Saturday, July 27, 2024
- Advertisement -
HomeUttar Pradesh NewsMeerutवेदव्यासपुरी योजना की 10 फाइलें गायब

वेदव्यासपुरी योजना की 10 फाइलें गायब

- Advertisement -
  • एमडीए आफिस से ये पत्रावली एचआर जैदी आयोग इलाहाबाद के सामने पेश की गई थी, जो वापस नहीं आई

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: मेरठ विकास प्राधिकरण (एमडीए)की 10 भूखंडों की पत्रावली गायब है। ये पत्रावली एचआर जैदी आयोग इलाहाबाद के सामने पेश की गई थी, जो इलाहाबाद से वापस मेरठ विकास प्राधिकरण में नहीं पहुंची। अभी तक एमडीए में इनकी डुप्लीकेट फाइल भी तैयार नहीं की गई है। दरअसल, एचआर जैदी आयोग भूखंडों के आवंटन में किए गए घालमेल को लेकर गठित किया गया था। इसको लेकर नोएडा, गाजियाबाद और मेरठ के भूखंडों की पत्रावलियों को जैदी आयोग में इलाहाबाद में तलब किया था, जिसमें जैदी आयोग में मंगाई गई फाइल की जानकारी ली गई थी, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि जैदी आयोग में गई 10 पत्रावली गायब कैसे हो गई?

ये पत्रावली मेरठ विकास प्राधिकरण की वेदव्यासपुरी योजना से संबंधित है। बताया गया कि वेदव्यासपुरी के भूखंड संख्या ए-12 सुभाष चंद शर्मा, ए-56 विजय छिब्बर, ए-58, पवन गर्ग, ए-59, नीरज, ए-60, देवराजन ए-61, विमलेश ए-62, गुलशन धींगरा ए-64, मीना रस्तोगी ए-65, राजीव गुप्ता ए-67, संगीता वर्मा कि ये फाइलें गायब है। मेरठ विकास प्राधिकरण अधिकारी गायब इन फाइलों की तलाश करा रहे थे, लेकिन बाद में पता चला कि इन भूखंडों की पत्रावली जैदी आयोग ने इलाहाबाद में तलब की थी, जिसके बाद ये पत्रावली मेरठ विकास प्राधिकरण में वापस प्राप्त नहीं हुई। अभी पत्रावली गायब कहां हुई? यह भी बड़ा सवाल है।

आवंटित भूखंड कि गायब पत्रावली को लेकर मेरठ विकास प्राधिकरण के अधिकारी गंभीर है। प्राधिकरण उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय ने प्रभारी अधिकारी संपत्ति को यह आदेश दिए हैं कि जो गायब पत्रावली है, उनकी डुप्लीकेट पत्रावली तैयार की जाए। इसमें किसी व्यक्ति को इससे संबंधित यदि साक्ष्य प्राधिकरण को उपलब्ध कराना चाहते हैं तो वह भी कराए जा सकते है।ं इसमें किसी तरह की गड़बड़ी तो नहीं है। उसको लेकर भी प्राधिकरण के अधिकारी जानकारी जुटा रहे हैं।

एमडीए का दो अवैध कॉलोनियों पर चला बुलडोजर

मेरठ विकास प्राधिकरण के इंजीनियरों ने बुधवार को बागपत रोड स्थित दो अवैध कालोनियों पर बुलडोजर चला दिया। अवैध कॉलोनियों को गिराने की कार्रवाई प्राधिकरण इंजीनियर ने पुलिस की मौजूदगी में की। थोड़ा विरोध भी हुआ, लेकिन अवैध कॉलोनी को गिराने का अभियान जारी रखा। बागपत रोड स्थित विद्या नॉलेज पार्क से सटकर ओमपाल ढाका आदि ने 22 हजार वर्ग मीटर जमीन में मिट्टी भराई कर घेराबंदी का कार्य किया जा रहा था।

सड़क का निर्माण भी किया जा रहा था, जिसे प्राधिकरण इंजीनियरों ने बुधवार की सुबह बुलडोजर लेकर पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। तोड़फोड़ की यह कार्रवाई पुलिस की मौजूदगी में चली। इसी रोड पर रामपुर पावटी में मनोज सिंह और राहुल आदि ने करीब 4000 वर्ग मीटर जमीन में सड़क का निर्माण किया जा रहा था, जिसे प्राधिकरण इंजीनियरों की टीम ने बुलडोजर लगाकर ध्वस्त कर दिया।

09 18

प्राधिकरण उपाध्यक्ष की तरफ से इन अवैध कॉलोनी में विद्युतीकरण और रजिस्ट्री रोकने के लिए चिट्ठी डीआईजी स्टांप कलक्ट्रेट और मुख्य अभियंता पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम को भी लिखी है, ताकि अवैध कॉलोनी में विद्युतीकरण पर रोक लगाई जा सके। इस ध्वस्तीकरण के दौरान जोनल अधिकारी अरुण शर्मा, अवर अभियंता महादेव शरण, उमाशंकर सिंह, सर्वेश गुप्ता आदि मौजूद रहे।

एमडीए ने लगाई भाजपा नेता के निर्माण पर सील

मेरठ विकास प्राधिकरण (एमडीए) इंजीनियरों की टीम ने बुधवार को भाजपा नेता दारा सिंह प्रजापति के गंगानगर स्थित मवाना रोड पर चल रहे एक निर्माण पर सील लगा दी। सील की यह कार्रवाई पुलिस की मौजूदगी में की गई। भाजपा नेता दारा सिंह प्रजापति गंगानगर मवाना रोड पर 1200 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में दुकानों का अगले हिस्से में निर्माण कार्य करा रहे थे। प्राधिकरण इंजीनियरों ने निर्माणाधीन दुकानों पर सील की कार्रवाई कर दी।

इसके अलावा दूसरी कार्रवाई गंगानगर की पॉकेट जी में स्वीकृत मानचित्र के विपरीत तैयार किए जा रहे मकान के निर्माण पर सील लगा दी। इस मकान का निर्माण रजनीश त्यागी करा रहे हैं। फिलहाल 200 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में प्रथम व द्वितीय मंजिल का निर्माण कार्य किया जा रहा था, जिसको प्राधिकरण इंजीनियरों ने सील कर दिया। यह सील की कार्रवाई जोनल अधिकारी अर्पित यादव और अवर अभियंता मनोज सिसोदिया ने पुलिस की मौजूदगी में की।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
2
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
- Advertisement -

Recent Comments