- शहर के सभी आठ केंद्रों पर हुआ पटाखों का शोर
- शास्त्रीनगर में सबसे ज्यादा फूटे बम, आवासीय इलाके भी नहीं रहे किसी से कम
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: दीपावली पर शहर में जमकर आतिशबाजी हुई। तमाम प्रतिबंधों के बावजूद शहरवासियों ने जमकर पटाखे छोड़े। शहर के सभी आठ केंद्रों पर पटाखों का जमकर शोर रहा। बेगमपुल पर भी सबसे अधिक पटाखों का शोर सुनाई दिया है। वहां पर 82.9 डेसीबल दर्ज किया गया। इसके साथ ही शहर की एयर क्वालिटी 276 हो गई। हालांकि पिछले साल के मुकाबले इसमें वृद्धि नहीं हुई।
प्रदूषण विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार शास्त्रीनगर में सबसे ज्यादा आतिशबाजी हुई। आवासीय इलाकों में सबसे ज्यादा शोर रहा। हालांकि विगत वर्ष के मुकाबले इस बार ध्वनि प्रदूषण में कुछ कमी आई है। आवासीय क्षेत्र में सबसे अधिक ध्वनि प्रदूषण बेगमपुल पर दर्ज किया गया। जहां पर 82.9 डेसीबल प्रदूषण दर्ज किया गया। उसके बाद शास्त्री नगर में 79.6 डेसीबल और कैंटोनमेंट बोर्ड आवासीय क्षेत्र में 71.3 डेसीबल प्रदूषण दर्ज किया गया। पल्लवपुरम में पिछली बार दीपावली पर 77.6 डेसीबल ध्वनि प्रदूषण दर्ज किया गया था। इस बार यह आंकड़ा 74.8 डेसीबल दर्ज किया गया है। कुछ स्थानों पर जरूर थोड़ी कमी दिखाई दी है, लेकिन पटाखे का शोर देर रात तक लगातार बढ़ता रहा।
पटाखों से बढ़ता है प्रदूषण
पटाखों के शोर से लगातार प्रदूषण में बढ़ोतरी होती है पिछले कई दिन से सही चल रही मेरठ की हवा को पटाखों से निकलने वाले प्रदूषण ने फिर से खराब कर दिया है। शहर से लेकर देहात तक कई जगह पर प्रदूषण की स्थिति खराब पाई गई है। पटाखे की बिक्री को रोकने के लिए ही बधाई प्रशासन कार्रवाई करता हो, लेकिन यह कार्रवाई धड़ाम हो जाती है और पटाखे की खूब बिक्री होती है। जिससे वातावरण प्रदूषित होता है।
ध्वनि प्रदूषण स्तर 2023
स्थान पहल बाद में
कैंट हॉस्पिटल 55.8 68.6
कलेक्ट्रेट 60.7 70.1
रेलवे रोड 70.8 76.4
बेगमपुल 78.5 84.7
थापरनगर 67.9 75.2
शास्त्रीनगर 64.3 76.5
कैंट बोड 51.7 68.7
पल्लवपुरम 66.9 77.9
ध्वनि प्रदूषण स्तर 2024
स्थान पहले बाद में
कैंट हॉस्पिटल 58.4 67.8
कलेक्ट्रेट 61.3 66.4
रेलवे रोड 67.5 75.3
बेगमपुल 73.4 82.9
थापरनगर 65.7 78.4
शास्त्रीनगर 68.9 79.6
कैंट बोड 60.8 71.3
पल्लवपुरम 64.6 74.8
(सभी आंकड़े डेसी बल में है।)
अब बढ़ेगी सर्दी, प्रदूषण से हालात विकट
दीपावली के बाद से सर्दी का अच्छा खासा एहसास होने का मौसम वैज्ञानिक अनुमान लगा रहे हैं। अभी मौसम में दिन में गर्मी का एहसास बना हुआ है, लेकिन रात हल्की सर्द होने लगी है। धीरे-धीरे प्रदूषण भी बढ़ने लगा है। अगर देखा जाए तो दीपावली पर्व के बाद शहर के अलावा शहर के अन्य स्थानों का प्रदूषण बढ़ा है। इसलिए अब सावधानी बरतने की जरूरत है।
मौसम वैधशाला पर दिन का अधिकतम तापमान 32.1 डिग्री एवं न्यूनतम तापमान 19.5 डिग्री दर्ज किया गया। अधिकतम आर्द्रता 65 एवं न्यूनतम आर्द्रता 34 दर्ज की गई है। कृषि विवि के मौसम वैज्ञानिक डा. यूपी शाही का कहना है कि अब धीरे-धीरे सर्दी का एहसास बढ़ेगा। दीपावली के बाद शहर का प्रदूषण बढ़ गया है। जिससे अब सांस लेना भी दूभर हो जाएगा। इसलिए सावधानी बरतने की जरूरत है। गंगानगर में अधिक प्रदूषण रहा है।