- तजिदंर-साबले ने जीता स्वर्ण, निकहत को कांस्य से करना पड़ा संतोष
नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन और स्वागत है। आज रविवार एक अक्टूबर को एशियाई खेलों के आठवें दिन भारत ने पदकों का अर्धशतक पूरा कर लिया। उसने 15 पदक अपनी झोली में डाले। इससे पहले एशियाई खेलों के पहले दिन भारत को पांच, दूसरे दिन छह, तीसरे दिन तीन, चौथे दिन आठ, पांचवें दिन तीन, छठे दिन आठ और सातवें दिन पांच पदक मिले।
भारत के पास कितने पदक
स्वर्णः 13
रजतः 21
कांस्यः 19
कुलः 53
आठवें दिन तो भारतीय एथलीट्स ने कमाल कर दिया और एक दिन में 15 पदक जीते। इनमें तीन स्वर्ण, सात रजत और पांच कांस्य पदक शामिल हैं। इतने पदकों के साथ भारत ने 13 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। खेलों के इतिहास में यह पहला अवसर है जब भारत ने इतने पदक एक ही दिन में जीत लिए। इससे पहले 2010 में भारत को एक दिन में 11 पदक मिले थे।
हांगझोऊ एशियाई खेलों के आठवें दिन निशानेबाजी में पुरुषों की ट्रैप टीम, पुरुषों के 3000 मीटर स्टीपलचेज और पुरुषों के शॉटपुट स्पर्धा में भारत ने स्वर्ण जीता। वहीं, निशानेबाजी में महिलाओं की ट्रैप टीम, महिला गोल्फ (व्यक्तिगत), पुरुषों की बैडमिंटन टीम, महिलाओं की 1500 मीटर एथलेटिक्स, पुरुषों के 1500 मीटर दौड़, पुरुषों के लॉन्ग जंप और महिलाओं की 100 मीटर बाधा दौड़ में भारत को रजत पदक हासिल हुआ। निशानेबाजी के व्यक्तिगत ट्रैप स्पर्धा, महिला बॉक्सिंग, पुरुषों के 1500 मीटर दौड़, महिलाओं की 800 मीटर हेप्टाथेलॉन और महिलाओं की डिस्कस थ्रो में भारत को कांस्य पदक मिला।
रविवार (एक अक्तूबर) को एशियाई खेलों के आठवें दिन भारत ने पदकों का अर्धशतक पूरा कर लिया। भारत के कुल पदकों की संख्या 53 हो गई है। इनमें 13 स्वर्ण, 21 रजत और 19 कांस्य पदक शामिल हैं। हांगझोऊ एशियाई खेलों के पहले दिन भारत को पांच, दूसरे दिन छह, तीसरे दिन तीन, चौथे दिन आठ, पांचवें दिन तीन, छठे दिन आठ और सातवें दिन पांच पदक मिले थे।
भारत ने तोड़ा रिकॉर्ड
भारत ने एशियाई खेलों के आठवें दिन 15 पदक जीते। खेलों के इतिहास में यह पहला अवसर है जब भारत ने इतने पदक एक ही दिन में जीत लिए। इससे पहले 2010 में भारत को एक दिन में 11 पदक मिले थे।
पुरुष बैडमिंटन टीम ने जीता रजत पदक
हांगझोऊ एशियाई खेलों में भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम स्वर्ण पदक से चूक गई है। फाइनल में उसका सामना मजबूत चीन से था। अपने नाम के मुताबिक, चीन ने फाइनल में भारत को 3-2 से हरा दिया है। भारत को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। टीम इंडिया ने इस स्पर्धा में 37 साल बाद कोई पदक जीता है। यह पहली बार है जब भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम ने एशियाड में रजत जीता है।
ज्योति याराजी को रजत
भारत की एथलीट ज्योति याराजी ने 100 मीटर हर्डल रेस में रजत पदक जीता। वह 12.91 सेकंड के साथ तीसरे स्थान पर रही थीं, लेकिन दूसरे पायदान रहने वाली चीन की खिलाड़ी वू यानी को डिस्क्वालिफाई कर दिया गया। इस तरह याराजी का पदक कांस्य से रजत में बदल गया।
सविता पूनिया ने जीता कांस्य पदक
डिस्कस थ्रो में भारत की सीमा पूनिया ने कांस्य पदक अपने नाम किया। उन्होंने 58.62 मीटर दूर थ्रो फेंककर कांस्य पदक जीता। चीन की बिन फेंग ने स्वर्ण पदक जीता। वहीं, जियांग झिचाओ ने रजत पर कब्जा किया।
नंदिनी ने जीता कांस्य
नंदिनी अगासारा ने 800 मीटर हेप्टाथेलॉन में कांस्य पदक हासिल किया। उन्होंने इस स्पर्धा के फाइनल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी किया। उन्होंने 2:15:33 का समय लिया।
श्रीशंकर ने लॉन्ग जंप में जीता रजत
भारत के मुरली श्रीशंकर ने लॉन्ग जंप में रजत पदक जीता है। उन्होंने 8.19 मीटर के बेस्ट जंप के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। चीन के वांग जियानान ने 8.22 मीटर के बेस्ट जंप के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया।
अजय और जिनसॉन ने जीता पदक
पुरुषों के 1500 मीटर दौड़ में भारत को दो पदक मिले। अजय कुमार सरोज ने रजत पदक पर कब्जा किया। वहीं, जिनसॉन जॉनसन ने उनसे पीछे रहे और उन्हें कांस्य से संतोष करना पड़ा। कतर के मोहम्मद अल गरनी ने स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
हरमिलन को मिला रजत पदक
महिलाओं की 1500 मीटर दौड़ में भारत को हरमिलन बैंस ने रजत पदक दिलाया। वह दूसरे स्थान पर रहीं। बहरीन की विनफ्रेड मुटिले यावी ने स्वर्ण पदक पर कब्जा किया।
तजिंदरपाल ने किया कमाल
तजिंदरपाल सिंह तूर ने भाला फेंक में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीत लिया। वह लगातार दूसरे एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने में सफल हुए हैं। तजिंदर ने 2018 जकार्ता एशियाई खेलों में भी पहला स्थान हासिल किया था।
अविनाश साबले ने स्वर्ण जीता
अविनाश साबले ने 3000 मीटर स्टीपलचेज में स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। उन्होंने 8:19:53 मिनट का समय निकाला। इस प्रतियोगिता में यह भारत का 12वां स्वर्ण पदक है।