- टीपी नगर में डिलीवरी मैन से हुई लूट का पुलिस ने किया खुलासा
- आनलाइन फूड की डिलीवरी करने पहुंचे युवक से लूटी थी इलेक्ट्रिक बाइक और फोन
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: बीमार मां का इलाज कराने को सीधा सादा युवक लुटेरा बनने को मजबूर हो गया। उसने अपने दो साथियों के साथ एक डिलीवरी ब्वॉय को लूट लिया। हालांकि पुलिस ने 24 घंटे के भीतर घटना का खुलासा कर दिया। थाना टीपी नगर क्षेत्रान्तर्गत में डिलीवरी कम्पनी पर दो देशी घी के डिब्बे पंतजलि आर्डर कर बुलाने एवं डिलीवरी ब्वॉय से उसका मोबाइल फोन, बैट्रीयुक्त स्कूटी व डिलीवरी आइटम (दो देशी घी के डिब्बे) लूट की घटना अंजाम देने वाले तीन बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार बदमाशों में अक्षय उर्फ गुड्डू पुत्र मुंशी निवासी ग्राम करनावल थाना सरूरपुर हाल पता ग्राम ढडरा थाना जानी, अनिल पुत्र चरन सिंह उर्फ चन्नी निवासी करनावल व कृष्णपाल उर्फ कृष्ण पुत्र जयपाल निवासी ग्राम ढडरा को मुखबिर की सूचना पर चेकिंग के दौरान लूटे गये माल के गिरफ्तार कर लिया। हालांकि पुलिस का कहना है कि इनका कोई पूर्व का अपराधिक इतिहास अभी नहीं मिला है। इंस्पेक्टर टीपीनगर सुबोध सक्सेना ने बताया कि पूछताछ में कृष्णपाल उर्फ कृष्ण बिलन्किट कम्पनी में डिलीवरी ब्वॉय है। उसने बताया कि उसे अपनी मां का पथरी का आॅपरेशन कराने के लिए पैसे की जरूरत थी।
कहीं से भी उसके लिए रकम का इंतजाम नहीं हो पा रहा था। वह मां को भी बीमारी में तिल-तिल मरते नहीं देख सकता था।। कृष्ण ने ही अपने जीजा अनिल व उनके भांजे अक्षय के साथ मिलकर उक्त लूट की घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने अभियुक्तों के कब्जे से लूटा गया माल व वारदात में प्रयुक्त बाइक भी बरामद कर ली। वारदात के खुलासे में सर्विलांस टीम का बड़ा योगदान रहा। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि वारदात का खुलासा कर दिया गया है। अभियुक्त जेल भेज दिए गए हैं।
दारोगा बन फोन पर धमकाने का आरोपी दबोचा
किठौर: खुद को दारोगा बताकर युवक को फोन पर धमकाने और फैसले का दबाव बनाने के आरोपी को पुलिस ने बुधवार शाम कस्बे के मवाना बस स्टैंड से दबोच लिया। बाद में उसे जमानत पर छोड़ दिया गया। राधना निवासी ताजमुहम्मद पुत्र जाफर ने एसएसपी रोहित सिंह साजवाण से शिकायत कर बताया था कि 12 मई को उसने अपने आठ महीने के भतीजे हस्सान पुत्र शानमुहम्मद को सरस हास्पिटल मेरठ में भर्ती कराया था। डाक्टरों की लापरवाही के चलते 14 घंटे में उसकी मृत्यु हो गई थी। परिजनों ने सीएमओ से भी इसकी शिकायत की थी, जिसमें जांच चल रही है। ताजमुहम्मद ने बताया कि पिछले कुछ दिन से उस पर अंजान नंबर से काल आ रही थी।
काल करने वाला कभी सिविल लाइन तो कभी मेडिकल थाने से खुद को कुलदीप यादव दारोगा बताते हुए ताजमुहम्मद को धमकाकर सरस अस्पताल संचालकों से फैसले का दबाव बना रहा था। परेशान ताजमुहम्मद ने जांच कराई तो वह नंबर गांव के ही अजहर पुत्र शेरा का निकला। जो सरस अस्पताल संचालकों का दोस्त है। ताजमुहम्मद ने उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बुधवार शाम पुलिस ने मेरठ से लौट रहे आरोपी अजहर को मवाना रोड स्थित बस स्टैंड से दबोच लिया। इंस्पेक्टर ने बताया कि आरोपी को जमानत पर छोड़ दिया गया है।