Saturday, May 31, 2025
- Advertisement -

WHO ने कर डाला अबतक का सबसे बड़ा खुलासा, पढ़ें- कोरोना पर खास रिपोर्ट

जनवाणी ब्यूरो |

नई दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बुधवार को कहा कि चीन की ओर से जारी किए गए डाटा से पता चलता है कि ओमिक्रॉन के उप-स्वरूप BA.5.2 और BF.7 से ही लोग संक्रमित हो रहे हैं और ये 97.5 प्रतिशत मामलों के लिए जिम्मेदार हैं।

डब्ल्यूएचओ ने कहा कि वह विश्व स्तर पर कोविड स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है। साथ ही सभी देशों से सतर्क रहने, निगरानी करने और ओमिक्रॉन के उप-स्वरूपों का स्वतंत्र और तुलनात्मक विश्लेषण करने के लिए कहा है, जिसमें इनसे होने वाली बीमारी की गंभीरता भी शामिल है।

डब्ल्यूएचओ ने एक बयान में कहा कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति पर तकनीकी सलाहकार समूह (TAG-VE) ने मंगलवार को चाइनीज सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के साथ बैठक की। बयान में कहा गया है कि चीन के सीडीसी विश्लेषण में कोविड संक्रमणों में ओमिक्रॉन के उप-स्वरूप BA.5.2 और BF.7 प्रमुखता से पाया गया है।

कोरोना मामलों को छिपाने को लेकर वैश्विक स्तर पर आलोचना के बाद चीन ने जीनोमिक डाटा साझा किया है, जिसमें चीन के सीडीसी ने SARS-CoV-2 संक्रमण के बाहर से आने और स्थानीय रूप से प्राप्त मामलों का जिक्र किया है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि कुछ अन्य ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट का भी पता लगाया गया, हालांकि चीन में वर्तमान में कोरोना वायरस का कोई नया संस्करण नहीं पाया गया है।

चीन से 773 सीक्वेंस मिले

विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, तीन जनवरी तक चीन से 773 सीक्वेंस GISAID EpiCoV डाटाबेस में जमा किए गए हैं, जिनमें से अधिकांश (564 सीक्वेंस) 1 दिसंबर 2022 के बाद एकत्र किए गए हैं। उनमें से सिर्फ 95 सीक्वेंस को स्थानीय रूप से मामलों के लिए जिम्मेदार बताया गया है। 187 सीक्वेंस के बाहर से आने की बात कही गई है, जबकि 261 सीक्वेंस को लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई है।

चीन ने नहीं दी नए संस्करण या उत्परिवर्तन की जानकारी

स्थानीय स्तर पर मिले कोविड मामलों में से 95 प्रतिशत BA.5.2 या BF.7 उप-स्वरूप के हैं। चीन ने सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराए सीक्वेंस डाटा में किसी नए संस्करण या उत्परिवर्तन (mutation) की जानकारी नहीं दी है। बयान में कहा गया है कि TAG-VE ने कोविड-19 की उत्पत्ति और संबंधित म्यूटेशन या वैरिएंट को समझने के लिए अतिरिक्त विश्लेषण के साथ-साथ सीक्वेंस डाटा को साझा करने की आवश्यकता और महत्व को दोहराया है। यह इस बात पर ध्यान दिए बिना किया जाना चाहिए कि सीक्वेंस को पैंगो (Pango) उप-स्वरूप माना गया है या नहीं।

spot_imgspot_img

Subscribe

Related articles

Jyeshtha Ganga Snan 2025: तैयारियों से ज्यादा भरोसा ‘जुगाड़’ पर! गंगा स्नान से पहले ही गंदगी में डूबा शुकतीर्थ

जनवाणी संवाददातामोरना: तीर्थनगरी शुकतीर्थ में आस्था का महाकुंभ कहे...

Saharanpur News: देवी अहिल्याबाई होल्कर न्यायप्रिय शासक थी : प्रह्लाद पटेल

जनवाणी संवाददाता सहारनपुर: मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रह्लाद...
spot_imgspot_img