- एनकाउंटर में ढेर बदमाश की भी खोली दी गई हिस्ट्रीशीट
- फलावदा के युवक की एक ही दिन में दो हिस्ट्रीशीट
तनवीर अंसारी |
फलावदा: पुलिस कब और क्या कारनामा अंजाम दे डालें ? यह अंदाजा लगाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। आंकड़ेबाजी के खेल में पुलिस ने महीनों पूर्व एनकाउंटर में ढेर करके यमलोक पहुंचाये गए क्रिमिनल की हिस्ट्रीशीटर खोल डाली।कप्तान द्वारा घोषित कराए 76 हिस्ट्रीशीटरों में इस बदमाश की यमलोक में पुलिस कैसे निगरानी करेगी। दूसरे एक युवक की हिस्ट्रीशीट एक ही दिन में दो बार खोलने का मामला भी चर्चा का विषय बना हुआ है।
पुलिस की कारगुजारी का यह हैरतअंगेज कारनामा 10 नवंबर को उस समय प्रकाश में आया जब कप्तान द्वारा जनपद में अपराधियों पर प्रभावी अंकुश लगाए जाने की कवायद में जिले के विभिन्न थानों से संबंधित 76 दुराचारीयों की हिस्ट्रीशीट खोली गई।घोषित किए गए समस्त 76 हिस्ट्रीशीटरों की संबंधित थाना क्षेत्र में प्रभावी निगरानी किए जाने के निर्देश है।
बताया जा रहा है कि पुलिस ने अपराधियों की क्रिमिनल हिस्ट्री के आधार पर उनकी हिस्ट्रीशीट खुलवाई है। इसी क्रम में पुलिस ने सरधना क्षेत्र के छाबड़िया निवासी दीपक सिद्धू पुत्र महिपाल की भी हिस्ट्रीशीट खोली है, जबकि दीपक सिद्धू को पुलिस द्वारा करीब 4 माह पूर्व तत्कालीन सीओ जितेंद्र कुमार सरगम की अगुवाई में रोहटा थाना क्षेत्र के जंगल में हुई मुठभेड़ में ढेर किया गया था।
एनकाउंटर के दौरान हुए पुलिस के दावे के मुताबिक दीपक सिद्धू भदौड़ा गैंग से ताल्लुक रखने वाला 50 हज़ार का इनामी बदमाश था।एनकाउंटर से पहले वह एक मर्डर में वांछित चल रहा था।उससे कई लोगों की जान को खतरा था।काबिल पुलिस की सूझबूझ देखिए निगरानी के अभियान में उसने गत माह जुलाई में यमलोक पहुंच चुके दीपक की भी हिस्ट्रीशीट खोल दी। कयास लगा रहे है भला उसकी यमलोक में निगरानी कैसे हो सकती है।
ऐसे ही इस लिस्ट में फलावदा के बडा गांव निवासी सबाहत का नाम है। सूची के अनुसार पुलिस ने उसे भी एक ही मर्तबा दो बार हिस्ट्रीशीटर बनाया गया है।जिला पुलिस द्वारा जारी जिले के हिस्ट्रीशीटर घोषित 76 अपराधियों की सूची में उसका नाम दो बार दर्ज है।इस सूची को देखकर पुलिस की कार्यप्रणाली और सजगता का सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है।