- कोच और साथी खिलाड़ियों सहित हर किसी को है बेस्ट की उम्मीद
- निर्धारित लक्ष्य से आगे जाने की है तैयारी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: पेरिस ओलंपिक में प्रतिभाग कर रही मेरठ की तीन एथलीट्स में शामिल भाला फेंक खिलाड़ी अन्नू रानी आगामी आठ अगस्त को जब पहले राउंड में थ्रो के लिए उतरेगी तो उनका फोकस पूरी तरह से गोल्डन थ्रो रहेगा। अगर अन्नू के बीते कुछ वर्षों के प्रदर्शन पर निगाह डाले, तो अब अन्नू ओलंपिक गोल्ड के लिये स्टैंडर्ड मार्क के बेहद नजदीक नजर आ रही हैं। इधर, इस खिलाड़ी के बेहतर प्रदर्शन को लेकर परिवार, कोच और साथी खिलाड़ी भी काफी आश्वस्त दिखाई दे रहे हैं।
सरधना थाना क्षेत्र के गांव बहादरपुर निवासी अमरपाल सिंह की बेटी अन्नू इतिहास रचने की दौड़ में सबसे आगे इस बार दिखाई दे रही। विभिन्न राष्टÑीय और अंतर्राष्टÑीय स्तर के प्रदर्शनों के सापेक्ष ओलंपिक के पिछले रिकॉर्ड का तुलनात्मक अध्ययन से पता चलता है कि अन्नू इसके काफी करीब है और 2022 में हुए टोक्यो ओलंपिक में पुरुष वर्ग के स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा के बाद भाला फेंक प्रतियोगिता में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन सकती हैं। टोक्यो ओलंपिक में ही महिलाओं के जैवलिन थ्रो की बात करें तो चाइना की शाइंग ल्यू का 66.34 मीटर का गोल्डन थ्रो को ध्यान में रखते हुए अन्नू रानी ने इसके काफी आगे जाने के लिये काफी मेहनत की है।
बेटी बढ़ायेगी देश का मान
अन्नू के पिता अमरपाल की माने तो बेटी ने दिन रात जिस सपने को पूरा करने के लिये जो मेहनत की है। उसका फल उसे मिल जाए ऐसी पूरे परिवार की आशा है। देश के मिट्टी की ताकत दुनिया काफी हद तक देख चुकी है और अब इससे कही आगे जाकर अन्नू, पारुल और प्रियंका खुद को खेल के सबसे बड़े मंच पर खुद को श्रेष्ठ साबित करेंगी।