Friday, March 29, 2024
HomeUttarakhand Newsबोले कृषि मंत्री, पलायन रोकें नहीं तो ख़त्म हो जाएगी पर्वतीय राज्य...

बोले कृषि मंत्री, पलायन रोकें नहीं तो ख़त्म हो जाएगी पर्वतीय राज्य की अवधारणा 

- Advertisement -

जनवाणी ब्यूरो |

चम्पावत: अपने एक दिवसीय भ्रमण पर चम्पावत पहुंचे प्रदेश कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि एक गांव एक जोत की अवधारणा पर काम होना चाहिए। अगर सभी कृषि से संबंधित विभाग इस पर काम करेंगे तो उत्पादन तो बढ़ेगा ही साथ ही हम पलायन रोकने में भी सफल होंगे।

कहा कि जिस कदर प्रदेश से पलायन हो रहा है अगर ऐसा ही होता रहा तो पर्वतीय राज्य बनाने की अवधारणा ही समाप्त हो जाएगी। मंत्री उनियाल ने शनिवार को जिला सभागार में कृषि व उद्यान विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान उन्होंने यह बात कही। कैबिनेट मंत्री उनियाल ने शनिवार को चम्पावत पहुंचने पर सर्वप्रथम गोल्ज्यू मंदिर में जाकर दर्शन कर पूजा अर्चना की।

जिसके बाद वह जिला सभागार पहुंचे। उन्होंने कृषि, उद्यान समेत कृषि से जुड़े सभी विभागों की समीक्षा की। मुख्य कृषि अधिकारी राजेंद्र उप्रेती ने जनपद में रखी व खरीफ की फसलों व उनके उत्पादन की जानकारी देने के साथ कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी।

मडुवे का उत्पादन अधिक होने पर उसका बाजार उपलब्ध कराने के लिए मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया। साथ ही कॉपरेटिव सोसाइटियों को भी मडुवे की खरीद करने को कहा लेकिन चम्पावत कॉपरेटिव सोसाइटी को अनुममि मिलने की बात सामने आने पर उन्होंने सचिव से वार्ता कर तुरंत इस बावत आदेश जारी करने के निर्देश दिए।

मंत्री ने अधिकारियों द्वारा गोद लिए चल्थिया, बरसाड़ी गांव की भी समीक्षा की। कृषि अधिकारी उप्रेती ने बताया कि चल्थिया गांव को गोद लेने के बाद गांव में 35 प्रतिशत कृषि क्षेत्रफल में वृद्धि हुई। बैठक में चम्पावत विधानसभा का एक भी गांव गोद न लिए जाने पर क्षेत्रीय विधायक कैलाश गहतोड़ी ने नाराजगी जताई। इस पर मंत्री ने अगले सत्र में चम्पावत विस के गांव को भी गोद लिए जाने का आश्वासन दिया। मंत्री उनियाल ने कहा कि सभी अधिकारी एकजुट होकर कार्य करें।

डीएम द्वारा जोन बनाकर की जा रही खेती की मंत्री ने काफी तारीफ की। उन्होंने कहा कि इसी तरह एक गांव एक जोत के आधार पर कार्य करें। इससे उत्पादन बढ़ सके। समूह डेरी बनाएं। अधिकारी सक्सेस स्टोरी बनाते हुए उन किसानों को सम्मानित करें, जिससे अन्य किसान भी प्रेरित हों।

उन्होंने कहा कि जनपद में अदरक का उत्पादन अधिक होता है लेकिन हर बार अदरक के बीज के लिए परेशान होता है। इसलिए अदरक का बीज तैयार करें। इस पर सहायक निबंधक ने कहा कि 150 नाली में अदरक बीज तैयार किया जा रहा है। बैठक में एडीएम टीएस मर्तोलिया, नपं अध्यक्ष लोहाघाट गोविंद वर्मा, डीडीओ संतोष पंत, एपीडी विम्मी जोशी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. वीएस जंगपांगी, उद्यान अधिकारी सतीश शर्मा समेत जनपद स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
- Advertisement -

Recent Comments