- पुलिस-प्रशासन में मचा हड़कंप, कार्यकर्ताओं ने डीएम आफिस पर डाला डेरा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: गुरुवार को भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर भाकियू कार्यकर्ताओं ने डीएम आॅफिस पर डेरा लगा दिया। रात्रि में भाकियू के धरना आरंभ कर देने से अधिकारी भी नहीं समझ पाये कि आखिर रात्रि में धरना क्यों चालू कर दिया हैं। धरने पर बैठे किसानों ने बताया कि लखीमपुर खीरी में धरने पर बैठे किसानों का पानी और बिजली काटने से किसानों का आक्रोश भड़क गया। 75 घंटे से लखीमपुर खीरी में किसानों को केन्द्रीय मंत्री के खिलाफ धरना चल रहा हैं।
भारतीय किसान यूनियन के राष्टÑीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत के आह्वान पर रात्रि में अचानक धरना आरंभ हुआ हैं। किसान अपना हुक्का व टेंट लेकर डीएम आॅफिस पर पहुंचे तथा यहीं पर अपना डेरा जमा दिया। किसानों के रात्रि में धरने पर बैठने से प्रशासन में खलबली मच गई। सुबह तक किसानों की भीड़ कलक्ट्रेट में बढ़ जाएगी। ऐसा माना जा रहा हैं।
यहां धरने का नेतृत्व रविंद्र सिंह दौरालिया कर रहे हैं। केन्द्रीय राज्यमंत्री अजय टोनी की बर्खास्तगी की मांग को लेकर किसानों का धरना चल रहा हैं। किसानों पर दर्ज कराये गए मुकदमों को वापस करने की मांग को लेकर किसान धरना दे रहे हैं। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत के आह्वान पर कलक्ट्रेट पर किसानों का देर रात तक पहुंचना जारी था।
धरने में मुख्य रूप से मेरठ मंडल वरिष्ठ उपाध्यक्ष रविंद्र दौरालिया, मेरठ युवा जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी, जिला महासचिव राजकुमार करनावल, जगत सिंह राठी, मोनू ढिंढाला, हर्ष चौधरी, धीरेंद्र चौधरी छुर, ऋषिपाल भदौड़ा, कपिल छोटू, पप्पू, कालू राणा बहादुरपुर,कल्लू छुर आदि भारी संख्या में भाकियू कार्यकर्ता कलक्ट्रेट पर डेरा लगाने वालों में शामिल हैं। जिस दौरान रात्रि में किसान धरना देकर कलक्ट्रेट में बैठे, तभी कुछ प्रशासनिक अफसर भी पहुंच गए।
किसानों को समझाने लगे, लेकिन भारतीय किसान यूनियन नेता राजकुमार करनावल ने कहा कि पानी की व्यवस्था व शौचालय की व्यवस्था कराई जाए। इसको लेकर के अधिकारियों ने व्यवस्था कराई। किसानों ने कहा कि भाकियू सुप्रीमो के आह्वान पर धरना चालू किया हैं, ये खत्म नहीं किया जा सकता। अनिश्चिकाल के लिए यह धरना चालू किया गया है।