- नगर निगम में तमाम व्यवस्थाएं करने के बाद भी अब चुनाव परिणाम आने का इंतजार किया जा रहा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: नगर निगम में बनाये गये आईटीएमएस के आॅनलाइन चालान पर अब फिर से ब्रेक लग गया है। अब मतगणना का परिणाम आने तक इस प्रक्रिया को रोक दिया गया है। नगर निगम में तमाम व्यवस्थाएं करने के बाद भी अब चुनाव परिणाम आने का इंतजार किया जा रहा है। अब 4 जून के बाद ही आॅनलाइन चालान की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी।
शहर में जो भी वाहन चालक विभिन्न चौराहों पर ट्रैफिक नियमों को ताक पर रखकर वाहनों को चला रहे हैं। ऐसे सभी वाहन चालकों को अब सावधान हो जाने की जरूरत है।
क्योंकि मेरठ में एक बार फिर से आईटीएमएस सिस्टम के तहत आॅनलाइन चालान प्रक्रिया शुरू हो रही है। जिसके बाद जो भी वाहन चालक नियमों को तोड़ेंगे। उन सभी के चालान आॅनलाइन माध्यम से हो जाएंगे। नगर निगम में इसका कंट्रोल रूम बनाया गया है। यहां शहर भर में लगाये गये 22 सौ कैमरों की निगरानी के लिए दो-दो कंप्यूटर सैट के साथ आठ टेबिल लगाई गई हैं। इनमें चार टेबिल पर तो यातायात सिपाही की ड्यूटियां लगेंगी तथा चार टेबिलों पर आर्ठटीएमएस का स्टाफ कार्य करेगा। हर टेबिल पर दो-दो कंप्यूटर लगाये गये हैं।
इस कंट्रोल रूम में एक बड़ी स्क्रीन भी लगाई गई है। जहां एक साथ पूरे शहर के सभी कैमरों पर फोकस किसा जा सकता है। आईटीएमएस प्रभारी शिवम का कहना है कि हमारी पूरी प्रक्रिया शुरू हो गई है। आईआईटी रूड़की की रिपोर्ट भी आ चुकी है। अब बस चुनाव परिणाम का इंतजार किया जा रहा है। इसके लिए ट्रायल प्रक्रिया को भी पूरा कर लिया गया है। अब जो भी वाहन चालक नियमों को तोडेंगे उन सभी पर नियमानुसार आॅनलाइन चालान की कार्रवाई की जाएंगी।
रात में भी आसानी से हो सकेंगे चालान
प्रभारी शिवम ने बताया कि मेरठ शहर के तेजगढ़ी चौराहा, बच्चा पार्क, घंटाघर, जेल चुंगी, कमिश्नरी चौराहा सहित प्रमुख 8 चौराहों पर आईटीएमएस सिस्टम अपलोड किया गया है। जिसमें हाई सिक्योरिटी सीसीटीवी कैमरे और लाइटिंग की व्यवस्था है। रात के समय भी अगर कोई वाहन चालक नियमों को तोड़कर आगे बढ़ता है, तो पूरी वीडियो हाईटेक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो जाती है। जिसके बाद कंट्रोल रूम से उसके मोबाइल पर चालान भेज दिया जाता है। इसकी पूरी निगरानी मेरठ नगर निगम कंट्रोल रूम से की जाती है। इतना ही नहीं अगर कोई व्यक्ति इस बात का दावा करे उस चौराहे से नहीं निकला था, तो उसको कुछ सेकेंड की वीडियो भी उपलब्ध कराई जाती है। जिसको वह चालान के क्यूआर कोड को स्कैन करते हुए देख सकता है।