Friday, July 5, 2024
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निगरानी समिति की बैठक में हंगामा, अफसरों पर भड़के नेताजी

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  • जनपद में एक वर्ष में 500 से अधिक विद्युत ट्रांसफार्मर चोरी की घटना पर केंद्रीय मंत्री भी अचंभित
  • सपा विधायक अतुल प्रधान बोले-छह माह भी नहीं चल पाई पीडब्ल्यूडी की सड़क
  • जन प्रतिनिधियों ने विभिन्न योजनाओं की जानकारी मांगने पर निरुत्तर दिखाई दिए अधिकारी
  • मेडा के वीसी पर अवैध निर्माण को लेकर पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाने का लगा आरोप
  • सवालों के जवाब में घिरे अधिकारी तो मंत्री एवं विधायक ने मीडिया कर्मियों का कैमरा बंद कराया
  • महापौर बोले, मुझे गुमराह करते हैं अधिकारी, आम व्यक्ति के साथ रवैया बहुत खराब

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: जिला पंचायत का सभागार सोमवार को हंगामे का प्रत्ययक्ष दर्शी बना। योजनाओं पर अफसर बैकफुट पर दिखाई दिये, वहीं शिक्षा, स्वास्थ्य, पीडब्ल्यूडी, जल निगम, कृषि और नगर निगम केन्द्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान के निशाने पर रहे। अफसर बिना होम वर्क किये ही मीटिंग में पहुंच गए, जिसके चलते गहमा-गहमी का माहौल पैदा हो गया।

एक वर्ष पहले फर्जी छात्रवृत्ति के मामले में एक एफआईआर हुई थी, इसमें कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिसको लेकर राज्यमंत्री नाराज हो गए। डीएम से भी इस बारे में पूछा। राज्यमंत्री ने अफसरों को तीन माह का अल्टीमेटम ये कहकर दिया पूरी तैयारी के साथ मीटिंग में आये। 500 ट्रांसफार्मर चोरी को लेकर भी खूब हंगामा हुआ।

केंद्रीय राज्यमंत्री मत्यस्य पालन, पशुधन एवं डेयरी मंत्रालय डा. संजीव बालियान की अध्यक्षता एवं सीडीओ शशांक चौधरी के संचालन में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक हुई। बैठक में जनपद के विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ ही सांसद एवं विधायक के साथ ब्लॉक प्रमुख एवं जिला पंचायत सदस्य मौजूद रहे।

इस दौरान भाजपा के सांसद एवं विधायकों के अफसर निशाने पर रहे। सपा विधायक ने जल निगम द्वारा टंकी निर्माण, पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया, साथ ही जनपद में एक वर्ष में थाने के आन रिकार्ड के अनुसार 500 से अधिक विद्युत ट्रांसफार्मर चोरी की घटनाओं पर सवाल किया तो बैठक की अध्यक्षता कर रहे सांसद डा. संजीव बालियान एवं राज्यमंत्री के साथ तमाम विधायक एंव जन प्रतिनिधि अचंभित हो गए।

जिसको बड़ा मामला मानते हुए शासन को पत्र लिखने एवं इस तरह के मामले में उच्चस्तरीय जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की बात कही गई। आयोजित बैठक में विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन एवं प्रगति की बिन्दुवार समीक्षा करते हुये राज्य मंत्री एवं सांसद डा. संजीव बालियान ने कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र मेंं संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ लाभार्थियों तक पहुंचाया जाये।

सरकार की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत कराये जा रहे विकास कार्यों के संबंध में जनप्रतिनिधियों को अवगत कराते हुये उनसे सुझाव प्राप्त कर कार्रवाई की जाये तथा पूर्ण हुई परियोजनाओं का लोकार्पण जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में कराया जाना सुनिश्चित कराए जाने की बात कही। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी शशांक चौधरी द्वारा मनरेगा अंतर्गत प्रत्येक ग्राम में मिनी स्टेडियम, पौधरोपण तथा पशु शेड योजना के संबंध में अवगत कराया गया।

डीएम दीपक मीणा द्वारा समस्त विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि आज दिशा की बैठक में जनप्रतिनिधियों द्वारा उठायी गयी समस्याएं एवं दिये गये सुझावों का अक्षरश: पालन करते हुये कार्रवाई सुनिश्चित की जाये। उन्होंने समस्त जनप्रतिनिधियों को आश्वस्त करते हुये कहा कि अगली दिशा की बैठक से पूर्व संज्ञान में लाये गये संबंधित प्रकरणो पर कार्रवाई करते हुये शत-प्रतिशत निस्तारण का प्रयास किया जायेगा।

बैठक में राज्यमंत्री ऊर्जा सोमेन्द्र तोमर, राज्यमंत्री जलशक्ति दिनेश खटीक, भाजपा जिलाध्यक्ष विमल शर्मा, राज्यसभा सांसद मलूक नागर, सांसद राजेन्द्र अग्रवाल, महापौर हरिकांत अहलूवालिया, कैंट विधायक अमित अग्रवाल, एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज, एमएलसी सरोजिनी अग्रवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चौधरी, विधायक सरधना अतुल प्रधान, सीडीओ शशांक चौधरी आदि मौजूद रहे।

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