Saturday, July 27, 2024
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चाइनीज मांझे पर प्रतिबंध, पुलिस की अनदेखी से हो रहे हादसे

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  • शहर, ग्रामीण क्षेत्रों में चोरी छुपे खूब बिक रहा मांझा
  • कई लोग गंवा चुके जान, पुलिस हर बार करती है सिर्फ खानापूर्ति

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: चाइनीज मांझे की बिक्री पर प्रतिबंध है, लेकिन उसके बाद भी शहर में चाइनीज मांझा बेचा रहा है। सवाल यह है कि या तो पुलिस प्रशासन को भनक तक नहीं लगती है या फिर थाना पुलिस के सरंक्षण में मांझा बेचा जा रहा है। यदि प्रशासन ईमानदारी से सघन अभियान पहले चलाता तो कंकरखेड़ा में व्यक्ति के गर्दन में 74 टांके न लगते, लेकिन पूरे मामले में सरकारी तंत्र सवालों के घेरे में है।

हैरानी की बात यह है कि चाइनीज मांझे पर हाईकोर्ट द्वारा प्रतिबंध लगा हुआ है इसके बावजूद पुलिस-प्रशासन की नींद नहीं टूट रही। चीनी मांझा लोगों की जान ले रहा है। दो साल पहले रोहटा रोड स्थित जवाहरनगर के पास स्कूटी सवार निर्मल की चाइनीज मांझे से गर्दन कटकर मौत हो गई। राजमिस्त्री निर्मल पुत्र ओमप्रकाश स्कूटी पर सवार होकर जा रहे थे। इस दौरान चीनी मांझा निर्मल की गर्दन में फंस गया। जिससे वह लहूलुहान होकर स्कूटी समेत सड़क पर गिर गए।

उसकी गर्दन से लोगों ने मांझा निकला, लेकिन वह बेहोश हो गया। पुलिस ने घायल को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां पर डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया। 23 सितंबर 2021 को एनएच-58 पर बीफार्मा छात्र अजय कुमार निवासी रसूलपुर खतौली की जान भी चीनी मांझे ने ली थी। तत्कालीन एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने उन दिनों चीनी मांझा बेचने वालों के खिलाफ अभियान चलाया था।

सभी थानेदारों को निर्देश दिए थे कि चीनी मांझा बेचने और पतंग उड़ाने वाले की निगरानी करें। सिटी मजिस्ट्रेट संजय पांडेय ने भी अभियान चलाकर कई लोगों के खिलाफ कार्यवाही की थी, लेकिन पुलिस चाइनीज मांझा बेचने वालों के तह तक नहीं गई थी। गत वर्ष हापुड़ रोड पर कपड़ा कारोबारी की गर्दन कट गई। राहगीरों ने खून से लथपथ कारोबारी को हास्पिटल में भर्ती कराया था।

उनकी गर्दन पर 18 टांके आए थे। बेगमपुल जीरो माइल पर देवांश अपने पिता नितिन के साथ बाइक पर जा रहा था। तभी चाइनीज मांझे से उसकी नाक कट गई। पिता ने अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसे सात टांके लगे थे। बसंत पंचमी के मौके पर पतंगबाजी के दौरान 15 लोग चाइनीज मांझे से घायल हुए थे। शास्त्री नगर इलाके में आरटीओ रोड के पास चाइनीज मांझा गले में फंसने से 22 वर्षीय मोहम्मद फैजान घायल हो गया।

उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसके गले में 14 टांके लगाने पड़े। सरधना के तारनी गली निवासी 40 वर्षीय संजीव जैन किसी काम से मेरठ शहर में आए थे। जहां चाइनीज मांजा उनके गले में फंस गया। इससे उनके चेहरे और गले में गंभीर घाव हो गए। चाइनीज मांझे से जहां लोगों की गर्दन कट रही है।

वहीं, मांझे में लोहा होने के कारण मांझा जब बिजली के तारों से टकराता है तो लोग न केवल घायल हो रहे हैं बल्कि तीन लोगों की मौत भी हो चुकी है। शहर में खैरनगर, गोलाकुआं, लिसाड़ीगेट, कोतवाली, सदर आदि इलाकों में पतंग का कारोबार होता है और इन्हीं जगहों पर लोग चोरी छुपे मांझा बेच कर लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं।

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