- यातायात व्यवस्था बनाने में जूझती रही ट्रैफिक पुलिस
- पूरा शहर रहा जाम, हर चौराहे पर तैनात रहे पुलिसकर्मी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: नीट परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने को लेकर ट्रैफिक पुलिस की चल रही तैयारी धड़ाम हो गई। परीक्षा को लेकर जहां शहर में चप्पे-चप्पे पुलिस तैनात थी। वहीं, दिनभर लोग जाम से जूझते रहे। हालात ऐसे थे कि शहर से लेकर हाइवे तक जाम ही जाम दिखाई दिया। जिस कारण इस उमस भरी गर्मी में लोग लोग पसीने से तर-बतर रहे। यातायात व्यवस्था बनाने के लिए ट्रैफिक पुलिस के साथ थाना पुलिस भी मौजूद रही, लेकिन दिनभर शहर की यातायात व्यवस्था बेपटरी रही।
रविवार को जिले के 25 केंद्रों पर 13 हजार परीक्षार्थियों की नीट की परीक्षा हुई। नीट की परीक्षा देने के लिए आसपास के जनपदों से परीक्षार्थी अपने अभिभावकों के साथ केंद्रों पर पहुंचे। परीक्षा देने के लिए आए परीक्षार्थियों की किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए ट्रैफिक पुलिस ने पूरी तैयारी कर रखी थी। लेकिन ट्रैफिक पुलिस की तैयारी पूरी तरह धड़ाम हो गई।
शहर में हर मार्ग व चौराहे पर जाम ही जाम दिखाई दिया। जाम में फंसे लोग इस उमस भरी गर्मी में पूरा दिन पसीना-पसीना रहे। वहीं, यातायात व्यवस्था को बनाने लिए ट्रैफिक पुलिस भी पूरा दिन जूझती दिखाई दी। लेकिन जाम के आगे वह भी बेबस दिखाई दी। हालांकि ट्रैफिक पुलिस के साथ थाना पुलिस भी यातायात व्यवस्था बनाने के लिए दिनभर मशक्कत करती है। लेकिन हालात जस के तस रहे।
हाइवे से लेकर शहर के हर मार्ग पर रहा जाम
जिला प्रशासन ने नीट परीक्षा को लेकर कोरोना प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा। जिसके चलते परीक्षार्थियों को सुबह 11 बजे ही केंद्रों पर बुला लिया था। जबकि परीक्षा दो बजे शुरू हुई। 11 बजे जैसे ही परीक्षार्थी केंद्रों पर पहुंचे तो शहर व हाइवे पर हर ओर जाम ही जाम दिखाई दिया। यही हालात परीक्षा छूटने के बाद दिखाई दिए। हाइवे से लेकर बागपत रोड, रोहटा रोड, गढ़ रोड व दिल्ली रोड पर भीषण जमा लगा रहा।
उमस भरी गर्मी ने निकाला पसीना
नीट परीक्षा को दिलाने के लिए परीक्षार्थियों के साथ आए अभिभावक परीक्षा खत्म होने तक केंद्रों के आसपास ही घूमते रहे। कुछ केंद्रों के आसपास पेड़ नहीं होने के कारण अभिभावक अपनी गाड़ियों को सड़क किनारे ही खड़ी कर उसी में बैठे रहे। लेकिन ज्यादातर अभिभावक इस उमस भरी गर्मी के चलते परीक्षा खत्म होने तक परेशान ही रहे।
फिजिक्स के प्रश्नों से चकराए छात्र, परीक्षा में 96 प्रतिशत रही उपस्थिति
रविवार को 25 केंद्रों पर नीट की परीक्षा संपन्न हुई। परीक्षा के दौरान कोविड गाइडलाइन का पालन किया गया और मास्क, सैनिटाइजर के साथ ही एंट्री हुई। इसके अलावा पेपर कोविड के चलते उस स्तर का नही रहा, जिस स्तर का अब से पहले पेपर आया है। पेपर न कठिन रहा और न ही सरल रहा।
विशेषज्ञों के अनुसार पेपर का स्तर इसी तरह से कि कोविड के चलते छात्रों ने कोई खास तैयारी नही की होगी। शहर में नीट की परीक्षा में एडमिट कार्ड, आईडी, पासपोर्ट साइज फोटो भी देखा गया। साथ ही अभिभावकों को केंद्र पर छोड़कर अलग जाने के लिए भी निर्देश दिए गए कि कोई भी केंद्र के बाहर खड़ा नही होगा।
मास्क व दस्ताने अनिवार्य रूप से शामिल किए गए और पारदर्शी बोतल की अनुमति दी गई। इसके अलावा सभी केंद्रों पर सख्ती से चेकिंग हुई। केंद्र पर प्रवेश 11 बजे से डेढ़ बजे के बीच में करा लिया गया, लेकिन परीक्षा दो बजे से पांच बजे तक रही।
475 ने छोड़ी परीक्षा, 96 प्रतिशत रही उपस्थिति
नीट की परीक्षा में 13195 परीक्षार्थियों में से 12 हजार 720 परीक्षार्थी शामिल हुए और 96 प्रतिशत उपस्थित रही। कुल 475 ने परीक्षा छोड़ी।
फिजिक्स का पेपर छूटा सवाल रहे लंबे
वहीं गॉडविन स्कूल से परीक्षा देकर निकले परीक्षार्थियों के अनुसार बायो व केमेस्ट्री के सवाल औसत रहे। पिछले साल के मुकाबले पेपर अच्छा नही रहा। वहीं फिजिक्स का पेपर छूट भी गया। पेपर में लंबे सवाल रहे। वहीं इस बारे में बॉयोकेम के डायरेक्टर कर्मवीर सिंघल ने बताया कि पेपर में केमेस्ट्री पिछली बार की तरह थी और बायो का सवाल कुछ कठिन व कुछ सरल थे।
इसके अलावा फिजिक्स के पेपर में सवाल काफी हद तक छात्रों के छूट गए। छात्रों ने बताया कि कैलकुलेशन बहुत लंबी थी। वहीं कर्मवीर सिंघल का कहना है कि पेपर का स्तर जानकर यही लगा कि कोविड की स्थिति को देखते हुए पेपर बनाया गया है।