- फिलहाल राजभवन से अभी नहीं आया कोई आदेश, कार्यकाल बढ़ाने के लिए लगे थे कुलपति
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विवि के कुलपति प्रो. आरके मित्तल का कार्यकाल 14 जुलाई 2022 को समाप्त हो रहा है। कुलपति ने 14 जुलाई 2019 को कुलपति के पद पर विवि में कार्यभार ग्रहण किया था। कुलपति ने अपने कार्यकाल के दौरान विवि में विभिन्न कॉलेज चलाने के दावे किए थे, लेकिन उनके कार्यकाल में यह दावे सिर्फ खोखले साबित हुए है। हालांकि कुलपति अपने कार्यकाल समाप्ति से पहले राजभवन से समय बढ़ाने के लिए लगे हुए थे, लेकिन अभी तक राजभवन से उनके कार्यकाल बढ़ने का कोई पत्र नहीं आया है।
प्रो. आरके मित्तल कृषि विवि में हाल ही में टीचिंग और नॉन टीचिंग की नियुक्ति को लेकर विवादों में आए थे। कुलपति पर नियम कायदे कानून को ताक पर रखते हुए नियुक्ति करने का आरोप लगा था। हालांकि इन आरोपों के चलते राजभवन द्वारा नियुक्ति प्रक्रिया पर रोक भी लगा दी थी, लेकिन उसके बाद कुलपति द्वारा राजभवन में सांठगांठ करके नॉन टीचिंग की लगभग 47 नियुक्ति को कर दिया।
हालांकि कुलपति द्वारा की जा रही नियुक्तियों की शिकायत सच संस्था के अध्यक्ष डा. संदीप पहल और शास्त्रीनगर के सुनील कुमार द्वारा की गई थी। जिसके बाद राजभवन में कुलपति के खिलाफ नजर टेढ़ी हो रही थी, लेकिन कुलपति अपने कार्यकाल को बढ़ाने के लिए लगातार जुगत में लगे हुए थे। कुलपति ने हाल ही में गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत आर्य को भी कृषि विवि में बुलाया था।
इससे पहले कुलपति कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही से लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दरबार में कार्यकाल को बढ़ाने के लिए हाजिरी भी लगा रहे थे, लेकिन अभी तक उनके कार्यकाल बढ़ने का कोई पत्र राजभवन ने जारी नहीं किया है। अगर कुलपति का कार्यकाल बढ़ जाता है तो कुलपति राजनीति पकड़ मजबूत हो जाएगी और अगर कुलपति का कार्यकाल नहीं बढ़ता है तो उनके भ्रष्टाचार के कारनामे के कारण उनका समय नहीं बढ़ेगा। उधर, अगर प्रो. मित्तल का समय नहीं बढ़ता है तो कृषि विवि का चार्ज चौधरी चरण सिंह विवि की कुलपति द्वारा संभाला जा सकता है।