Tuesday, July 9, 2024
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क्यों होती है थकावट?

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Sehat


कई लोगों में ज्यादा शक्ति और स्फूर्ति होती है लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनमें बिलकुल भी स्फूर्ति नहीं होती। वे हर समय थकान महसूस करते हैं। जिन लोगों में स्फूर्ति होती है, वे नित्य सुबह जल्दी उठते हैं और तुरंत काम में लग जाते हैं। वे एक समय पर केवल एक ही काम नहीं करते। वे सुबह-सुबह अनगिनत काम कर लेते हैं।
केवल यही नहीं, वे दिन भर किसी न किसी काम में लगे रहते हैं। यदि वे नौकरीपेशा न भी हों तो वे कोई भी काम अपनी रूचि अनुसार कर लेते हैं, भले वह पेंटिंग हो, कढ़ाई या कोई खेल कूद जैसे क्रिकेट, गोल्फ इत्यादि। ऐसे लोग आलस करके नहीं बैठते। यदि ऐसे लोगों को पांच या छ: घंटे की नींद भी मिल जाए तो काफी है। वे फिर से वैसे ही और उतना ही काम करने के लिए तैयार हैं।

इसके विपरीत कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनमें जरा भी स्फूर्ति नहीं होती। उन्हें तो सुबह उठने में भी तकलीफ होती है। ऐसे लोगों को सुबह-सुबह ही थकावट महसूस होती है और थोड़ा सा भी घर का काम करके वे थक जाते हैं और अक्सर यदि वे नौकरी कर रहे हैं तो देर से पहुंचते हैं। ये लोग किसी तरह दोपहर के खाने तक काम करते हैं लेकिन दोपहर को वे खूब सारा खाना खाते हैं और अक्सर इसमें अधिक कैलोरी होती है।

वे यकीनन दोपहर को आराम भी फरमाना चाहते हैं लेकिन क्योंकि नौकरी पर वे ऐसा नहीं कर सकते, वे किसी तरह अपना काम निपटा कर बिलकुल थके हारे शाम को घर पहुंचते हैं। शाम को वे कहीं जा नहीं पाते, न ही वे सैर इत्यादि करते हैं। वे बस थक हार कर यूं ही पड़े रहते हैं। फिर रात का भोजन खाने के तुरंत बाद वे सो जाते हैं। ऐसे लोगों को 10 घंटे नींद भी कम लगती है। ये लोग हमेशा ही थक कर चूर रहते हैं।

कभी-कभी गहरी थकावट इसलिए होती है क्योंकि कुछ लोग अपनी शक्ति से बढकर काम अपने ऊपर ले लेते हैं। वे हद से ज्यादा काम करते हैं क्योंकि वे किसी को मना नहीं कर सकते। इस तरह वे अपने शरीर को इतना अधिक थका लेते हैं कि जब आराम का समय आता है, वे आराम भी नहीं कर सकते क्योंकि तब उन्हें दिन भर की थकावट का अहसास होता है।

कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें हमेशा थकावट रहती है। सुबह ही वे थके हुए उठते हैं। इसका कारण है नींद की कमी लेकिन कभी-कभी नींद की कमी कई और कारणों से होती है। यदि आपका बच्चा छोटा है और उसके लिए आपको बार-बार उठना पड़ता है, ऐसी थकावट तो दिन में आराम करके दूर की जा सकती है लेकिन जो लोग चिंता की वजह या किसी और कारण से अनिद्रा के शिकार होते हैं, उन्हें हर समय थकावट होना संभव है।

कई लोग ऐसे भी हैं जो थकावट महसूस करते हैं और हमेशा कहते हैं कि मैं इतनी थक गया हूं। जबकि वे इतना ज्यादा काम भी नहीं करते जिससे उन्हें थकावट हो। ऐसे लोगों को थकावट नहीं, अवसाद की शिकायत होती है। ऐसे लोग अक्सर बोर होने की वजह से या अवसाद की वजह से थके-थके से रहते हैं। यह सबसे खतरनाक किस्म की थकावट होती है क्योंकि इससे उनको किसी प्रकार से भी आराम नहीं मिल सकता।

वे हमेशा ही थके रहते हैं और रहेंगे और उन्हें बिलकुल चैन नहीं मिलता। अफसोस की बात तो यह है कि ऐसे लोग ज्यादा थकावट महसूस करने की वजह से दिन में भी सोते रहते हैं और इससे इनकी मानसिक स्थिति और भी बिगड़ जाती है। कभी कभी किसी बीमारी की वजह से भी आपको ज्यादा थकावट महसूस होती है जैसे यदि किसी को थायरॉयड हो या खून की कमी की बीमारी हो तो आपका थके थके से रहना स्वाभाविक है।

ऐसी थकावट का इलाज आप अपनी बीमारी का इलाज करवा कर और दवाइयां लेकर कर सकते हैं लेकिन उस थकावट का क्या करें जो बिना कोई शारीरिक काम किये आपको महसूस हो अर्थात् मानसिक कारणों से थकावट हो।
हमें अपनी शक्ति व स्फूर्ति बढ़ानी है। यह हम दो या तीन चीजों का ध्यान रखकर बढ़ा सकते हैं। पहले तो ज्यादा चाय अथवा काफी नहीं पीनी चाहिये क्योंकि इनसे आपको टूटी हुई नींद आती है और गहरी नींद न मिलने की वजह से आप थके हुए रहते हैं।

दूसरे आपको खुद देखभाल कर काम करना चाहिये। इतना भी काम न करें कि आप इस हद तक थक जाएं कि आप आराम भी न कर पाएं। रात को सोने से पहले एक प्याला गरम दूध अथवा बोर्न वीटा या हारलिक्स इत्यादि लें। सही भोजन लेकर थकावट दूर करना काफी हद तक आपके अपने ही हाथों में है।

अम्बिका


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