- मेडा ने तीन कॉलोनी तोड़ी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: गुरुवार को तीन अवैध कॉलोनियों पर मेडा का बुलडोजर चला तथा अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया। प्राधिकरण की तरफ से यह कार्रवाई पुलिस की मौजूदगी में की गई। कई दिनों से अवैध कॉलोनियों को फोकस करते हुए निर्माण कार्य गिराये जा रहे हैं। गढ़ रोड स्थित मेहुल गुप्ता की खसरा संख्या 365/2 कमालपुर स्थित संस्कार विद्या भारती स्कूल गढ़ रोड पर करीब करीब 200 वर्ग गज क्षेत्र पर आरसीसी कॉलम खड़े कर अवैध निर्माण किया जा रहा था, जिस पर प्राधिकरण ने बुलडोजर लगाकर पूरी बिल्डिंग को ध्वस्त कर दिया।
दूसरी कार्रवाई मुडाली थाना क्षेत्र के मुरलीपुरा एसएसबी इंटर कॉलेज से आगे गढ़ रोड पर बिना तालपटर तलपट मानचित्र के 22000 पर बाउंड्री वाल व अन्य विकास कार्य कराये जा रहे थे, जिस पर प्राधिकरण ने बुलडोजर चलाकर ध्वस्तीकरण कर दिया। यह कॉलोनी बोबी पाल आदि विकसित कर रहे थे। इस कॉलोनी के भूखंड बाउंड्री वाल और सड़कों को गिरा दिया गया।
तीसरा निर्माण मेडिकल थाना क्षेत्र में खसरा संख्या 361/367 ग्राम परगना कमालपुर गढ़ रोड का तलपट मानचित्र बिना ले-आउट पास कराए करीब 9000 वर्ग गज भूमि पर कच्ची सड़क का विकास कार्य कराया था।एक तरह से यहां पर अवैध कॉलोनी विकसित की जा रही थी। इस पर मेरठ विकास प्राधिकरण ने मेडिकल थाना पुलिस को साथ लेकर निर्माण को गिरा दिया। यहां पर अवैध दुकानें भी बनाई गई थी। दुकाने के अलावा बेसमेंट का निर्माण भी किया गया था,जिसे गिरा दिया।
शादी अनुदान के लिए अब करनी होगी ई-केवाईसी
जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी ने बताया कि अन्य पिछड़ा वर्ग (अल्पसंख्यक पिछड़ा वर्ग को छोड़कर) के गरीब व्यक्तियों की पुत्रियों की शादी के लिए अनुदान योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2023-24 में शासन से 648 लाभार्थियों का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। शादी अनुदान का लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थियों की ओर से शादी अनुदान की वेबसाइट पर आॅनलाइन आवेदन किया जा सकता है। आवेदक अधिकतम दो पुत्रियों की शादी के लिए अनुदान प्राप्त कर सकता हैं।
पोर्टल पर आधार आधारित प्रमाणीकरण की नई व्यवस्था (ई-केवाईसी) की शुरुआत की गई है। जिसके माध्यम से आवेदक अपना तथा अपनी उस पुत्री का आधार पोर्टल पर दर्ज करेगा, जिसकी शादी के लिए अनुदान को आवेदन किया जाना है। आधार से लिंक मोबाइल पर प्राप्त ओटीपी का उपयोग कर ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूर्ण करेगा। जिसके माध्यम से यूआईडीएआई (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) से आवेदक तथा उसकी पुत्री के नाम, पिता का नाम, पता, आयु तथा उनकी फोटो में स्वत: अंकित हो जाएगी।
इसी प्रकार आय और जाति प्रमाण पत्र का क्रमांक तथा संख्या अंकित करने पर ई-डिस्ट्रिक्ट सर्वर से आय तथा जाति का सत्यापित विवरण आवेदन में अंकित हो जाएगा। उपरोक्त प्रक्रिया यह सुनिश्चित करेगी कि पात्र आवेदकों के आवेदन ही अंतिम रूप से सबमिट हो पाएंगे। तथा आय, जाति अथवा आयु के आधार पर अपात्र होने पर आवेदन की प्रक्रिया पूर्ण ही नहीं की जा सकेगी।