- फोर्स रहेगी तैनात, सभी थानेदारों को अपने-अपने क्षेत्र में कड़ी निगरानी के निर्देश
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: 15 अगस्त को लेकर जनपद में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गए हैं। सभी थानेदारों को अपने अपने क्षेत्र में कड़ी निगरानी रखने को कहा गया है। इसके अलावा संवेदनशील इलाकों में पुलिस को गश्त करने के निर्देश दिये गए हैं। एसएसपी ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अधीनस्थ अधिकारियों को दिशा निर्देश दिये।
पुलिस लाइन में पन्द्रह अगस्त का मुख्य कार्यक्रम होगा। ध्वजारोहण को लेकर पुलिस लाइन में तैयारिंया जोरों पर चल रही है। परेड ग्राउंड में आरआई के अलावा तमाम जिम्मेदार अधिकारियों का आना जाना लगा रहा। पूरे मैदान की सफाई कराने के बाद सजावट का काम शुरु हो गया है। एएसपी स्तर के अधिकारी, सीओ लाइन, प्रतिसार निरीक्षक के अलावा काफी तादाद में पुलिसकर्मी व्यवस्था बनाने में लगे हुए हैं।
वहीं पन्द्रह अगस्त के दिन शहर भर में झंडारोहण का कार्यक्रम होगा और चहल पहल रहेगी। इसको देखते हुए पुलिस ने अपनी प्लानिंग कर ली है। चौराहों पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया जा रहा है। किसी भी तरह की अप्रिय घटना न हो इसके लिये थानेदारों से लेकर सिपाहियों तक को सख्त निर्देश जारी कर दिये गए हैं। तीन दिन पहले से एडीजी, आईजी और एसएसपी सड़कों पर लगातार गश्त कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं।
दरअसल हर बार पन्द्रह अगस्त और 26 जनवरी के वक्त पूरे प्रदेश को हाई अलर्ट कर दिया जाता है। दिल्ली के नजदीक होने के कारण वेस्ट यूपी खासकर एनसीआर में सुरक्षा को लेकर पुलिसकर्मियों को अलर्ट पर रखा जाता है। घंटाघर, आबूलेन, हापुड़ अड्डा, ईव्ज चौपला, बुढानागेट, भूमिया का पुल, कंकरखेड़ा के अलावा आसपास के कस्बों में पुलिस कर्मियों को अवांछित तत्वों पर नजर रखने को कहा गया है। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण का कहना है कि सुरक्षा व्यवस्था मजबूत रहेगी। हर कोई आजादी के पर्व को उल्लास के साथ मनाये।
शातिर सुशील फौजी और गैंगस्टर की तलाश में सीओ सरधना की दबिश
मेरठ: कई माह से वांछित चल रहा गैंगस्टर विकास मलिक और शातिर सुशील फौजी की तलाश में सीओ सरधना और कई थानों की पुलिस फोर्स ने भदौड़ा गांव में दबिश दी। पुलिस की दबिश के दौरान अफरातफरी मच गई। हालांकि दोनों आरोपी में से कोई भी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाया। रोहटा थाना क्षेत्र के गांव भदौड़ा में कई बार गैंगवार होने के बाद सुर्खियों में रहता है। पूर्व में गांव में योगेश भदौड़ा के साथ उनके विरोधी गुट के बीच चली गैंगवार में कई हत्याएं हो चुकी हैं।
योगेश भदौड़ा तो कई सालों से जेल में बंद है, लेकिन उसके जानी दुश्मन शातिर सुशील फौजी के जेल से आने के बाद गांव में भय का माहौल बना है। दो दिन पहले गांव के इरफान नाम के युवक ने एडीजी के समक्ष पेश होकर अपने और पूरे परिवार की जान का खतरा शातिर सुशील फौजी गैंग और गैंगस्टर विकास मलिक से बताया था। इससे पहले भी इरफान अपनी जान का खतरा एसपी देहात से लेकर एसएसपी से बता चुका है।
हालांकि इरफान को पुलिस सुरक्षा मुहैया करा दी गई थी, लेकिन उसके बाद भी शातिर सुशील फौजी लगातार इरफान को अप्रत्यक्ष रुप से हत्या की धमकी दे रहा है। शातिर सुशील फौजी के डर से इरफान ने गांव से पलायन की बात कही थी, लेकिन रविवार को सीओ सरधना और कई थानों की पुलिस ने गांव भदौड़ा में सुशील फौजी और उसके चचेरे भाई गैंगस्टर विकास मलिक के घर पर दबिश दी, लेकिन घर पर दोनों में से कोई नहीं मिला।