉकडाउन लगाया गया। जिसमें मशीनों का इस्तेमाल नहीं हो पाया था, लेकिन लॉकडाउन के बाद से ही मशीने ठप पड़ी है। विभाग ने इस और ध्यान तक नहीं दिया है।
वहीं पहले की तरह यात्रियों को लंबी लाइनों में लगकर टिकट लेना पड़ रहा है। सरकार लोगों को तरह-तरह की सुविधाएं उपलब्ध करा रही है, लेकिन लोग उसका लाभ कुछ ही माह उठा पाते हैं। जिसके बाद उन्हें निराश होकर फिर से परेशानी का सामना करना पड़ता है।
इस तरह की लापरवाई सिटी स्टेशन पर देखनों को मिल रही है। वहीं, अधिकारियों से सिटी स्टेशन पर टिकट काउंटर के बाहर लगी टिकट वेंडिंग मशीनों नहीं चलने के बारे में वार्ता की तो उन्होंने बताया कि मशीनों करीब चार वर्ष से लगी हुई है, लेकिन लॉकडाउन में ट्रेने ना चलने के कारण मशीनों का इस्तेमाल नहीं हो सका।
जिस कारण मशीनों को मरम्मत कराने के बाद ही चालू किया जाएगा। जिसकी शिकायत उन्होंने दिल्ली में संबंधित विभाग को मैसेज से दी, लेकिन एक वर्ष बीतने के बाद भी अभी तक कोई मशीनों की मरम्मत करने के लिए नहीं आया है।