नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। इस वर्ष मई माह ज्योतिषीय दृष्टि से विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। क्योकि इस बार प्रमुख ग्रह जैसे सूर्य, गुरु, राहु और केतु अपनी-अपनी राशियाँ बदलने वाले हैं, तो इसका प्रभाव न केवल व्यक्तिगत राशियों पर बल्कि वैश्विक घटनाओं और सामाजिक परिवर्तनों पर भी देखा जा सकता है।
ग्रहों की यह चाल न सिर्फ जीवन में नई हलचल लेकर आएगी, बल्कि धार्मिक दृष्टि से भी शुभ संकेत माने जाते हैं। इसी माह से शुभ तिथियों की शुरुआत होती हैं, जिनमें विवाह, मुंडन, गृहप्रवेश जैसे मांगलिक कार्य संपन्न किए जाते हैं। इसके बाद सावन, तीज, रक्षाबंधन व जन्माष्टमी जैसे बड़े पर्वों का सिलसिला शुरू होता है, जिनका इंतजार लोग पूरे वर्ष करते हैं। ये केवल पर्व नहीं होते, बल्कि घर-परिवार में उमंग, भक्ति और रिश्तों की मिठास घोलने वाले विशेष अवसर माने जाते हैं। सावन के सोमवार जहां शिव भक्ति में डुबो देते हैं, वहीं हरियाली तीज स्त्रियों के सौभाग्य और प्रेम का उत्सव बनकर आती है।
रक्षाबंधन और जन्माष्टमी जैसे पर्व न केवल धार्मिक दृष्टि से पवित्र होते हैं बल्कि भक्तों के हृदय में भगवान कृष्ण के बालरूप की मधुर छवि भर देते है। ऐसे में यह जानना आवश्यक हो जाता है कि साल 2025 में ये पावन पर्व किस तारीख को मनाए जाएंगे और इसके अलावा कौन-से दिन विशेष महत्व के रहेंगे।
सावन 2025
सावन हिंदू धर्म के सभी माह में सबसे शुभ है। यह देवों के देव महादेव की पूजा-अर्चना को समर्पित है। मान्यता है कि इस माह में आने वाले सभी सावन सोमवार को प्रभु की उपासना-उपवास करने से वैवाहिक जीवन में सुखमय बनता है। इस साल 11 जुलाई 2025 से सावन महीने की शुरुआत हो रही है।
हरियाली तीज 2025
पंचांग के मुताबिक श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को हरियाली तीज मनाई जाती है। इस साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 26 जुलाई को रात 10 बजकर 41 मिनट पर शुरु होगी। इसका समापन 27 जुलाई को रात 10 बजकर 41 मिनट पर है। ऐसे में 26 जुलाई 2025 को हरियाली तीज का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन शिव परिवार की पूजा-अर्चना करने से पति की लंबी उम्र, तरक्की और वैवाहिक जीवन में सुखमय के योग बनते हैं।
रक्षा बंधन 2025
रक्षाबंधन का त्योहार हर साल सावन माह की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। यह पर्व भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है। इस दिन बहनें भाई के अच्छे स्वास्थ्य और लंबी उम्र की कामना करते हुए भाई की कलाई पर राखी बांधती है। हर साल भारत में रक्षाबंधन को बड़े प्रेम और उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस साल 9 अगस्त 2025 के दिन रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाएगा।
जन्माष्टमी 2025
हर साल भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। इस साल श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 16 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा। इस दिन को भगवान श्री कृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। मान्यता है कि इस तिथि पर श्रीकृष्ण की उपासना करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
गणेश चतुर्थी 2025
गणेश चतुर्थी का पर्व हर साल भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। मान्यता है कि भाद्रपद महीने में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान गणेश का अवतरण हुआ था। इस तिथि पर प्रभु की पूजा-अर्चना करने से साधक की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। साथ ही गणेश जी की कृपा से कार्यों में आ रही बाधाएं भी दूर होती हैं। इस साल 27 अगस्त को गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाएगा।
शारदीय नवरात्रि 2025
भारत में शारदीय नवरात्रि को नौ दिवसीय उत्सव के रूप में मनाया जाता है, जिसे धर्म की अधर्म पर और सत्य की असत्य पर जीत का प्रतीक माना जाता है। इस अवधि में देवी के नौ स्वरूपों की पूजा का विधान है। इस दौरान देश के कोने-कोने में मां दुर्गा की पूजा का भव्य आयोजन किया जाता है। इस साल 22 सितंबर 2025 से शारदीय नवरात्रि शुरू होगी और इसका समापन 2 अक्तूबर 2025 को है।
- घटस्थापना मुहूर्त – सुबह 6.09 – सुबह 08.06
- अभिजीत मुहूर्त – सुबह 11.49 – दोपहर 12.38
दशहरा 2025
आश्विन माह में शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशहरा का पर्व मनाया जाता है। इसे विजयदशमी और रावण दहन भी कहते हैं। इस साल 2 अक्तूबर को दशहरा मनाया जाएगा।
करवा चौथ 2025
करवा चौथ हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है, इसे कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। दिन दिन सुहागिन पति की लंबी उम्र और तरक्की के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। इस साल 10 अक्तूबर को करवा चौथ का व्रत रखा जाएगा।
दिवाली कैलेंडर 2025
- धनतेरस: 18 अक्तूबर
- नरक चतुर्दशी: 20 अक्तूबर
- दिवाली: 21 अक्तूबर
- गोवर्धन पूजा: 22 अक्तूबर
- भाई दूज: 23 अक्तूबर
छठ पूजा 2025 कैलेंडर
- 25 अक्तूबर नहाय-खाय
- 26 अक्तूबर खरना होगा
- 27 अक्तूबर शाम का अर्घ्य
- 28 अक्तूबर व्रत का पारण