- आरोप 450 परिवारों को नहीं मिल रही सुविधाएं
- दो रुपए स्क्वायर फीट वसूला जा रहा मेटेंनेंस चार्ज
- मैनेजर पर झूठा मुकदमा दर्ज कराने का आरोप
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: जिस कॉलोनी में अच्छी सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने का आश्वासन दिया और चार सौ पचास लोगों ने अपने सपनों का घर ले भी लिया अब उसी कॉलोनी में मुसीबतों का जंजाल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कॉलोनी में मेंटेंनेंस के नाम पर 20 लाख रुपये प्रति माह वसूली हो रही है, लेकिन सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं मिल रहा है। आरोप है कि सुविधाएं मांगने पर मैनेजर ने कॉलोनी के लोगों के खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज करा दी, जिसको लेकर लोगों में गुस्सा है।
मामला दिल्ली रोड स्थित सुपरटेक-पॉमग्रीन कॉलोनी का है, सुपरटेक पॉमग्रीन रेजिडेन्ट्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रमन जौली का कहना है कि कॉलोनी में 450 परिवार रहते हैं। फ्लैट्स खरीदते समय उनको बताया गया था कि कॉलोनी में हर तरह की सुविधाएं है, 24 घंटे बिजली, लिफ्ट, साफ-सफाई की व्यवस्था समेत सुरक्षा के लिए 25 गार्डों की तैनाती है, लेकिन अब यहां पर इनमें से कोई भी सुविधा ठीक तरह से नहीं मिल रही है।
सुविधाओं को लेकर कॉलोनी के मैनेजर हरवीर से कहा जाता है तो वह बदसलूकी करते हैं। फ्लैट्स से निकलने वाला गंदा पानी बेसमेंट में भर रहा है। बिजली के नाम पर भी पूरा रिचार्ज नहीं होता है, जनरेटर की बिजली के भी अधिक पैसे वसूले जा रहे हैं। पिछले 10 सालों से कॉलोनी में सोसाइटी के चुनाव नहीं हुए थे, जो अभी हाल में ही हुए है। अब सोसाइटी द्वारा मैनेजर से सुविधाएं दिलाने को कहा जाता है तो वह बदसलूकी करता है।
बीती 15 जनवरी को ही कॉलोनी के गेट के बाहर एक अवैध खोखा रखवा दिया गया। जिसका विरोध किया गया तो मैनेजर हरवीर ने अपने ऊपर जानलेवा हमला करने की झूठी शिकायत थाना ब्रह्मपुरी में कर दी। इससे पहले भी मैनेजर द्वारा इसी तरह की शिकायतें की जाती रही है। कॉलोनी के लोगों ने अब कानूनी जंंग लड़ने की तैयारी की है।