Thursday, January 16, 2025
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एसडीएम, बीएसए ने परखी व्यवस्था, स्थिति रही सामान्य

  • आलू की पकौड़ी खाने से बिगड़ गयी थी एक दर्जन बालिकाओं की हालत
  • कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में दूसरे दिन भी रही दहशत

जनवाणी संवाददाता |

मवाना: कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में बुधवार को दूसरे दिन स्थिति सामान्य रही और शिक्षण कार्य बखूबी चला। बीएसए ने पुन: सुबह विद्यालय पहुंचे छात्राओं से रूबरू होकर उनका हाल जाना। इसी क्रम में एसडीएम ने विद्यालय पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। वहीं, खबर प्रकाशित होने के बाद पीड़ित बालिकाओं के कई अभिभावक भी विद्यालय पहुंचे और बच्चों का हाल जाना।

कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में मंगलवार को आलू की पकौड़ी एवं चाय पीने के बाद एक दर्जन से अधिक बालिकाओं द्वारा नाश्ते के बाद सलोनी, गुंजन, अक्षा, मीनू, कशिश, सपना, वैष्णवी समेत लगभग 20 छात्राओं की हालत बिगड़ गई थी। आनन-फानन में छात्राओं को उपचार के लिए सीएचसी भर्ती कराया गया था। जिनमें सलोनी समेत दो छात्राओं को हाल गंभीर होने पर मेडिकल के लिए रेफर कर दिया था।

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सूचना पर बीएसए योगेंद्र कुमार, एसडीएम अखिलेश यादव एवं राज्य महिला आयोग की सदस्य राखी त्यागी ने सीएचसी व विद्यालय में बीमार छात्राओं का हाल जाना। सभी छात्राएं शाम तक नार्मल होने पर उन्हें विद्यालय भिजवा दिया गया था। महिला आयोग की सदस्या राखी त्यागी ने भी सीएचसी पहुंचकर छात्राएओं की स्थिति की जानकारी ली थी। बुधवार सुबह बीएसए योगेंंद्र कुमार पुन: कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय पहुंचे और कक्षाओं में जाकर छात्राओं से उनके स्वास्थ्य के विषय में जानकारी हासिल की।

साथ ही उन्होंने कार्यवाहक वार्डन रेखा व अन्य शिक्षिकाओं को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। वहीं एसडीएम अखिलेश यादव ने भी विद्यालय पहुंचकर छात्राओं के स्वास्थ्य के विषय में पूछताछ की। विद्यालय में दूसरे दिन कक्षाएं चली और स्थिति सामान्य नजर आई। उधर, खबर प्रकाशित होने के बाद अभिभावकों को मिली जानकारी के बाद विद्यालय पहुंचे और बच्चों से मिलकर हाल जाना ।

इस दौरान बीमार छात्राएँ अपने माता पिता से लिपट कर रो पड़ीं। हालांकि एसडीएम अखिलेश यादव के निर्देश के बाद भी अभी तक बालिकाओं के छात्रावास में एकजोश फैन एवं अतिरिक्त कूलर, पंखों की व्यवस्था नही कराई जा सकी है। एसडीएम अखिलेश यादव ने बताया कि स्कूल की बालिकाओं की स्थिति सामान्य है।

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