- बस स्टॉप नहीं रुकती बसें महिला यात्री खड़ा होने से करतीं परहेज
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: बसों का इंतजार करने को बनाये गये बस स्टॉप शहर में आजकल कुछ और ही काम में आ रहे हैं। बस स्टॉप पर शराब के ठेकों का बैनर लगा दिया गया है। हालात यहां तक खराब हैं कि शराब का सेवन करने वाले लोग इनका स्तेमाल यहां बैठकर शराब पीने तक के लिये करते हैं, जिस कारण इन बस स्टॉप का इस्तेमाल तक नहीं किया जाता।
शहर में जेएनएनयूआरएम के तहत चलाई गई सिटी बसों के लिये नगर निगम की ओर से बस स्टॉप का निर्माण किया गया था, लेकिन इस बस स्टॉप की हालत इस कदर खराब है कि यहां न तो बसें ही रुकती हैं और न ही यहां यात्री रुककर बसों आदि का इंतजार करते हैं।
शात्रीनगर क्षेत्र में स्थित बस स्टॉपों की तो हालत बद से बदतर हो चुकी है। पीवीएस मॉल के सामने स्थित बस स्टॉप पर शराब के ठेकेदारों ने ठेके का बैनर लगा रखा है। दोनों ओर बैनर लगाये जाने से यहां बस स्टॉप पर कोई रुकना तक पसंद नहीं करता।
महिला यात्री तो यहां से सौ मीटर दूरी पर ही खड़े होकर अपने वाहनों का इंतजार करतीं है। बता दें कि यहां बस स्टॉप के ठीक पीछे ही शराब का ठेका है। ठेकेदार ने यहां बस स्टॉप के दोनों साइडों को ग्रिल पर बपन शराब का ठेके का बैनर लगाकर प्रचार करना शुरू कर दिया है, जिस कारण यहां कोई बैठना पसंद नहीं करता। इस संबंध में कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है।
हापुड़ चुंगी पर स्थित बस स्टॉप बना कैंटीन
हापुड़ चुंगी पर बने बस स्टॉप की हालत तो कुछ ज्यादा ही खराब है। शराबियों ने इसे कैंटीन बना लिया है। यहां लोग दिन भर बैठकर शराब पीते हैं। यह स्थिति तो तब है कि यहां से महज कुछ ही कदमों की दूरी पर पुलिस चौकी है। पुलिस दिन भर यहां चैकिंग करती है लेकिन बस स्टॉप पर बैठक शराब पीने वालों का कुछ नहीं बिगाड़ पाती। यहां भी शराब का ठेका बस स्टॉप के ठीक पीछे ही है जिस कारण यहां लोग रुकना पसंद नहीं करते।
कूड़ेदान बना बस स्टॉप
नई सड़क स्थित बस स्टॉप के पास ही कूड़ा डाला जाता है। जिस कारण यहां बना बस स्टॉप एक मात्र दिखावा रह गया है। यहां कूड़ा बस स्टॉप तक पड़ा रहता है। लाखों रुपये खर्च कर बनाये गये ये स्टॉप खत्म हो चुके हैं। अब यहां न तो बसें रुकती हैं और न ही यात्री यहां खड़े होते हैं। यहां पर बस शरारती किस्म के लोगों ने इन्हें अपना अड्डा बनाकर रखा है। यहां तक कि कई बार शहर के जनप्रतिनिधियों से भी यह शिकायत की गई, लेकिन इस मामले में कोई सुनवाई नहीं की गई।
बस स्टॉप पर खर्च हुए लाखों रुपये
शहर में संचालित जेएनएनयूआरएम बसों के लिये शहर में बेगमपुल, बच्चापार्क, जीआईसी, पशुओं के अस्पताल के पास हापुड़ रोड पर, नई सड़क, तेजगढ़ी रोड, पीवीएस के सामने, हापुड़ चुंगी समेत कई स्थानों पर बस स्टॉप बनाये गये। इनकी सीटों और साज-सज्जा और निर्माण में लाखों रुपये खर्च हुए, लेकिन नगर निगम की लापरवाही के कारण शहर में ज्यादातर बस स्टॉप खत्म होने को हैं, इनकी हालत सुधारने को अधिकारी भी तैयार नहीं है। इन बस स्टॉप से लोग कुर्सियां तक उखाड़ ले गये, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है।