Sunday, September 8, 2024
- Advertisement -
HomeUttar Pradesh NewsMeerutपीडब्ल्यूडी की मीडिया से ये कैसी पर्देदारी!

पीडब्ल्यूडी की मीडिया से ये कैसी पर्देदारी!

- Advertisement -
  • जांच के लिए गए अधीक्षण अभियंता ने ‘इंटरनल मामला’ कह पल्ला झाड़ा

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) कैसे अपनी जिम्मेदारियों से मुंह फेरता है, इसकी बानगी शनिवार को पीडब्ल्यूडी के एक अधीक्षण अभियंता के रवैये में झलकी। दरअसल जिन शिव भक्त कांवड़ियों के मान सम्मान में सरकार पलक पांवड़े बिछा देती है मुख्यत: उन्ही कांवड़ियों से संबधित गंग नहर पटरी मार्ग पर लोक निर्माण विभाग ‘महाखेल’ खेल रहा था। यह खेल जब पकड़ा गया और इस बाबत विभागीय अधिकारियों से जब मीडिया ने सवाल किए तब अधिकारियों ने अपने लब सी लिए।

पीडब्ल्यूडी के कार्यक्षेत्र में न जाने कितनी ही सड़के ऐसी होंगी जो उधड़ी पड़ी हैं। इन पर कोई काम करने के बजाय विभागीय अधिकारी सही हालत वाली सड़कों पर ‘महाखेल’ खेल रहे हैं। दरअसल कांवड़ियों की वजह से शासन की निगाहों में रहने वाले गंग नहर पटरी मार्ग पर भी विभागीय अधिकारियों का फोकस होना चाहिए लेकिन ऐसा है नहीं। वो तो इस रोड को ‘दूसरी’ निगाह से देख रहे हैं।

ये है पूरा मामला

दरअसल गंग नहर पटरी मार्ग का जो हिस्सा मुजफ्फरनगर जिले में पड़ रहा है, वो चकाचक है। विभागीय सूत्रों के अनुसार लगभग 52 किलोमीटर के इस हिस्से में मुजफ्फरनगर के एक विभागीय अधिकारी पर ‘खुराफात’ करने का आरोप है। आरोप एक पार्षद ने लगाया है। उसने शिकायत की है कि जब यह रोड पहले से ही चकाचक है तो फिर इस पर पैच वर्क किस आधार पर लगा जा रहे हैं। विभागीय अधिकारियों पर यह आरोप लगाए गए हैं कि गंगनहर पटरी मार्ग में पैच वर्क के नाम पर फर्जीवाड़ा हुआ है।

10 1

शिकायत जब ऊपर तक पहुंची तो इस मामले की जांच का दवाब अन्य विभागीय अधिकारियों पर पड़ा। मेरठ के अधीक्षण अभियंता को इस जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई। हांलाकि विभागीय सूत्र यहां तक दावा करते हैं कुछ कारणों के चलते संबधित जांच अधिकारी भी इस जांच में इन्वॉल्व होना नहीं चाह रहे थे। बाद में दबाव बढ़ता देख अधीक्षण अभियंता (जांच अधिकारी) शनिवार को जांच करने मुजफ्फरनगर पहुंच गए।

इंटरनल मामला, बता नहीं सकते: प्रसाद

जांच अधिकारी (अधीक्षण अभियंता) जगदीश प्रसाद से जब जांच की बाबत जानकारी ली गई तो वो फौरन बोले कि ‘यह इंटर्नल मामला है, कुछ बता नहीं सकते’। अब सवाल यहां यह उठता है कि अगर किसी ने ‘महाखेल’ खेला है और उसकी जांच भी हुई है तो फिर जांच का परिणाम मीडिया में सार्वजनिक करने में हिचकिचाहट और पर्देदारी कैसी।

रात और दिन चला पैच वर्क का काम

पीडब्ल्यूडी से जुड़े सूत्रों के अनुसार जिस गंग नहर पटरी मार्ग पर पैच वर्क का फर्जी खेल खेला गया उसे सही दिखाने के लिए मुजफ्फरनगर के कुछ पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने शुक्रवार रात और शनिवार को दिन में भी पैच वर्क का काम किया ताकि खुद को सही सिद्ध किया जा सके। हालांकि अब पूरा मामला जांच का विषय है, लेकिन यह बात अलग कि जांच का परिणाम उच्चाधिकारियों तक पहुंचेगा या नहीं।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
- Advertisement -

Recent Comments