- महिला के परिजनो का आरोप- डॉक्टरो की लापरवाही के कारण हुई मौत, जानसठ कस्बे मे बड़े स्तर पर चल रहे फर्जी अस्पताल
जनवाणी संवाददाता |
जानसठ : जानसठ क्षेत्र की आदर्श कालोनी मे स्थित एक निजी अस्पताल मे महिला की मौत मृतक महिला का नाम गीता पत्नी जॉनी उम्र 22 वर्ष निवासी जंधेड़ी है महिला की मौत पर परिजनो मे मचा कोहराम परिजनो का रो रोकर बुरा हाल है महिला की मौत पर परिजनो ने हंगामा करते हुए अस्पताल व डॉक्टरो पर कार्यवाही की मांग की इसकी सूचना जैसे ही गाँव पहुंची तो सैकड़ो की संख्या मे ग्रामीण ट्रेक्टर ट्राली मे भरकर नर्सिंग होम पहुँचे और जमकर हंगामा किया हंगामे सूचना जानसठ पुलिस को मिली तो पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और हंगामा कर रहे ग्रामीणो और परिजनो समझा बुझाकर शांत किया मृतक महिला गीता के पति जॉनी निवासी जधेड़ी ने जानकारी देते हुए बताया की उनकी पत्नी गीता गर्भवती थी|
और उनकी डिलीवरी होनी थी 26 तारीख को दर्द की समस्या होने पर उन्हे राणा नर्सिंग होम पर ले गये जहाँ उनकी डिलीवरी के दौरान उन्होंने लडके को जन्म दिया उसके अगले दिन 27 तारीख को छुट्टी दे दी जिसके बाद उसको घर थाना सिखेड़ा क्षेत्र के गांव जंधेड़ी ले गये वही उसने बताया की आज उसकी पत्नी को पेट मे दर्द हुआ दर्द होने के कारण गांव मे ही डॉक्टर को बुलाकर दिखाया जहाँ डॉक्टर ने कहा की इसकी हालत गंभीर है इसको जहाँ डिलीवरी हुई वही ले जाने की सलाह दी परिजन महिला को सुबह 6रू30 बजे अस्पताल लाये यहाँ पर उन्हे दो नर्स मिली परिजनो ने उन्हे जल्दी ही डॉक्टर बुलाने को कहा लेकिन एक घण्टे से ज्यादा बीत जाने के बाद भी डॉक्टर नही पहुँचे और इलाज न मिलने के कारण उसकी मृत्यु हो गयी महिला की मृत्यु होने पर नर्स भी वहा से फरार हो गयी मृतक महिला के पति जॉनी ने बताया की बच्चा स्वस्थ है उसकी देखभाल की जा रही है सीएचसी प्रभारी डॉ अजय कुमार ने बताया की मामला प्रकाश मे आया है इसमे जाँच कर नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी
जानसठ मे दर्जनो से ज्यादा अस्पताल बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे है जिनमे कोई न कोई हादसा होता रहता है वही अग्निसमन विभाग की माने तो दर्जनो से ज्यादा जानसठ कस्बे मे ऐसे नर्सिंग होम है जिनके पास अग्निसमन विभाग की एनओसी नही लेकिन उसके बाद भी धड़ल्ले से चल रहे है बिना एनओसी के स्वास्थ्य विभाग से इनका रजिस्ट्रेशन किस आधार पर हो रहा है यह एक बड़ा सवाल है वही अग्निसमन अधिकारी सोनू कुमार ने बताया की जानसठ मे सिर्फ एक ज्योति अस्पताल को छोड़कर किसी के पास भी अग्निसमन की एनओसी नही है बाकी नर्सिंग होम बिना एनओसी द्वारा चल रहे है
स्वास्थ्य विभाग भी कार्यवाही तब करता है जब कोई बड़ी घटना होती है लेकिन कार्यवाही भी ऐसी की जाती है नर्सिंग होम सीज होने के दो दिन बाद फिर शुरू हो जाते है आखिर इन नर्सिंग होमो को किसका संरक्षण प्राप्त है किसकी सह पर चल रहे है यह जाँच का विषय है जो नर्सिंग होम लोगो की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे है इनके खिलाफ स्वास्थ्य विभाग को अभियान चलाकर शख्त कार्यवाही करनी चाहिये जिससे क्षेत्र के लोगो राहत मिल सके