- किसान को गंभीर हालत में अस्पताल में कराया भर्ती
- पीड़ित पक्ष ने आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी
जनवाणी संवाददाता |
सरधना: क्षेत्र में अपराधियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं। अभी महादेव गांव में हुई किसान की हत्या का पुलिस खुलासा भी नहीं कर पाई थी। शुक्रवार को कपसाड़ गांव में खेत पर गए एक किसान को रंजिशन गोली मार दी गई। गंभीर हालत में किसान को सीएचसी लगाया गया। जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। पीड़ित पक्ष ने आरोपियों के खिलाफ कोवताली में तहरीर दी है। बीती रात को भी आरोपियों ने किसान के परिवार पर हमले का प्रयास किया था।
कोतवाली क्षेत्र के कपसाड़ गांव निवासी श्रीओम पुत्र रमेश किसान है। गांव के ही कुछ लोगों से उनकी रंजिश चली आ रही है। परिजनों के अनुसार दो दिन पूर्व आरोपियों ने श्रीओम के पुत्र गौरव के साथ मारपीट कर दी थी। पीड़ित पक्ष ने पुलिस चौकी में आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बीते गुरुवार की रात भी आरोपियों ने हमले की कोशिश की।
परिजनो ंने 112 नंबर पर सूचना दी। इसके बाद भी कुछ नहीं हुआ। दहशत के चलते रात में परिजनों ने घर से निकला उचित नहीं समझा। शुक्रवार को श्रीओम अपने खेत पर काम कर रहा था। तभी अरोपियों ने किसान को गोली मार दी। गोली कंधे में लगने से किसान गंभीर रूप से घायल हो गया। ग्रामीणों के आने पर आरोपी फरार हो गए। श्रीओम की पुत्री रिया ने घर पहुंच कर परिजनों को मामले की जानकारी दी।
इसके बाद परिजन घायल को उपचार के लिए सीएचसी लेकर पहुंचे। जहां से चिकित्सकों ने उसे मेरठ रेफर कर दिया गया। पीड़ित पक्ष ने आरोपियों के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी है। समाचार लिखे जाने तक रिपोर्ट दर्ज नहीं हो सकी थी।
लेनदार को फंसाने की साजिश में चली गयी जान
सरधना: सरधना के महादेव में किसान हफीजुद्दीन की हत्या नहीं की गयी थी, बल्कि साढेÞ सात लाख का तकादा कर रहे लेनदार को फंसाने के चक्कर में उसने खुद अपने ही तमंचे से खुद को गोली मारी जिससे उसकी मौत हो गयी। पुलिस ने शुक्रवार को घटना का खुलासा कर दिया।
एसपी देहात कमलेश बहादुर ने जानकारी दी कि 19 जनवरी को आदिल पुत्र हफीजुद्दीन निवासी ग्राम महादेव ने अपने पिता हफीजुद्दीन पुत्र फजलू उम्र करीब 55 वर्ष की हत्या का आरोप लगाते हुए संजय पुत्र नरेन्द्र त्यागी निवासी महादेव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। जांच में पाया गया कि मृतक हफीजुद्दीन ने संजय त्यागी से 7.5 लाख रुपये उधार ले रखे थे। तीन दिन से संजय अपने पैसे का तकादा हफीजुद्दीन से कर रहा था।
हफीजुद्दीन ने 18 जनवरी को अपना प्लाट बेचकर पैसे देने की बात कही गयी थी। उसी दिन संजय त्यागी को पैसे देने की बात करने के लिये अपने खेत पर बुलाया था। जांच से पता चला कि हफीजुद्दीन के नाम से न तो कोई प्लाट है और न ही कोई प्लाट बेचने वाला था। संजय को झूठा फंसाने के लिए यह साजिस की गयी। पुलिस का कहना है कि संजय के जाने के बाद हफीजुद्दीन खेत से अपने बेटे आदिल को गन्ने की बुग्गी मे बैठकर दूसरे रास्ते से जाने को कहा
तथा खेंत मे काम कर रहे मजदूर चन्द्रपाल एंव उसकी पत्नि करतारी व उसकी बेटी पम्मी को भी उसी बुग्गी में बैठकर जाने के लिये कहा और खुद दूसरे नाली के रास्ते पैदल पैदल चल दिया। अपने बेटे आदिल को आगे पक्की सड़क पर मिलने के लिये कहा तथा नाली के किनारे कुछ दूर आगे जाकर गन्ने के खेत की आड मे जाकर अपने पास मे रखे तंमचे से अपने सीधे कन्धे मे स्वयं ही गोली मार ली और इसका इलजाम संजय त्यागी पर लगा दिया
ताकि विपक्षी संजय को उक्त गोली मारने की घटना मे फंसाया जा सके और पैसे न देने पडे और मुकदमे के दबाव से समझौता हो जाये। यह बात हफीजुद्दीन ने घायल अवस्था मे अपने बेटे आदिल व शौकिन को बतायी थी। जब दोनो बेटे स्कूटी से घायल पिता को हास्पिटल सीएचसी सरधना ले जा रहे थे और अपने पिता के कहे अनुसार ही वादी आदिल ने संजय त्यागी के विरुध्द मुकदमा पंजीकृत करा दिया गया
ताकि उधार लिये गये 7.5 लाख रुपये वापस न देने पड़े। अत्यधिक रक्त के बह जाने के कारण मृतक की उपचार के दौरान प्यारे लाल शर्मा जिला अस्पताल मे मृत्यु हो गयी। मृतक के पुत्रों आदिल एंव शौकिन द्वारा योजना की स्वीकारोक्ति के बाद पुलिस ने घटना का खुलासा कर दिया है।